दो लाख से अधिक मिला तो देना होगा हिसाब
प्रयागराज ब्यूरो । चुनाव को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए जिले कुल 16 उडऩ दस्तों का गठन किया जाना है। बता दें कि नगर निगम सीमा में आठ जोनों में आठ और नगर पंचायतों में आठ उडऩ दस्ते लगाए जाएंगे। यह जीपीएस युक्त वाहनों से चलेंगे और इनकी लोकेशन चुनाव कंट्रोल रूम को मिलती रहेगी। जिसका मुख्य काम अवैध नगदी और शराब के आदान प्रदान पर रोक लगाना होगा। जिससे चुनाव में मतदाताओं को रिश्वत का वितरण न किया जा सके।इनको किया जाएगा शामिल
उडऩ द्वारा की जाने वाली कार्यवाही को रिकार्ड करने के लिए एक वीडियोग्राफर भी साथ में रहेगा। उडऩ दस्ते का चीफ एक वरिष्ठ कार्यकारी मजिस्ट्रेट होगा और पुलिस स्टेशन का सीनियर पुलिस आफिसर होगा। इसके अलावा तीन से चार सशस्त्र पुलिस के जवानों को इसमें शामिल किया जाएगा। यह दस्ता प्रतिदिन की कार्यवाही का विवरण जिला स्तरीय कमेटी के सचिव मुख्य विकास अधिकारी को उपलब्ध कराएगा।प्रत्याशियों के खर्च पर भी होगी नजर
चुनाव में प्रत्याशियों द्वारा निर्धारित व्यय की सीमा पर भी नजर रखी जाएगी। इसके लिए एक कंट्रोल खोला जाएगा। मुख्य कोषाधिकारी द्वारा एक वरिष्ठ अधिकारी प्रभारी के रूप में तैनात किया जाएगा। इसके अलावा प्रत्याशियों के खर्च का हिसाब किताब रखने के लिए भी कमेटी का गठन किया जा रहा है। अगर कोई शिकायत मिलती है तो यह कमेटी तत्काल कार्यवाही करेगी।हर चीज का तय है रेटनिकाय चुनाव में प्रत्याशियों के खर्च को निर्धारित करने के लिए चुनाव आयोग द्वारा सामानों की रेट लिस्ट भी जारी की गई है। जिसके रेट के आधार पर ही उनका चुनावी खर्च जोड़ा जाएगा। चुनाव प्रचार के दौरान नाश्ता, खाना, वाहन, पांडाल, जनरेटर, कुर्सी, मेज, पम्फलेट, बैनर आदि का दाम निश्चित कर दिया गया है। इससे अधिक दर पर खर्च करने पर चुनाव आयोग की कार्रवाई का सामना करना होगा।उडऩ दस्तों को बनाने की कार्यवाही शुरू हो गई है। टीमों का निर्धारण किया जा रहा है। यह दस्ते प्रत्याशियों को चुनाव चिह्न आवंटन के साथ एक्टिव हो जाएंगे और चुनावी अनियमितताओं पर नियंत्रण रखने का काम करेंगे।एसपी बरनवाल, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी निकाय व पंचायत, प्रयागराज