सपने देखते हैं तो उसे सच करना भी सीखें
सपने देखते हो तो उसे सच करना भी सीखेंं। अगर ये आसान नहीं है तो बहुत कठिन भी नही है। इसके लिए आपको अपनी सोच का दायरा बढ़ाना होगा। दूसरों से अलग सोचना और बोलना होगा। तभी आप दुनिया की भीड़ से अलग हो सकेंगे। यही आपकी पहचान होगी। यह बातें गुरुवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट और अमृता विश्वविद्यापीठम की ओर से आयोजित करियर पाथवेज सेमिनार में मोटिवेशनल स्पीकर डॉ। अमित कुमार निरंजन ने कही। उन्होंने कहा कि लाइफ में अगर कुछ हासिल करना है तो पहले अपना गोल सेट करो। प्लान के मुताबिक काम करो। अगर आपके पास प्लान है तो सफलता को कोई नही रोक सकता है। इसके पहले कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना से हुई। इस अवसर पर अमृता विश्वविद्यापीठम के एकेडमिक मेंटोर (डायरेक्टर आफ एडमिशंस एंड एकेडमिक आउटरिच) निघिल एन, मोटिवेशनल स्पीकर डा। अमित कुमार निरंजन और दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के एडिटोरियल हेड श्याम शरण श्रीवास्तव मौजूद रहे।
एग्जामिनर की तरह सोचो
मोटिवेशनल स्पीकर ने कहा कि आपको किसी एग्जाम को क्रेक करना है तो आपको एग्जामिनर की तरह से सोचना होगा। क्योंकि उसे पता है कि एक आम स्टूडेंट का दिमाग कितना सोच सकता है। उन्हे पता होता है कि क्वेश्चन पेपर में कितने क्वेश्चन हैं तो 80 फीसदी स्टूडेंट हल नहीं कर सकेंगे। उन्हें महज 20 फीसदी ही साल्व कर पाएंगे। जिनका नजरिया सोचने का दूसरों से वाकई अलग होगा। इसलिए अपनी सोच को भीड़ से अलग करना होगा।
इस दौरान एक्सपट्र्स ने स्टूडेंट्स की ब्रेन मैपिंग भी की। उन्होंने थ्री डाट के जरिए उनके सोचने की शक्ति और गति को परखा। उन्होंने पूछा कि इस थ्री डाट से बच्चों को कितने डायमेंशंस समझ आ रहे हैं। किसी ने रैक्टेंगल कहा तो किसी ने स्ट्रेट लाइन। उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि आपके सोचने की गति क्या है। कहा कि जब हम नार्मल नजरिया रखते हैं तो एक जैसा सोचते हैं और अलग सोचते हैं तो नए डायमेंशंस निकलकर सामने आते हैं।
आपके सपने हैं आपकी ताकत
मोटिवेशनल स्पीकर ने कहा कि हमारे सपने ही हमारी ताकत है। कोई आईएएस बनना चाहता है तो उसे आंख बंद करने पर यही नजर आएगा। कोई क्रिकेटर बनना चाहता है तो उसे आंख बंद करने पर यही नजर आएगा। उन्होंने इस दौरान स्टूडेंट्स से आंख बंद कर अपने सपने देखने को कहा। बाद में स्टूडेंट्स ने इसके बारे में बताया। कई स्टूडेंट अपने सपने के बारे में बताकर भावुक भी हो गए। इस पर टापिक पर एक्सपर्ट ने लंबी चर्चा की।
- रितिक शुक्ला, क्रास्थवेट गल्र्स कॉलेज
- जैसमीन फातमा, श्रीमहाप्रभु पब्लिक स्कूल
- वेल्स, सेंट कोलंबस
- रिया श्रीवास्तव, विष्णु भगवान पब्ल्कि स्कूल
- साक्षी यादव, एमवी कांवेंट पुरामुफ्ती
- धर्मनिधि, महर्षि विद्या मंदिर नैनी इन स्कूलों ने किया पार्टिसिपेट
- एमवी कांवेंट पुरामुफ्ती
- पतंजलि ऋषिकुल
- महर्षि विद्या मंदिर नैनी
- वाईएमसीए सिविल लाइंस
- विष्णु भगवान पब्लिक स्कूल झलवा
- श्रीमहाप्रभु पब्लिक स्कूल तेलियरगंज
- सेंट कोलंबस राजापुर
- एमएल कांवेंट करेलाबाग
मौजूद है कई करियर आप्शन
अमृता विश्वविद्यापीठम के एकेडमिक मेंटोर निघिल एन ने कहा कि एआई ह्यूमन इंटेलिजेंस की देन है। एआई रोबोटिक को भी ह्यूमन इंटेलिजेंस ने ही बनाया है। उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग और मेडिकल स्ट्रीम के स्टूडेंट्स के लिए कई करियर आप्शन मौजूुद हैं। उन्होंने इसके लिए परेशान नही होना है। कहा कि मैथ स्ट्रीम के स्टूडेंट्स के लिए अमृता विश्वविद्यापीठम की ओर से कई कैंपेन चलाए जा रहे हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बिग डाटा, डाटा साइंस, एआई एंड रोबोटिक, साइबर सिक्योरिटी, लॉक चेन इंजीनियरिंग, रिन्यूएबल एनर्जी और इंटरनेट थिंक जैसे कोर्स यहां उपलब्ध हैं। बायो साइड के स्टूडेंट्स के लिए हमारे यहां कई करियर आप्शन अवेलेबल हैं। वह बीएससी एनेस्थीसिया टेक्नोलाजी, बीएससी कार्डियो वस्कूलर टेक्नोलाजी, बीएससी क्लीनिकल, न्यूट्रिशियन, डाइटेटिक्स एंड फूड साइंस, बीएससी इमरजेंसी मेडिकल टेक्नोलाजी, बीएससी डायलिसिस थेरेपी, बीएससी आपरेशन थिएटर टेक्नोलाजी बीएससी रेस्पेरेटरी, बीएससी कार्डिक परफ्यूजन टेक्नोलाजी, बीएससी ब्लड बैंक टेक्नोलाजी आदि कोर्स उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि हर साल 24 से 25 लाख स्टूडेंट्स नीट और 15 लाख के लगभग जेईई का एग्जाम देते हैं। लेकिन इनमें से कुछ का ही सेलेक्शन हो पाता है। यही कारण है कि हमारी ओर से चलाए जा रहे कोर्स स्टूडेंट्स के लिए बेहतर साबित हो सकते हैं।
टीचर्स को किया गया सम्मानित
तमाम स्कूलों से बच्चों के साथ आए टीचर्स को भी इस कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। इसके साथ ही स्टूडेंट्स को भी लकी ड्रा के जरिए सम्मानित किया गया। स्पीकर्स ने उनसे कई सवाल पूछे। जिसका जवाब देने पर उन्हें सम्मानित किया गया। इस दौरान स्टूडेंट्स ने अपने गोल के बारे में भी बताया। उनको अमृता विश्व विद्यापीठम पर आधारित वीडियो भी दिखाई गई। वहां के संचालित कोर्सेज, कैंपस और फैकल्टी आदि की विस्तार से जानकारी उपलब्ध कराई गई।