बमबाजी फायरिंग व तोडफ़ोड़ एवं आगजनी जैसी घटनाओं में हुए नामजद --हेड क्रासर39मुकदमें तीन वर्षों में दर्ज हुए छात्रों के विरुद्ध148छात्रों पर विभिन्न धाराओं में दर्ज हुए हैं केस500के करीब इन मुकदमों में अज्ञात हैं आरोपित80नामजद आरोपितों को पुलिस ने किया है गिरफ्तार पढ़ाई करने के लिए दूसरों शहरों से दर्जनों छात्र यहां आने के बाद अभिभावकों के सपनों पर मुकदमों का दाग लगा बैठे. दिन रात हाड़तोड़ मेहनत करके कमाए गए रुपयों को वह लाडलों के पास पढऩे के लिए भेजते रहे और लाडले हैं कि उनकी मेहनत पर यहां पानी फेरते रहे. धरने में हंगामा और बवाल से लेकर तोडफ़ोड़ आगजनी मारपीट एवं बमबाजी और फायरिंग जैसी घटनाएं इनके जरिए यहां अंजाम दी गईं. कर्नलगंज थाने में अलग-अलग डेट व धाराओं में दर्ज मुकदमें इस बात के पुख्ता सुबूत हैं. दर्ज मुकदमों में नामजद करीब 80 अभियुक्तों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया. इनमें कई मुचलके पर छोड़े गए तो कई आरोपितों को जेल तक जाना पड़ा. विभिन्न धाराओं में दर्ज हुए इन मुकदमों में अज्ञात आरोपितों की संख्या सैकड़ों में हैं. जिनकी तलाश व मामलों की विवेचना अब भी प्रचलित बताई जा रही है. चूंकि प्रकरण छात्र और उनके भविष्य से जुड़ा है लिहाजा पुलिस बहुत सख्ती के मूड में नहीं रहती.

प्रयागराज ब्यूरो । इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में पढ़ाई का सपना लेकर आए कुछ छात्र यहां कॉलेज में ही नहीं बाहर भी भाई गिरी शुरू कर दिए।
नतीजा यह हुआ कि पुलिस को उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज करने पड़े। कर्नलगंज थाने में पिछले तीन वर्षों में दर्ज मुकदमे की स्थिति चौंकाने वाली है।
छात्रों के खिलाफ मुकदमों की संख्या तो कम है पर नामजद आरोपितों की तादाद अधिक।
सूत्रों से मिले आंकड़ों पर गौर करें तो वर्ष 2020 में छात्रों के खिलाफ कुल दस मुकदमे दर्ज किए गए थे।

इन मुकदमों में नामजद किए गए आरोपितों की संख्या 35 है। इसी तरह सौ के आसपास अज्ञात आरोपित भी इन मुकदमों में बतौर सह अभियुक्त शामिल हैं।
इसी तरह 2021 में इसी थाने में महज 07 मुकदमे दर्ज हुए। जिनमें केवल 19 छात्र नामजद किए गए।
इन मुकदमों में अज्ञात आरोपितों की संख्या सौ से अधिक बताई बताई जाती है।
पिछले वर्ष यानी 2022 में कर्नलगंज थाने में कुल 22 मुकदमे दर्ज हुए। इन मुकदमों में दस पांच नहीं पूरे 94 छात्र नामजद किए गए।
इन कुल मुकदमों में अज्ञात आरोपितों की संख्या ढाई सौ से भी अधिक बताई गई।
थाने से जुड़े सूत्र बताते हैं कि कुल अज्ञात आरोपित छात्रों की संख्या 500 के करीब है।
नामजद किए आरोपितों में पुलिस के द्वारा कुल 80 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
इनमें कुछ को पुलिस के द्वारा मुचलके पर छोड़ा गया तो कईयों को जमानत तक करानी पड़ी।
इन सभी मुकदमों के वांछित आरोपितों की तलाश अब भी जारी है। मुकदमों की विवेचना पुलिस के पास है।

वर्ष मुकदमा नामजद
2020 10 35
2021 07 19
2022 22 94
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कुल 39 148

हॉस्टल में डिलेवरी ब्वाय पर हमला, लूट
सर सुंदर लाल हॉस्टल के अंदर डिलेवरी ब्वाय ओम शिवशंकर निवासी मुट्ठीगंज पर कुछ छात्रों ने हमला कर दिया। कर्नलगंज थाने में उसके द्वारा मामले की तहरीर दी गई है। पुलिस को वह बताया है कि एक कंपनी में डिलेवरी ब्वाय का काम करता है। सात जनवरी की रात दस बजे वह हॉस्टल के कमरा नंबर 54 में पार्सल देने गया था। आरोप है कि वहां वैभव राव नामक छात्र व उसके चार अन्य साथी ड्रिंक कर रहे थे। डिलेवरी देने के बाद पैसे की डिमांड किया तो आरोपित उसे गालियां देने लगे। गाली देने से मना करने पर वैभव साथियों के साथ उस पर टूट पड़ा। इस बीच उसकी कंपनी की स्मार्ट वाच ब्लूटूथ व सात हजार रुपये भी छीन लिए। कहा कि मेरी हत्या के इरादे से किसी ने पीछे से लोहे की रॉड से जानलेवा हमला किया। इससे उसका सिर फट गया। किसी तरह वह भागकर अपनी जान बचाया। बताया कि इलाज के दौरान उसके सिर में कुछ छह टांके लगाए गए।


डिलेवरी ब्वाय की प्राप्त तहरीर पर आरोपितों के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया गया है। पुराने मुकदमों की विवेचनाएं चल रही हैं। विभिन्न मुकदमों में नामजद आधे से ज्यादा आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं। ज्यादातर मुकदमों में गिरफ्तारी की धाराएं नहीं हैं।
राममोहन राय, थाना प्रभारी कर्नलगंज

Posted By: Inextlive