एसीई अस्पताल में भर्ती गंभीर मरीज की मौत के बाद तीमारदारों द्वारा की गई तोडफ़ोड़ मारपीट और बदसुलूकी का इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन ने विरोध किया है. एएमए की ओर से बुधवार को आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान डॉ. आलोक मिश्रा ने अपना पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि मरीज लीवर की गंभीर बीमारी से ग्रसित था और इसकी वजह से उसके पेट में खून बहने व आंत में अल्सर की समस्या हो गई थी. जिसकी वजह से उसकी मृत्यु हो गई. इसके बाद कुछ बाहरी तत्वों ने परिजनेां को भड़काते हुए अस्पताल परिसर में तोडफ़ोड़ की व सुबूत मिटाने की नीयत से सीसीटीवी कैमरा व डीवीआर तोड़ दिया.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। प्रेस कांफ्रेंस में अध्यक्ष डॉ सुबोध जैन ने कहा कि इस प्रकरण में एकतरफा किसी भी प्रकार की कार्यवाही का एएमए पुरजोर विरोध करेगा। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णयों के आधार पर बिना तथ्यों की निष्पक्ष जांच के कोई कार्रवाई नही की जाए। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमेटी को मामले की जांच में शामिल किया जाना चाहिए। बता दें कि इस प्रकरण में डॉ। आलोक मिश्रा और डॉ। मंजुल मिश्रा के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दज कराई गई है।

Posted By: Inextlive