Prayagraj Crime News: गुल्ली गैंग में न पड़ती फूट तो सक्सेस थी लूट, पीतल पर सोने का पानी चढ़वाकर बेचने वाले दो गुर्गे गिरफ्तार
प्रयागराज (ब्यूरो)। Prayagraj Crime News: भगवान गणेश के मुख आकार में एक किलो 80 ग्राम पीतल पर सोने का पानी चढ़ा था। इसे असली सोना बता कर गुल्ली गैंग के दो गुर्गे लोगों को बेचने निकले थे। एक शख्स के हाथ छह लाख रुपये में एक सिल्ली बेच चुके थे। छह लाख रुपये में लाखों का सोना खरीद कर वह शख्स काफी इतरा रहा था। बिक्री में मिले रुपयों में एक गुर्गे को हिस्सा नहीं मिला। हिस्सा नहीं मिलने पर वह बगावती रुख अपनाते हुए उस शख्स को फोन किया जिसने उनसे असली समझ कर नकली सोना खरीदा था। फोन पर वह बताया कि जो सोना खरीदे हो वह नकली है, तुम्हारे साथ फ्राड हुआ है। खरीदार को उसकी बात पर पहले यकीन नहीं हुआ। गैंग का व गुर्गा उसके पास बार-बार फोन करता था। लगातार आ रहे उसके फोन पर खरीदे गए फर्जी सोना की जांच कराने सर्राफा के जा पहुंचा। सर्राफा की जांच में वह सोना नकली निकला। इसके बाद उस शख्स के होठ सूख गए। साथ हुए फ्राड की खबर उसने पुलिस को दी। पुलिस छानबीन में जुटी तो गैंग के दो गुर्गे गिरफ्तार किए गए। इनके पास से ऐसी तीन और सिल्लियों के साथ पांच लाख रुपये भी बरामद हुए। अभी प्रकाश में आए एक और शख्स की तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
इस तरह लालच में फंसा व्यापारी
गिरफ्तार किए गए गुर्गों में एक का नाम प्रकाश बिन्द पुत्र राम लखन बिन्द है। वह कौंधियारा थाना क्षेत्र के मझिगवां का रहने वाला है। दिन के उजाले में वह लकड़ी का व्यापार किया करता था। जबकि दूसरे शातिर का नाम श्यामा पुत्र बखेड़ी निवासी पावरी थाना खीरी है। खुलासा करते हुए डीसीपी यमुनापार ने बताया कि मध्य प्रदेश रीवां रायपुर में अजय सिंह व शैलेंद्र पांडेय हार्डवेयर सामान की दुकान खोल रखे हैं। दुकान के बाहर इनके मोबाइल नंबर लिखा रखे थे। शातिर प्रकाश बिन्द की रिश्तेदारी रीवां में हैं। वह अक्सर वहां आया जाया करता था। एक दिन वे व्यापारी अजय सिंह के पास फोन किया। बताया कि हमें टोंस नदी में सोने की सिल्ली मिली हुई है। वह सिल्ली भगवान गणेश के मुख आकार में है। हम बेचना चाहते हैं, किसी को बताना नहीं, हम उसे बेचना। सस्ते में दे दूंगा कोई हो तो बिकवा दो। अजय इस बात की चर्चा व्यापारी दोस्त शैलेंद्र पांडेय से की। शैलेंद्र के कहने पर अजय सिंह ने प्रकाश को सोना दिखाने के लिए बुलाया। मगर, शातिर प्रकाश खुद उन दोनों को कौंधियारा बुला लिया। दोनों व्यापारी कौंधियारा पहुंचे और सोना की वह सिल्ली देखे। विश्वास दिलाने के लिए शातिर गुर्गे एक सोनार के पास जाकर जांच कराए। चूंकि पीतल के ऊपर सोने का पानी चढ़ा था। लिहाजा अनुभव का कच्चा वह सर्राफा पकड़ नहीं पाया। वह भी नकली सोने को असली बता दिया। उस सिल्ली का वजह एक किलो 80 ग्राम था। आज के असली सोना की कीमत के लिहाज से पूरी सिल्ली की कीमत करीब 87 लाख 21 हजार हो रही थी। इतनी महंगी सोने की सिल्ली सस्ते में लेने के लिए शैलेंद्र मोलभाव शुरू कर दिया। होते करते छह लाख में सौदा तय हुआ। शातिरों के झांसे में आया व्यापारी शैलेंद्र छह लाख देकर असली समझते हुए उस नकली सोने की सिल्ली खरीद लिया।
तो इस तरह पड़ी फूट
गैंग में न पड़ती फूट तो सक्सेस थी लूट
व्यापारी शैलेंद्र पांडेय से की गई डील में इन दोनों आरोपितों के साथ एक और भी गुर्गा था। व्यापारी से मिले पैसों के बंटवारे से तीसरा गुर्गा संतुष्ट नहीं था।
इससे नाराज होकर वह छह लाख रुपये देकर असली समझ नकली सोना खरीदने वाले शैलेंद्र को सीधे फोन किया।
उसने बताया कि आप के साथ फ्राड हुआ है। जिस सोने को आप खरीदे हैं वह नकली है। पीतल की सिल्ली पर सोने का पानी चढ़ाया गया है।
इस बात पर विश्वास नहीं कर रहे व्यापारी के पास उसने कई दफा फोन किया। नाम व निवास पूछने के बाद भी वह व्यापारी को नहीं बताया।
अनुभवी सर्राफा से व्यापारी द्वारा कराई गई जांच में सच सामने आ गया। पीतल पर चढ़े सोने के पानी की बात साफ हुई तो व्यापारी घूरपुर थाने पहुंचा और शिकायत की।
रिपोर्ट दर्ज करके पुलिस छानबीन कर रही थी। गुरुवार दोपहर पुलिस को खबर मिली कि दोनों उत्तर प्रदेश ग्रमीण बैंक ऑफ बड़ौदा अकोढ़ा थाना कौंधियारा गए हुए हैं। पुलिस पहुंची और उन दोनों को बैंक से बाहर आते ही दबोच ली।
जुगनू है इस गैंग का मास्टर माइंड
एसओजी यमुनानगर और घूरपुर पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ शुरू की। दोनों ने बताया कि सोने की नकली गुल्ली यानी सिल्ली वह जुगनू बिन्द निवासी मेडऱा थाना मेजा से लिया करते थे। वही भगवान गणेश के मुख आकार वाले पीतल पर सोने का पानी चढ़वाकर दिया करता था। उनका काम सिर्फ नकली सोना को असली बताकर सस्ते में लोगों के हाथ बेचना था। अब पुलिस जुगनू बिन्द की तलाश में है। इन दोनों गुर्गों के पास से पुलिस तीन और नकली सोने की सिल्ली बरामद की गई है। प्रति का वजन करीब एक किलो 80 ग्राम है। वे इन तीनों सिल्ली किसी को झांसा देकर बेचने की तैयारी में थे।