सैंपल फेल तो दर्ज क्यों नहीं हुआ मुकदमा
खाद्य सुरक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल
दीवाली के मौके पर सीज किया गया था 28 लाख का तेल एक ही लॉट के दो सैंपल फेल तो दो हो गए पास, विभाग नहीं करा रहा क्रास चेक खाद्य सुरक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। आखिर कोई सैंपल फेल हुआ है तो विभाग उसके खिलाफ मामला दर्ज क्यों नही करा रहा है? इस मामले में ऐसे कई सवाल हैं जो आपको सोचने पर मजबूर कर देंगे कि ऐसे ही कार्रवाई होती रही तो पब्लिक को मिलावटखोरी से कौन बचाएगा। फिलहाल इस हीलाहवाली का विभाग के पास कोई माकूल जवाब नहीं है। दो सैंपल पास हुए दो हुए फेल पिछले साल दीवाली के मौके पर खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से अभियान चलाकर लालगोपालगंज के एक व्यापारी के यहां से मिलावट की आशंका पर 28 लाख कीमत का सरसों का तेल सीज किया गया था।यहां से विभाग के अधिकारियों ने चार सैंपल लिए थे। इनको जांच के लिए भेजा गया। मौके पर असिस्टेंट कमिश्नर फूड सेफ्टी जगदंबा प्रसाद मौर्य, डीओ ममता चौधरी उपस्थित थीं।
इस दौरान भारी मात्रा में लूज तेल बरामद किया गया था। इसे गोदाम में ही सीज कर दिया गया। ऐसा कैसे हो सकता है?मौके पर एक लॉट से तेल के चार नमूने लिए गए थे। इनको जांच के लिए गोरखपुर लैब भेजा गया था। इसकी रिपोर्ट भी आ गई। जिसमें दो नमूने पास और दो नमूने फेल पाए गए। सवाल यह उठ रहा है कि एक ही लॉट के दो सैंपल पास और दो सैंपल फेल कैसे हो गए। बाकी दो सैंपल सब स्टैंडर्ड पाए गए जिसकी वजह से उसे फेल मान लिया गया। यह भी बता दें कि मिलावट और सब स्टैंडर्ड श्रेणी में काफी अंतर है।
गाजियाबाद में भी होनी चाहिए जांच जबकि एक ही लॉट के दो सैंपल पास और दो फेल हो गए। इसलिए विभाग को पास हुए दोनों सैंपल की जांच पुन: गाजियाबाद की रेफरल लैब में कराना चाहिए था। विभाग ने यह जांच भी नही कराई और अभी तक व्यापारी के खिलाफ दो सैंपल सब स्टैंडर्ड आने पर मुकदमा भी कायम नहीं कराया। अधिकारियों का कहना है मामला अंडर प्रॉसेस है। पांच माह बीतने के बाद भी अगर व्यापारी पर मुकदमा कायम नहीं हुआ या संदेह होने पर उसके सैंपल की पुन: जांच नहीं की गई? इन दोनों कंडीशन में विभाग की भूमिका स्पष्ट नजर नही आ रही। होली पर सीज किया घीइसी क्रम में होली पर भी विभाग की ओर से अभियान चलाया जा रहा है। इस बार कल्याणी देवी एरिया के रामलाल किशोरी लाल फर्म से 30 लाख 36000 कीमत घी सीज किया गया है। यहां से कुल चार नमूने लिए गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि मिलावट की आशंका के चलते यह कार्रवाई की गई है।
कार्रवाई अंडर प्रॉसेस है। दो सैंपल पास हुए हैं और दो फेल हो गए हैं। गाजियाबाद लैब में सैंपल जांच के लिए नहीं भेजा गया है। सब स्टैंडर्ड आने के बाद आगे की कार्रवाई जल्द की जायेगी। ममता चौधरी डीओ, खाद्य सुरक्षा विभाग प्रयागराज