फार्मूले ने लटकाया तो न्यूमेरिकल ने फंसाया
प्रयागराज (ब्यूरो)।वैसे तो रविवार को हुए नीट यूजी एग्जाम में पूछे गए सवाल ज्यादा कठिन नही थे। फिर भी फिजिक्स केमिस्ट्री के सवालों ने अभ्यर्थियों का पसीना छुड़ाने में कोई कसर नही छोड़ी। अभ्यर्थियों ने बताया कि तीन घंटे में पूछे गए सवालों में फिजिक्स में न्यूमेरिकल और केमेस्ट्री में फार्मूले से जुड़े अधिक सवाल पूछे गए थे। सवाल थोड़ा लंबे थे इसलिए उन्हें हल करने में टाइम भी लगा। लेकिन ओवरआल क्वेश्चन अधिक कठिन नही पूछे गए थे, इसलिए पास होने की उम्मीद लगभग सभी ने जताई है। यह भी माना जा रहा है मेरिट हाई जाने की वजह से सेलेक्शन भी टफ हो सकता है।16 हजार से अधिक ने दिया एग्जाम
नीट एग्जाम रविवार को नेशनल टेङ्क्षस्टग एजेंसी की ओर से कराया गया था। परीक्षा में करीब 16300 अभ्यर्थी शामिल हुए। पंजीकृत 16600 अभ्यर्थी थे। शहर में कुल परीक्षा के 21 केंद्र बनाए गए थे और टाइमिंग दोपहर दो से शाम पांच बजे के बीच रही। एग्जाम में चयनित अभ्यर्थियों को एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष कोर्स के लिए मेडिकल कालेजों में प्रवेश मिलेगा। चप्पल पहनकर आए अभ्यर्थी
परीक्षा को नकल विहीन कराने के चौकस इंतजाम किए गए थे। पहले से नियम बता दिए गए थे, जिसके चलते अभ्यर्थाी चप्पल पहनकर पहुंचे। जूता बाहर ही उतरवा दिया गया था। मोबाइल और घड़ी भी एलाऊ नही थी। नोडल अधिकारी टैगोर पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य अर्चना तिवारी ने बताया कि दो सर्किल बाट कर परीक्षा कराई गई। एक सर्किल में 8190 अभ्यर्थी पंजीकृत थे जिनमें 192 ने परीक्षा छोड़ दी। दूसरे सर्किल में भी कुछ अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल नहीं हुए, हालांकि उसका डाटा देर शाम तक प्राप्त नहीं हो सका। गर्मी ने निकाल दिया पसीनाजबरदस्त गर्मी के बीच एग्जाम देने में अभ्यर्थियों को काफी परेशानी हुई। एग्जाम के तनाव में जमकर पसीना भी बहा। हालांकि परीक्षा केंद्रों में पंखे लगाए गए थे लेकिन गर्मी स निपटने में यह नाकाफी साबित हुए। अभ्यर्थियों का कहना था कि किसी तरह तीन घंटे काटे गए हैं। पसीना अधिक निकलने की वजह से बार बार प्यास भी लग रही थी।वर्जनक्वेश्चन पेपर बेहतर था। सवाल काफी सरल पूछे गए थे। उम्मीद है सफलता मिल जाएगी। हालांकि सरल सवालों की वजह से मेरिट हाई जा सकती है।जीवराज मिश्रा, भदोहीसभी सवाल एनसीईआरटी पैटर्न से पूछ्र गए थे। बाहर से कोई सवाल नही आया। कोर्स के भीतर का क्वेश्चन पेपर था। यही कारण था कि जो भी तैयारी की थी वह काम आ गई।अविनाश, महाराजगंज
माडरेट क्वेश्चन आए थे। बायो के क्वेश्चन सबसे अधिक सरल थे। उनको हल करना आसान रहा। केमेस्ट्री के सवाल थोड़ा लेंदी हो गए थे इसलिए साल्व करने में अधिक टाइ्रम लगा।सिद्धार्थ तिवारी, प्रयागराजफिजिक्स के सवाल कठिन थे। सवाल न्यूमेरिकल पर आधारित थे। केमेस्ट्री में फार्मूले पर आधारित अधिक सवाल थे। इस वजह से थोड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ा। गर्मी ने भी परेशान किया।आनंदराज गुप्ता, प्रयागराज