ई-रिक्शा टैक्सी व प्राइवेट बस वाले सिविल लाइंस में सरकार की मंशा और प्रशासन की मेहनत दोनों को रौंद रहे हैं. ठीक उसी तरह जैसे रविवार को हनुमान मंदिर के पीछे जनरथ ने व्यापारी को रौंदा था. कुंभ से पहले सड़कें चौड़ी करवाई गई थीं कि पब्लिक को जाम से निजात मिलेगी. जाम से होने वाले हादसों में भी कमी आएगी. मगर सरकार द्वारा इस काम पर खर्च किया गया करोड़ों पर बर्बाद ही दिख रहा है. मंदिर के पीछे से चौराहे तक की रोड अवैध वाहन स्टैंड बन गई है. इन वाहनों से यहां सिग्नल ग्रीन होने पर भी निकलना मुश्किल हो जाता है. सब कुछ देखने व सुनने के बावजूद सिविल लाइंस चौकी व थाना पुलिस आंख मूंद कर बैठी हुई है.


प्रयागराज (ब्‍यूराे)। रविवार को सिविल लाइंस हनुमान मंदिर के पीछे हादसे में व्यापारी की मौत का सबसे बड़ा कारण जाम लगाने वाले यही वाहन माने जा रहे हैं। ई-रिक्शा, टैक्सी व प्राइवेट बस के चालकों में किसी का कोई डर नहीं रहा। रोड को अवैध वाहन स्टैंड बना चुके यह चालक इतने निडर हैं मानों चौकी व थाना ही नहीं अफसरों से भी इनकी तगड़ी सेटिंग हो। खैर सेटिंग नहीं होती तो इनकी इतनी हिम्मत भी नहीं थी कि यह सड़क को ही अवैध वाहन स्टैंड बना लेते। पुलिस को देखकर गाडिय़ां लेकर भागने वाले इन चालकों के इस हौसले की वजह कुछ तो है। यदि ऐसा नहीं होता तो रोजाना इस रूट से सिविल लाइंस आने वालों की राह में ये सीना तानकर रोड़ा नहीं बन रहे होते। हनुमान मंदिर के पीछे की पूरी सड़क पर इन वाहनों के साथ ठेले वालों का भी दिन भर कब्जा रहता है। हादसे में किराना व्यापारी की मौत के बाद भी सिविल लाइंस चौकी पुलिस हालात को सुधारना मुनासिब नहीं समझ रही। पुलिस की इसी खामोशी के चलते सोमवार को भी पूरी रोड पर इन वाहन चालकों को हनुमान मंदिर के पीछे कब्जा रहा। बस व कार तो दूर बाइक वाले भी इनकी वजह से बमुश्किल सिग्नल पार कर पाते हैं।

सिग्नल पर बसों में बैठाते हैं सवारी

सिविल लाइंस हनुमान मंदिर के पीछे इन बसों व ई-रिक्शा और टैक्सी के रोड पर खड़े होने से एक और बड़ी समस्या रोज लोग झेलते हैं। चौराहे के पास सिग्नल रेड होने पर लखनऊ, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर व अयोध्या आदि से आने वाली बसें रुक जाती हैं। सिग्नल पर इन बसों के रुकते ही यह टैक्सी व रिक्शा चालक सवारियों को उतार कर बैठाने लगते हैं। सिग्नल ग्रीन होने पर भी यह बसों से सवारियों को उतारते बैठाते रहते हैं। ऐसे में काफी वक्त गुजर जाता है और बसें आगे बढ़ती नहीं कि सिग्नल फिर रेड हो जाता है। ऐसे में दोबारा इस सिग्नल में इन चालकों के चलते यात्री फंस जाते हैं।

एक्सीडेंट में गैर इरादतन हत्या का केस

रविवार को सिविल लाइंस हनुमान मंदिर के पीछे व्यापारी की मौत का कारण बनी जनरथ बस के नंबर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया। सिविल लाइंस थाने में दर्ज इस केस में अज्ञात चालक पर गैर इरादतन हत्या सहित कई धाराएं लगाई हैं। पुलिस द्वारा यह मुकदमा मृत व्यापारी जाकिर उर्फ गुड्डू निवासी शिलाखाना तेलियरगंज शिवकुटी के परिजनों की तहरीर पर लिखा गया। सोमवार को गुड्डू की बॉडी का पोस्टमार्टम हुआ। पोस्टमार्टम बाद परिजन बॉडी लेकर घर पहुंचे तो परिजनों में कोहराम मच गया।

हादसे में मृत व्यापारी के परिजनों की तहरीर पर बस नंबर के आधार पर अज्ञात चालक के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पोस्टमार्टम बाद बॉडी परिजनों को सौंप दी गई है। हनुमान मंदिर के पीछे ही नहीं पूरे सिविल लाइंस में जल्द ही अवैध वाहन स्टैंड व रोड पर कब्जा करने वाले ई-रिक्शा, टैक्सी व बसों के विरुद्ध अभियान चलाया जाएगा।

जेपी शाही इंस्पेक्टर सिविल लाइंस

Posted By: Inextlive