अस्पताल की कटी लाइट, पानी को तरसे मरीज
प्रयागराज (ब्यूरो)। रोजाना की तरह मार्निंग में आठ बजे से बेली अस्पताल खुल गया था। अभी दो घंटे ही हुए थे कि सुबह 11 बजे अस्पताल की लाइट गुल हो गई। शुरू में अस्पताल प्रशासन ने सोचा कि लोकल फाल्ट होगी लेकिन जब काफी देर लाइट नही आई तो सब परेशान हो गए। वार्डों में अंधेरा छा गया। पावर कट के चलते कुछ सर्जरी भी टाल दी गईं। बिजली विभाग को फोन लगाया गया तो पता चला कि फाल्ट हो गई है और जल्द ही सप्लाई शुरू कर दी जाएगी।बाजार से खरीदना पड़ा पानी
बिजली जाने के बाद पानी की सप्लाई भी बाधित हो गई। मोटर नही चलने से टंकी में पानी नही चढ़ सका और इससे नल सूख गए। ऐसे में परिजनों को बाजार से खरीदकर पानी मरीजों को पिलाना पड़ा। कई मरीजों की सीटी स्कैन, एमआरआई, एक्सरे आदि जांच में भ्ी परेशानी हुई। बाद में जनरेटर चलाकर यह सुविधाएं बहाल की गईं। पावर सप्लाई बाधित होने से डायलिसिस यूनिटी में भी परेशानी हुई। अलग फीडर से होती है सप्लाई
सरकारी आदेश है कि अस्पतालों की लाइट किसी भी हाल में नही काटी जानी चाहिए। यह इसेंशियल सर्विसेज में आता है। यही कारण है कि बेली अस्पताल का सेपरेट फीडर से बिजली की सप्लाई की जाती है जिससे फाल्ट से बचा जा सके। बावजूद इसके छह घंटे सप्लाई बाधित रहना कई सवाल खड़े कर रहा है। सूत्रों की माने तो अस्पताल पर चार माह का बिजली का बिल भी बकाया है और इसको अदा किए जाने की स््रवीकृति मिल चुकी है लेकिन शासन स्तर पर अभी तक खाते में बजट का पैसा नही भेजा गया है। शुक्र है वेंटीलेटर पर नहीं थे मरीजइस समय अस्पताल में अलग- अलग बीमारियों के 75 मरीजों को भर्ती किया गया था। भगवान का शुक्र था कि वर्तमान में कोई भी मरीज वेंटीलेटर पर भर्ती नही था। नही तो कोई हादसा हो सकता था। अस्पताल प्रशासन का कहना था कि अस्पताल में जनरेटर से बिजली की सप्लाई शुरू कर दी गई थी लेकिन इससे निश्चित सीमा तक ही आपूर्ति की जा सकती है। जांच की भारीभरकम मशीने और पानी सप्लाई आदि के लिए बिजली सप्लाई की जरूरत होती है।हरकत में आया प्रशासन तो 15 मिनट में शुरू हुई सप्लाई
शाम 5 बजे के आसपास पावर सप्लाई बाधित होने की सूचना वायरल हुई तो प्रशासन को इसकी जानकारी हुई। कमिश्नर और डीएम के हरकत में आने के बाद महज 15 मिनट के भीतर पावर सप्लाई शुरू कर दी गई। बिजली विभाग के अधिकारियों ने फाल्ट की दुहाई अधिकारियों के समक्ष दी। बिजली आने के बाद मरीजों ने राहत की सांस ली। तत्काल पेयजल की सप्लाई शुरू की गई।
बिजली के बिल बकाए का कोई कारण नही है, यह फाल्ट के चलते बिजली आपूर्ति बाधित थी जो शाम को चालू कर दी गई।डॉ। किरन मलिक, सीएमएस बेली अस्पताल