नियमों का सही ढंग से पालन करते हुए हजारों पेशेंट घर पर रहकर हो चुके हैं स्वस्थ्य

कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच होम आइसोलेशन बढ़ी राहत बनकर उभरा रहा है। इससे रोजाना हजारों की संख्या में मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज हो रहे हैं। जिससे अस्पतालों पर अधिक बोझ नहीं हो रहा है और मरीज भी जल्दी ठीक हो जा रहे हैं। ऐसे में डॉक्टर्स का कहना है कि जो लोग होम आइसोलेशन पर हैं वह नियमों का कड़ाई से पालन करें। उनकी जरा सी लापरवाही से उन्हें दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है आइए जानते हैं कि होम आइसोलेशन में खुद को कैसे फिट रख सकते हैं।

इन नियमों का करना होगा पालन

कोरोना मरीज को अपने कमरे की खिड़कियां खुली रखनी चाहिए। ताकि हवा और धूप कमरे में आ सके।

एक अलग टॉयलेट भी हो। जिसे सिर्फ संक्रमित मरीज ही इस्तेमाल करे और परिवार के बाकी सदस्य नहीं।

मरीज को हर वक्त मास्क पहनकर रखना चाहिए और हर 6 से 8 घंटे में मास्क को चेंज करना चाहिए।

मरीज के खाने का बर्तन, तौलिया, कपड़े और चादर वगैरह बिल्कुल अलग रखें

दिन में 2-3 बार बुखार चेक करना चाहिए। ध्यान रहे कि बुखार 100 डिग्री फैरेनहाइट से ज्यादा न हो।

साथ ही ऑक्सीमीटर की मदद से खून में ऑक्सीजन का लेवल भी चेक करते रहें। इसका लेवल 94 परसेंट से कम नहीं होना चाहिए।

बुखार तेज हो जाए, सांस लेने में दिक्कत महसूस हो रही हो, ऑक्सीजन का लेवल कम होने लगे, बेचैनी, घबराहट, सिर में तेज दर्द जैसी समस्या हो तो तुरंत भर्ती होने के लिए जाएं।

इन बातों का रखना होगा ध्यान

संक्रमित मरीज ज्यादा नमक न खाएं प्रोसेस्ड फूड यानी डिब्बाबंद वाली चीज न खाएं।

आलू के चिप्स भी न खाएं उसमें भी नमक ज्यादा होता है। इनकी वजह से इम्यून सिस्टम कमजोर होने लगता है जिससे बीमारी ठीक होने की बजाए और बढ़ सकती है।

रेड मीट में भी सैचुरेटेड फैट होता है इसलिए रेड मीट भी न खाएं।

बहुत ज्यादा तला-भुना या मसालेदार खाना भी न खाएं।

कोरोना के मरीजों को प्रोटीन, आयरन, जिंक, विटामिन डी और विटामिन बी से भरपूर चीजें खिलाएं।

रोजाना की डाइट में भीगा हुआ बादाम, अखरोट, खजूर, काजू किशमिश आदि को शामिल करें।

दाल चावल, हरी पत्तेदार सब्जियां, मौसमी फल और सब्जियां, मूंगफली, हल्दी वाला दूध, पोहा, नींबू पानी, नारियल पानी, साबूदाना, उपमा, घी आदि पोषण से भरपूर चीजों को शामिल करें।

एक्सरसाइज भी जरूर करें ताकि आपकी सेहत बनी रहे।

अब तक जिले में होम आइसोलेशन से 49635 मरीज ठीक हो चुके हैं। कुछ ऐसे भी मरीज हैं जिनकी नियमों का पालन नहीं करने से हालत ºराब हो गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पडा।

डॉ ऋषि सहाय

नोडल कोरोना प्रयागराज

Posted By: Inextlive