इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हालैंड हाल छात्रावास के 56 पुरा छात्रों ने एक अनूठी किताब 'हालैंड हाल : स्मृतियों के वातायानÓ लिख डाली. किताब में पिछले 90 वर्षों के अनुभवों का जखीरा है. इसमें पूर्व राज्यपाल एवं केंद्रीय मंत्री और छात्रावास के पुरा छात्र एससी जमीर के लेख हैं. पुस्तक का विमोचन गुरुवार को कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने छात्रावास के पुरनियों की मौजूदगी में की. दरअसल चैथम लाइन स्थित विश्वविद्यालय के अतिथि गृह में गुरुवार को हास्टल में रह चुके पुरा छात्रों के लिए दो सत्रों में सम्मेलन का आयोजन किया गया था. इसमें वर्ष 1995 से 2015 तक के 162 पुरानियों ने उपस्थिति दर्ज कराई. साथ ही विश्वविद्यालय एवं हास्टल की यादों का ताजा किया.


प्रयागराज (ब्यूरो)।कुलपति ने छात्रावास के पुरा छात्रों की ओर से किए जा रहे प्रयास की सराहना की। कहा कि यदि हास्टल का प्रबंधतंत्र सहयोग करेगा तो हम इसके नवीनीकरण कराने से पीछे नही हटेंगे। उत्तराखंड के प्रमुख सचिव रहे एवं हास्टल के पूर्व अंतेवासी नृप ङ्क्षसह नच्लच्याल ने कहा कि हम केवल पुराने दिनों को याद करने प्रयागराज नहीं आए हैं बल्कि हास्टल के उस सर्वसमावेशी चरित्र के बारे में नई पीढ़ी को बताने आए हैं। सुधीर ङ्क्षसह ने छात्रावास के नवीनीकरण का प्रस्ताव रखा। सम्मेलन में आईएएस चन्द्र ङ्क्षसह, आईएएस हरीश चंद्रा, आईएएस मधुकर द्विवेदी, आईपीएस शांतनु मुखर्जी, आईपीएस शैलेंद्र प्रताप ङ्क्षसह, आईपीएस एम सुशील कुमार, इवि में ङ्क्षहदी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डा। संतोष कुमार ङ्क्षसह समेत अन्य छात्र उपस्थित रहे। इस सत्र का संचालन प्रो। मुश्ताक अली और स्वागत रंजीत ङ्क्षसह ने किया।एल्युमिनाई एसोसिएशन का गठन
दूसरे सत्र में औपचारिक रूप से एल्युुमिनाई एसोसिएशन के गठन के लिए एक 16 सदस्यों की समिति का गठन किया गया। समिति में बुद्धिसागर दुबे संयोजक एवं सुधीर ङ्क्षसह सह संयोजक बनाए गए। तीसरा सत्र में शाम को हालैंड हाल परिसर में छात्रों ने सीनियरों का स्वागत किया।

Posted By: Inextlive