किसी ने नहीं किया आवेदन शहर से गांव तक चिन्हित हैं 4052 होलिका स्थल

प्रयागराज ब्यूरो । प्रयागराजगांव से शहर तक किसी ने भी नए स्थल पर होलिका जलाने की डिमांड नहीं की। आज से दो साल पूर्व दस नए आवेदन मिले थे जिसे अनुमति दी गई थी। इस बार जिले में कुल चार हजार से भी अधिक स्थानों पर होलिका दहन होगा। शहर में होलिका स्थल कम भले हैं पर संवेदनशील स्थलों की संख्या गंगा नगर व यमुना नगर से भी अधिक है। होली पर्व पर शांति व सुरक्षा को लेकर पुलिस के द्वारा पुख्ता प्लानिंग की गई है। करीब हर थानों में इलाकाई लोगों के जरिए पीस कमेटी की बैठकें पूरी हो चुकी हैं। पर्व के दिन कोई दिक्कत कहीं नहीं हो इस बात की जिम्मेदारी क्षेत्रीय समाज सेवियों को भी सौंपी गई है। थाना प्रभारी और सर्किल के एसीपी अपने इलाके में शांति पूर्ण पर्व सम्पन्न कराने की जिम्मेदारी उठाएंगे। इन सभी की मानीटरिंग का दायित्व डीसीपी के कंधों पर रहेगा। थाना वार कितने स्थानों पर होलिका दहन होता है, यह सूची पुलिस अफसरों के द्वारा तैयार की गई है।

सर्वाधिक गंगानगर में जलेगी होली
होली पर्व में अब चंदे दिन ही शेष रह गए हैं। ऐसे में पुलिस भी शांति व सुरक्षा को लेकर प्लान तैयार कर चुकी है।
किस थाना क्षेत्र में कितनी जगह होलिका जलाई जाती है, यह सूची भी कंप्लीट है। इस सूची पर गौर करें तो जिले के अंदर इस कुल 4052 स्थानों पर होलिका दहशत किया जाएगा।
हालांकि इतनी ही जगह पर पिछले वर्ष भी होली जलाई गई थी। वर्ष 2021 में नए होलिका स्थल के लिए दस लोगों ने अनुमति मांगी थी। जिसकी छानबीन के बाद जिला प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों द्वारा अनुमति दी गई है।
बताते हैं कि इस बार नए स्थान पर होली जलाने के लिए कोई अप्लीकेशन विभाग को नहीं मिला है। पर्व को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए पुलिस विभाग की प्लानिंग पर गौर करें तो सबसे ज्यादा स्थानों पर होलिका दहन गंगा नगर में होगा।

डिपार्टमेंटल सूत्र बताते हैं कि यहां 1629 स्थानों पर होलिका जलाई जाएगी.
इनमें 66 होलिका स्थल संवेदनशील बताए गए हैं। जबकि यमुना नगर में 1529 स्थानों पर होली जलेगी जिमें 77 स्थल संवेदनशील की सूची में दर्ज हैं। सबसे कम होलिका स्थल शहर क्षेत्र में हैं। सिटी के अंदर मात्र 903 स्थानों पर होलिका दहन होगा। शहर में होलिका दहन स्थल कम जरूर हैं मगर यहां संवेदन शील स्थलों की संख्या अधिक है। प्राप्त रेकार्ड पर भरोसा करें तो शहर के अंदर 93 ऐसे होलिका स्थल हैं जिसे संवेदनशील स्थल की श्रेणी में रखा गया है। होली पर्व में शांति व सुरक्षा की जिम्मेदारी इलाकई पुलिस के साथ क्षेत्रीय समाज सेवियों पर होगी। पर्व के दिन इलाके में सभी थानों की पुलिस मूवमेंट पर रहेगी।

संवेदनशील स्थल पर विशेष नजर
संवेदनशील होलिका स्थलों पर पुलिस के द्वारा विशेष नजर रखी जाएगी। इन इलाकों के पार्षद व ग्राम प्रधान को भी पीस कमेटी की बैठक में अलर्ट किए जाने का दावा किया गया है। संवेदनशील होलिका स्थलों एवं क्षेत्रों में पुलिस की गश्त बढ़ाई जाएगी। जरूरत पडऩे पर थानों में फोर्स की संख्या भी बढ़ाई जाएगी.्र शहर क्षेत्र में जगह-जगह लगाए गए सीसीटीवी कैमरों से भी पुलिस के अधिकारी स्थिति पर नजर रखेंगे। कहीं पर कोई दिक्कत समझ आते ही फौरन फोर्स भेजकर कार्रवाई कराई जाएगी।

Posted By: Inextlive