होली खेले लेकिन त्वचा व बालों का रखें ख्याल
- केमिकल रंगों के असर से बॉडी को पहुंच सकता है नुकसान
- कुछ उपायों को फालो करने से होगी त्वचा व बालों की देखभाल प्रयागराज- होली पर रंग खेलना किसे नही अच्छा लगता। पहले तो हम जमकर रंग से सराबोर होते हैं और बाद में इसे छुड़ाने में हमारे पसीने छूट जाते हैं। और तो और, यह कलर हमारी त्वचा और बालों को काफी नुकसान भी पहुंचाता है। इससे त्वचा में जलन और रूखापन आ जाता है, तो बाल भी बेजान और खराब हो जाते हैं। इसलिए होली खेलने से पहले और बाद में कुछ चीजों का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। नाजुक त्वचा पर होगा असरकुछ दिन पहले चेहरे पर फेशियल वैक्सिंग या फिर थ्रेडिंग या लेसर ट्रीटमेंट कराया है तो रंगों से दूर रहें। क्योकिं यह ट्रीटमेंट लेने के बाद त्वचा काफी नाजुक होती है और फिर रंगों से स्किन को नुकसान पहुंच सकता है। रंग लगते ही त्वचा पर चकत्ते, रेडनेस, जलन और रुखापन जैसी समस्या देखने को मिल सकती है।
रंग खेलने से पहले करें उपाय - होली खेलने से पहले बालों में अच्छी तरह तेल लगाकर मसाज कर लें- - इसके बाद बालों का जूड़ा बना लें और सिर पर बंदाना पहन लें।- अपने शरीर को बचाने के लिए, ऐसे कपड़े पहनें जिनमें आपका शरीर ज्यादा से ज्यादा ढका रहे।
- पूरे शरीर पर मालिश कर लें जिससे आयली त्वचा पर रंग अपना असर नही छोड़ेगा। - बॉडी पर नारियल या किसी अन्य तरह का तेल यूज कर सकते हैं। - हाथों और पैरों पर सनसक्रीन ज़रूर लगाएं, जिससे सन टैनिंग न हो। अगर आपको एक्ने की शिकायत रहती है या आपकी त्वचा नाज़ुक है, तो रंगों के इस्तेमाल से बचे या फिर हर्बल रंग ही यूज़ करें। - महिलाएं नाखूनों पर नेलपॉलिश ज़रूर लगा लें, इससे आपके नाखूनों और आसपास की स्किन में लगा रंग आसानी से निकल जाएगा। रंग खेलने के बाद उपाय - होली खेलने के बाद फौरन नहाने जाएं, जिससे रंग त्वचा और बालों पर न जमे। - अगर सिर्फ नहाने से रंग नहीं निकल रहा हो, तो गुनगुने ज़ैतून के तेल में नींबू मिलाकर त्वचा पर लगा लें और एक घंटे के लिए छोड़ दें। - रंग को त्वचा से निकालने के लिए कैरोसीन, पैट्रोल या फिर नेल पॉलिश रिमूवर जैसी चीज़ों का इस्तेमाल न करें। ये चीज़ें त्वचा को और नुकसान पहुंचाएंगी। -अगर आपकी त्वचा नाज़ुक है, तो क्लिंजि़ंग मिल्क का इस्तेमाल करें1- शरीर के लिए हल्का बॉडी वॉश और फिर नहाने के बाद मॉइश्चराइज़र का इस्तेमाल करना न भूलें।
- होली के अगले दिन घर बुलाकर मेनीक्योर और पेडीक्योर करवाएं। वहीं बालों के लिए स्पा करवा सकते हैं। हर साल आते हैं मामले होली के बाद हर साल हॉस्पिटल्स में त्वचा के एलर्जी के मामले पहुंचते हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि इनमें बच्चे अधिक संख्या में होते हैं। महिलाएं भी आती हैं। इन सभी की त्वचा नाजुक होती है और केमिकल युक्त रंगों से इनको नुकसान पहुंचता है। इसलिए जरूरी है कि नियमों का पालन किया जाए। संवदेनशील त्वचा पर रंगों का जरा भी उपयोग न करें। कुछ चीजों का पालन करने के बा दहोली पर रंगों के रिएक्शन से बच सकते हैं। अगर आंखों या शरीर के किसी हिस्से में जलन हो रही है तो डॉक्टर से तत्काल सलाह लें। ऐसा करने से परेशानी से बच जाएंगे। डॉ। शक्ति बसु, त्वचा रोग विशेषज्ञ