- कोरोना संक्रमण काल में डिजिटल इबादत वìकग प्लेस में कर रहे हेल्प

- लैपटाप और दूसरे गैजेट्स पर कुरान पढ़ने में यूथ को हो रही आसानी

धर्म हो या रीति रिवाज। हर जगह तेजी से बदल रही सूचना क्रांति का असर दिखने लगा है। ऐसे में खुदा की इबादत के सबसे पाक महीने माह ए रमजान में इबादत और तिलावत के जरिए सवाब कमाने का तरीका भी हाइटेक हो चुका है। मोबाइल एप में कुरान या कुरान की सूरा अथवा आयत डाउनलोड कर मुस्लिम यूथ सीधे सवाब के हकदार हो रहे है। सर्च इंजन की मदद से वह अपने वìकग प्लेस पर भी कुरान व हदीस की तिलावत कर रहे है। कोरोना के संक्रमण काल में जहां एक तरफ मस्जिदों में इबादत का सिलसिला काफी धीमा है, ऐसे में विशेष इस्लामिक एप की मदद से लोग सरल तरीके के साथ इबादत-तिलावत सीख रहे हैं। परंपरागत तस्बीह (माला) के साथ डिजिटल तस्बीह उपलब्ध है, जो वजीफा को शत प्रतिशत गिनती (काउंटर) उपलब्ध कराती है। मस्जिदों, मकतब और घरों में कुरआन पाक की तिलावत को अब डिजिटल स्वरूप में पढ़ा और पढ़ाया जा रहा है। खासकर यूथ अपने मोबाइल पर ही कुरआन पाक पढ़ने में काफी आसानी महसूस कर रहे है।

इंटरनेट की मदद से कहीं भी कर सकते है कुरान की तिलावत

मदरसा वसीअलुल उलूम के सचिव मौलाना डा। अहमद मकीन के मुताबिक इंटरनेट के माध्यम से लोग अब कहीं भी कुरआन की तिलावत कर सवाब हासिल कर रहे हैं। दर्जनों ऐसी वेबसाइट हैं जो कुरआन को शुद्ध रूप में एवं अनुवाद के साथ प्रस्तुत कर रही हैं। लोगों को हर जगह (घर, दुकान, नौकरी आदि में) आसानी से कलाम पाक पढ़ने का सवाब मिल पा रहा है। मस्जिद शाह वसीउल्लाह के हाफिज सईदुल हसन का कहना है कि गूगल पर सर्च करने से कुरआन हदीस के प्रारंभिक पाठ से लेकर बड़े बड़े मसले मसायल का हल मिल जाता है। सिविल लाइन्स में इंदिरा भवन के व्यापारी खालिद अंसारी कहते हैं इंटरनेट पर कुरान और दूसरे अरकान की जानकारी उपलब्ध है। साथ ही हाईटेक तरीके से लोगों को कुरान पढ़ने और समझने में आसानी हो रही है। इंटरनेट पर दर्जनों ऐसी वेबसाइट हैं जो कुरान को शुद्ध रूप एवं अनुवाद के साथ प्रस्तुत कर रहीं हैं। रोजाना की दुआ, कलमा, तस्बीह काउंटर भी मौजूद हैं। अलकुरान उल करीम में कुरआन पाक के सभी आयत टेक्स्ट और ऑडियो वर्जन में मौजूद हैं। चाहें तो पढकऱ तिलावत की जा सकती है।

वर्जन

- रमजान में कुरान की तिलावत करना सवाब माना जाता है। ऐसे में वìकग प्लेस में पहले काफी दिक्कत होती थी। लेकिन इंटरनेट की मदद से ये वìकग प्लेस पर भी आसानी से हो जाता है।

वसीम

- गूगल पर सर्च करने से कुरआन व हदीस की शुरूआत के पाठ से लेकर बड़े बड़े मसले मसायल का हल मिल जाता है। जिससे काफी आसानी होती है।

फरोग अहदम

- यूथ के लिए ये सबसे अधिक हेल्पफुल है। क्योकि यूथ को मोबाइल पर ही इस्लामिक एप से सरल तरीके से इबादत तिलावत सीखने को मिल रहा है।

रहमान अहमद

- माह ए रमजान इबादत का महीना होता है। इन महीने में खुदा की रहमत बरसती है। ऐसे में खुदा की इबादत करने का आसान तरीका ये इंटरनेट है। जिससे कहीं भी इंटरनेट की मदद से कुरआन पढ़ी जा सकती है।

साबिर फरीदी

Posted By: Inextlive