अनियंत्रित रफ्तार में पिकप ने आठ लोगों को रौंदा तीन की हालत गंभीर एसआरएन में कराए गए भर्ती पुरामुफ्ती में सुबह सात बजे के करीब हुई घटना दो अन्य घायल दो वाहनों को नुकसान ड्राइवर के नशे में होने का अनुसार पुलिस ने लिया हिरासत में मइय्य में आये थे मरने वाले ड्राइवर के मुंह से कोई स्मेल नहीं आ रही थी जो इशारा करे कि उसने कोई नशा कर रखा है. लेकिन उसकी लड़खड़ाती जबान और पूछताछ में बार-बार बदला जा रहा बयान बता रहा था कि वह फुल टू नशे में है. उसने अपने पिकप से दो वाहनों को नुकसान पहुंचाने के बाद दो लोगों को टक्कर मारी. संयोग था कि दोनों को ज्यादा चोट नहीं आयी. वह यहीं नहीं थमा इसके बाद उसने गाड़ी को रफ्तार दी तो वह छह अन्य लोगों को रौंदते हुए आगे बढ़ गयी. इसमें से तीन की आन द स्पॉट मौत हो गयी. तीन को गंभीर अवस्था में एसआरएन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. घटना के बाद पब्लिक ने वाहन का पीछा कर लिया तो उसने रफ्तार को बढ़ा दिया. इस चक्कर में वह अनियंत्रित होकर पिलर से टकरा गया. इसके बाद वाहन रुक गया तो पब्लिक ने चालक को उसकी करतूत का सबक सिखाने के लिए वह घर घेर लिया जिसमें वह छिपकर अपनी जान बचाने की कोशिश कर रहा था. संयोग से इसकी सूचना पर पुलिस पहुंच गयी और उसकी जान बच गयी. पुलिस ने चालक को हिरासत में ले लिया है.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। पुरामुफ्ती थाना क्षेत्र के पाल मार्केट के रहने वाले डा। सोहन लाल पाल की शुक्रवार की सुबह हार्टअटैक से मौत हो गई थी। मोहल्ले में वह काफी लोकप्रिय थे तो मौत की सूचना मिलने के बाद तमाम लोग उनके घर संवेदना जताने के लिए पहुंचने लगे थे। बॉडी घर के अंदर थी तो ज्यादातर लोग अंतिम दर्शन के बाद उनके घर के सामने सड़क किनारे खड़े होकर आपस में बात कर रहे थे। इसी दौरान कानपुर की तरफ से एक तेज रफ्तार पिकप काल बनकर शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए पहुंचे लोगों की तरफ झपट पड़ी। उसने पहले एक बाइक को टक्कर मारी तो चालक गिरकर चोटिल हो गया। बाइक को भी नुकसान हुआ। इसके बाद उसने एक अन्य वाहन को टक्कर मारी। प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि इसके बाद गाड़ी की रफ्तार और तेज हो गयी जबकि चालक उसे नियंत्रित नहीं कर पा रहा था।

कुछ समझते इससे पहले चढ़ गयी गाड़ी

यह देखने के बाद मार्केट के लोग सन्नाटे में आ गये। लेकिन, किसी को अंदेशा नहीं था कि यह गाड़ी तीन परिवारों में मौत का संदेशा पहुंचाने के लिए निकली है। जब तो लोग संभलते और बचने की कोशिश करते पिकप वाहन छह लोगों को कुचलते हुए आगे बढ़ गया था। बाकी लोगों ने जैसे-तैसे अपनी जान बचायी। इसके बाद लोगों ने गाड़ी को पकडऩे के लिए ललकारा और पीछा शुरू कर दिया तो कुछ दूर आगे जाने के बाद गाड़ी पिलर से टकराने के बाद बंद हो गयी। इसके बाद चालक के साथ गाड़ी पर बैठे चार लोग उतरे और घर के भीतर घुसकर कमरा बंद कर दिया। पब्लिक उन्हें बख्शने के मूड में बिल्कुल नहीं थी। संयोग से किसी से सूचना मिली तो पुरामुफ्ती थाने की पुलिस के साथ इंस्पेक्टर खुद वहां पहुंच गये। उन्होंने लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया। इसके बाद चालक और उसके साथ रहे लोगों को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने स्थानीय लोगों के सहयोग से घायलों को अस्पताल और मृतकों को पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया।

बुजुर्ग होने से भाग नहीं पाये मृतक

इस हादसे में जान गंवाने वाले तीनों लोगों की उम्र 60 साल से अधिक थी। मरने वालों का नाम भगवानदीन (60), प्रदीप कुमार (61) और कल्लू पटेल (60) बताया गया है। सभी मृतक बिहिकापुर पुरामुफ्ती के रहने वाले थे। गंभीर रूप से घायलों में शकील (45), हरि प्रसाद कुशवाहा (35), हरि मोहन मौर्या (35) व सुजीत (30) मनौरी के रहने वाले हैं। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो वहां खड़े युवा पिकअप अनियंत्रित होता देख फौरन हट गए लेकिन बुजुर्गों को संभलने का मौका नहीं मिला। इस भीषण हादसे के बाद सैकड़ों की संख्या में आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंच गए।

सूखे नशे की बात आई सामने

पुलिस के मुताबिक पिकप में चालक समेत कुल चार लोग सवार थे। इन सभी की उम्र 20 से 25 साल के बीच है। पुलिस के मुताबिक छह लोगों को कुचलने से पहले पिकप ने दो कार, दो बाइक, दो स्कूटी, एक साइकिल को भी टक्कर मारी थी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक पिकप ने निर्माणाधीन मकान के पिलर में भी टक्कर मारी। जिससे वह भी गिर गया। उससे भी ग्रामीण घायल हुए हैं। दो दर्जन लोगों में से करीब 8 लोग पिकअप की चपेट में आ गए। पुलिस जब एक्सीडेंट करने वाले सभी लोगों को थाने ले आई तो किसी के मुंह से दारू की बदबू नहीं आ रही थी। लेकिन, सब नशे में लग रहे थे। पूछताछ में सूखा नशा करने बात बताई।

एक साथ उठी चार की अर्थी

अचानक हुए इस हादसे के बाद पहले से ही गमगीन माहौल में चीख-पुकार मच गई। चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल व्याप्त हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस घटना की जांच की। देर शाम पोस्टमार्टम के बाद तीनों की बॉडी जब घर पहुंची तो पूरे एरिया में मातम छा गया। सभी की आंखे चार अर्थी देख दंग थे। सभी यही कह रहे थे कि विधाता की यह कैसी मर्जी है कि गांव में एक व्यक्ति पहले से ही हार्ट अटैक से मरा था ऊपर से चार और की अर्थी उठेगी।

इंस्पेक्टर न पहुंचते तो पब्लिक मार डालती ड्राइवर को

घटना के बाद पुलिस इस कदर आक्रोश में थी कि वह चालक को मौत के घाट उतार देने पर आमादा थी। चालक और उसके साथियों ने खुद को कमरे में बंद किया तो खबर सुनकर सैकड़ों लोग मकान के बाहर जुट गये। उन्होंने घर को घेर लिया और उन्हें बाहर निकालने की बात करने लगे। इसमें कई लोगों के हाथ में लाठियां भी थीं। इससे बड़ी घटना का अंदेशा हुआ तो किसी ने सूचना एसओ को दे दी। तीन की मौत और पांच के घायल होना के बाद यह स्थिति सुनकर एसओ फोर्स लेकर तत्काल मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसी तरह से लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया और भरोसा दिलाया कि सभी को उसके किये की सजा जरूर मिलेगी। इसके बाद लोग शांत हुए। इसके बाद पुलिस ने मकान को घेर लिया और चारों को उससे बाहर निकलवाकर थाने भेजवा दिया। इसके बाद पुलिस आगे की कार्रवाई में लग गयी।

बयान बदलता रहा चालक

मृतकों को पोस्टमार्टम हाउस और घायलों को अस्पताल भेजवाने के बाद पुलिस ने थाने में चालक से थाने में पूछताछ की तो वह घुमाने फिराने वाला बयान देने लगा। उसने पहले कहा कि स्टेयरिंग फेल हो गयी थी। इससे वाहन डिवाइडर से टकराया और गाड़ी एक तरफ भाग गयी। पुलिस ने स्टेयरिंग को सही बताते हुए सवाल किया तो उसने बयान बदल दिया और कहा कि उसे झपकी आ गयी थी। क्रास चेक करने पर पुलिस को इसमें भी खोट नजर आ गयी। इसी से पुलिस का मानना है कि उसने जरूर कोई न कोई नशा कर रखा था। वाहन वह अनकंट्रोल्ड स्पीड से चला रहा था। इसी में हादसा हो गया।

सुबह सात बजे घटना हुई थी और 7:08 बजे मुझे सूचना मिली। मौके पर पहुंचा तो पता चला कि चालक ने खुद को घर से लगे बनी दुकान में बंद कर रखा है। उसे हिरासत में ले लिया गया है। शनिवार को चालान करके जेल भेजा जाएगा।

आशुतोष तिवारी इंस्पेक्टर, पुरामुफ्ती

Posted By: Inextlive