हेतापट्टी डकैती कांड: मुस्तैदी ने ले ली चौकीदार की जान
प्रयागराज ब्यूरो । थरवई के हेतापट्टी में सोमवार रात हुई डकैती में बदमाशों ने क्रूरता की सारी हद पार कर दी। चौकीदार की जान उसकी मुस्तैदी ने ले ली। अगर चौकीदार ने आवाज न लगाई होती तो उसकी जान बच जाती। डकैतों को चौकीदार का आवाज लगाना रास नहीं आया। डकैत खूनी खेल खेलने पर अमादा हो गए। चौकीदार, उसकी पत्नी और नातिन अंदर की ओर भागे और दरवाजा बंद कर लिया। मगर चहारदीवारी लांघ कर डकैत अंदर घुस गए। और चौकीदार को तब तक मारा जब तक उसकी मौत नहीं हो गई। चौकीदार की हत्या उसकी पत्नी के सामने ही कर दी गई। वह बचाव के लिए चिल्लाते रही मगर डकैतों ने उसकी एक न सुनी। इस बीच उसे भी धारदार हथियार से जख्मी कर दिया गया। जिससे वह बेसुध हो गई।
टोकने पर चली गई जान
हेता पट्टी बाजार में डकैतों ने सबसे पहले रामबाबू सोनी की दुकान खंगाली। रामबाबू की दुकान का शटर टेढ़ाकर डकैतों ने अंदर से कीमती सामान समेट लिया। इधर खटपट की आवाज सुनकर पड़ोस में पंडा मार्केट के बरामदे में सो रहे चौकीदार रामकृपाल की नींद खुल गई। रामकृपाल ने कौन है कि आवाज लगा दी। बरामदे से अंदर जाने वाले रास्ते पर लोहे का गेट लगा है। गेट के अंदर रामकृपाल की पत्नी और नातिन आंचल सो रही थी। रामकृपाल ने जब कई डकैतों को देखा तो वह अंदर की ओर भागा। इस बीच रामकृपाल की पत्नी ने दरवाजा बंद कर लिया। इन सबको लगा कि अब जान बच गई। मगर रामकृपाल की हरकत से खार खाए डकैत दूसरी तरफ से चहारदीवारी फांद कर अंदर आ गए। सभी छह डकैत देख इन लोगों के होश उड़ गए। डकैतों ने रामकृपाल को रंभे से मारना शुरू कर दिया। पत्नी जान बख्श देने के लिए डकैतों के आगे गुहार लगाती रही मगर उसकी डकैतों ने एक न सुनी। पत्नी के सामने ही रंभे से रामकृपाल के सिर पर वार कर दिया। रामकृपाल की सांस थम गई। इस बीच डकैतों की नजर रामकृपाल की नातिन आंचल पर पड़ी। रामकृपाल को मारने के बाद डकैतों ने उसकी पत्नी को भी धारदार हथियार से मारकर जख्मी कर दिया। वह बेसुध हो गई तो डकैत लड़की को मार्केट के पीछे उठा ले गए। वहां दुष्कर्म के बाद डकैत निकल गए।
चार बजे लड़की को आया होश
डकैतों की दरिंदगी की शिकार लड़की को करीब चार बजे होश आया। वह खेत से निकलकर बाहर की ओर आई। उसने शोर मचाया तो वहां मौजूद पुलिस वालों को रामकृपाल की हत्या की जानकारी हुई। मंगलवार को पुलिस लड़की को मेडिकल के लिए ले गई। इसके बाद उसे परिजनों को सौंप दिया गया।