यहां रेप के केस का होता है धंधा!
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रेप के मुकदमें अब तक जिले में दर्ज हुए 03 रेप के मामले पुलिस की जांच में खारिज 06 केस की तफ्तीश में नहीं मिले साक्ष्य - रुपयों का डिमांड नहीं पूरा करने वाले युवकों व पुरुषों के खिलाफ दे देती हैं रेप की तहरीर - इन्हीं सात महीनों में दर्ज कई केस की विवेचना में नहीं मिले साक्ष्य व सुबूतPRAYAGRAJ: जिले में रेप के केस का भी धंधा होता है। शातिर लोग व फितूरी महिलाएं मिल कर इस धंधे की स्क्रिप्ट तैयार करती हैं। तैयार कहानी काफी दिलचस्प व भयभीत करने वाली है। माया जाल में युवकों को फंसा कर महिलाएं व युवतियां अपने बस में करती हैं। चाहत में बेबस युवक या पुरुष इशारों पर नाचना शुरू कर देते हैं। बस इसी का लाभ उठा कर वह बुला लेती हैं। बुलाने के बाद होटल या कमरे में ले जाती हैं। फिर रुपयों का डिमांड शुरू कर देती हैं। दांव पर लगी आबरू को बचाने के लिए कुछ तो रुपये दे देते हैं, जो नहीं देते उनके खिलाफ थानों में रेप की तहरीर दे देती हैं। इन सात महीनों में आधा दर्जन से अधिक ऐसे केस सामने आ चुके हैं। कुछ के चेहरे तो तुरंत तो कइयों के विवेचना में चेहरे बेनकाब हुए।
यहां पोल खोलते हैं आंकड़े
थानों में दर्ज मुकदमों की विवेचना की स्थिति कुछ ऐसे ही हालत बयां कर रहे हैं। इसकी हकीकत से रूबरू होने के लिए दर्ज रेप केस की फाइलों पर गौर करना होगा। इन सात महीनों में जिले के विभिन्न थानों में रेप के करीब 56 मुकदमें लिखे गए हैं। इन मुकदमों की विवेचना में जुटी पुलिस साक्ष्य व सुबूत की तलाश में भटक रही है। दर्ज तीन मुकदमें ऐसे हैं जो जांच में झूठे पाए गए। ऐसी स्थिति में इन मुकदमों को खारिज कर दिया गया। इसी तरह छह केस में लगाए गए रेप के आरोप के साक्ष्य ही नहीं मिल रहे। खुद वादी तक साक्ष्य देने में असमर्थ दिखाई दे रहा है। ऐसे केस पुलिस के लिए टाइम किलर तो हैं ही परेशानी के शबब भी हैं। फैक्ट-1ताजा मामला शिवकुटी सलोरी की एक युवती फेसबुक के जरिए लखनऊ के युवक से मोहब्बत की। ऑनलाइन बातचीत का सिलसिला कॉलिंग तक पहुंच गया। युवती के इशारे पर वह लखनऊ से भागता हुआ प्रयाग आ पहुंचा। यहां एक होटल में दोनों की मुलाकात हुई। इसके बाद न जाने क्या हुआ कि युवती ने सिविल लाइंस थाने में उसके खिलाफ तहरीर दे दी। माना जा रहा है कि उसने रुपयों की डिमांड पूरी नहीं की।
फैक्ट-2 एक डेढ़ माह पूर्व झूंसी पुलिस ने जौनपुर की एक महिला को दबोचा था। वह झूंसी स्थिति एक घर में दो युवकों के साथ मिली थी। उसके साथ एक महिला और थी जिसे वह रुपये कमाने का झांसा देकर लाई थी। पकड़े जाने के बाद वह युवकों पर रेप का आरोप लगाने लगी। पूछताछ व छानबीन में हैरान करने वाला तथ्य सामने आया। पुलिस को मालूम चला था कि अपने जाल में फंसाकर वह हम बिस्तर होती थी। फिर रुपयों की डिमांड पूरी न होने पर रेप का केस लिखवा देती थी। फैक्ट-3 कीडगंज में दो माह पूर्व ऐसा ही एक मामला और सामने आया था। यहां मीरजापुर से पढ़ाई करने आई छात्रा फेसबुक के जरिए एक युवक से प्यार का ढोंग रचती है। उसके बुलाने पर लखनऊ से युवक प्रयागराज आ गया। दिन भर दोनों घूमे टहले शाम को बात बिगड़ गई। युवती ने कथित आशिक के खिलाफ रेप की तहरीर दे दी। पुलिस आरोपित युवक को दबोच लायी। पूछताछ में युवक ने बताया था कि उसे वही बुलाई थी। आने पर रुपयों की डिमांग की। पैसा न देने पर उसने रेप की तहरीर दे दी।किसी के द्वारा लगाए गए गलत आरोप पर दर्ज मुकदमे में निर्दोष व्यक्ति जेल नहीं जाने पाएंगे। पुलिस द्वारा विवेचना में प्राप्त तथ्य व साक्ष्य के आधार पर ही कार्रवाई की जाएगी।
दिनेश सिंह, एसपी सिटी