गैरों से करती थी बात इसलिए उतारा मौत के घाट
प्रयागराज (ब्यूरो)। मोबाइल फोन पर उसका गैरों से बात करना उसे नागवार लगता था। घटना के दिन 29 जनवरी की रात दोनों ने साथ में शराब पी। इसी दौरान प्रेमी को लेकर बात शुरू हो गयी। इस पर महिला ने अपना पक्ष रखा तो बात आगे बढ़ गयी। इससे प्रेमी तैश में आ गया। उसने पास में पड़े ईंट के टुकड़े को उठाकर सुनीता के सिर पर प्रहार कर दिया। एक के बाद एक, कई वार से उसका सिर फट गया और वह खून से तरबतर हो गई। यह देखकर उसकी बेटी चीखने लगी। वह खून से सनी प्रेमिका को कंधे पर उठाकर हॉस्पिटल ले जा रहा था। रास्ते में उसे पुलिस नजर आई तो डर गया। घायल प्रेमिका को कंधे से नीचे उतारा तो वह दम तोड़ चुकी थी। उसकी बेटी को बताए बगैर बॉडी परेड में ब्रिज के नीचे छोड़कर वह भाग गया था। यह बातें उसकी हत्या करने वाले गिरफ्तार प्रेमी मनीष यादव द्वारा पुलिस को बताई गईं।
इस तरह की थी हत्या
दारागंज पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए महिला के आशिक व कातिल मनीष यादव को मंगलवार दोपहर मीडिया के सामने पेश किया गया। पुलिस लाइंस सभागार में प्रकरण का खुलासा करते हुए एसीपी झूंसी ने पूरी घटना पर प्रकाश डाला। गिरफ्तार अभियुक्त मनीष यादव कौशाम्बी जिले के कोखराज थाना क्षेत्र स्थित मांपुर गांव का है। वह प्रेमिका सुनीता साकेत के साथ चार वर्षों से लिव-इन-रिलेशन में था। उसके साथ सुनीता की आठ वर्षीय बेटी दामिनी उर्फ राधा भी रहा करती थी। एसीपी के मुताबिक पूछताछ में उसने बताया कि प्रेमी के साथ सुनीता भी ड्रिंक किया करती थी। दस दिनों से दोनों परेड ग्राउंड में रह रहे थे। यहां 29 जनवरी की रात दोनों साथ में ड्रिंक किए। नशा दिमाग पर चढ़ा तो आशिक मनीष भावनाओं में बहने लगा। वह अपने प्यार और इश्क का वास्ता देते हुए उसपर गैरों से सम्बंध जैसे आरोप लगाने लगा। क्योंकि वह अक्सर किसी से मोबाइल पर बातें किया करती थी। यह बात उसे अच्छी नहीं लगती थी। इसी शक को लेकर नशे में दोनों के बीच विवाद होने लगा। अचानक हत्याभियुक्त मनीष यादव तैश में आ गया। वह पास में पड़े ईंट के एक टुकड़े को उठाकर प्रेमिका सुनीता के सिर पर पटक दिया। हत्या के बाद भागा तो सीधे अपने घर कौशाम्बी चला गया। पुलिस के मुताबिक मंगलवार को वह माघ मेला परेड में बने लोक निर्माण विभाग स्टोर नंबर चार के पास किसी से मिलने आया था। यह बात दारागंज थाना प्रभारी वीरेंद्र मिश्र को मालूम चलते ही टीम के साथ पहुंच कर उसे गिरफ्तार कर लिए। वह ईंट भी बरामद किया गया जिससे उसके जरिए महिला की हत्या की गई थी।
मनीष यादव ने पुलिस को बताया कि सूरत में रहकर जॉब करता था।
वहीं उसकी मुलाकात सुनीता साकेत से हुई थी। बातों ही बातों में सुनीता ने उसे बताया कि उसके पति की एक्सीडेंट में मौत हो गई है।
मिलना-जुलना बढ़ा तो दोनों एक दूसरे पर फिदा हो गये और साथ रहने लगे।
सुनीता के बेटों को बात मालूम चली तो वह विरोध करने लगे तो सुनीता ने उन्हें छोड़ दिया।
दस दिन पूर्व दोनों बेटी को लेकर यहां परेड में ग्राउंड में आए थे। यहां फ्लाई ओवर के नीचे रहकर मनीष मेहनत मजदूरी किया करता था। पूछताछ में अभियुक्त के द्वारा बताया गया कि उसे प्रेमिका यानी महिला पर शक था। वह मोबाइल फोन से किसी से अक्सर बातें किया करती थीं। नशे में इस बात को लेकर हुए विवाद के बाद उसके हमले से महिला की मौत हो गई थी।
आस्था जायसवाल एसीपी झूंसी