नाबालिगों के खिलाफ पहले कोई केस न होने पर हिदायत देगी पुलिसजिन पत्थरबाजों के खिलाफ पहले से हैं केस उन्हें माना जाएगा हार्डकोर अटाला की आग शांत भले हो गई हो मगर उससे उठी लौ का असर पत्थरबाजों के घरों तक पहुंचाना अब शुरू होगा. यह वही लोग हैं जिनके खिलाफ ज्ञात या अज्ञात में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. गिरफ्तारी को लेकर तटस्थ पुलिस द्वारा बालकों को थोड़ी राहत देने की बात शुक्रवार को कही गई. इस पूरे मामले में पहले हार्ड-कोर क्रिमिनल अरेस्ट किए जाएंगे. इनमें वे पत्थरबाज शामिल हैं जिनके ऊपर पहले से आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं. पुलिस का दावा है कि ऐसे लोगों की पहचान युद्ध स्तर पर की जा रही है.


शांति के बीच सख्ती का दावा
शांतिपूर्ण तरीके से शुक्रवार को जुमे की नमाज सम्पन्न कराने के साथ पुलिस अफसरों ने दस जून को हुए बवाल में नामजद व अज्ञात की गिरफ्तारी को लेकर अपना प्लान पब्लिक से शेयर किया। बताया गया कि किसी भी आरोपित के खिलाफ पुलिस अनर्गल कार्रवाई या गिरफ्तारी नहीं करेगी। अभियुक्त यदि नामजद है और वह जांच में बेकसूर मिले तो उसे गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। इन सब की गिरफ्तारी हो जाने के बाद नाबालिग बालकों की पहचान शुरू की जाएगी। पत्थरबाजी करने वाले जिन नाबालिगों की तस्वीर कई फुटेज में दिखाई देगी पुलिस उन्हें गिरफ्तार करेगी। किसी एक फुटेज में जो बालक पत्थर फेक रहे हैं उन्हें उनकी पहली गलती मानते हुए सख्त हिदायत देकर छोड़ा जाएगा। फुटेज व जारी पोस्टर में पत्थरबाजों की पहचान के लिए छह सदस्यीय कमेटी गठित की गई है। इस की निगरानी में एसपी क्राइम को लगाया गया है।

दस जून को पथराव करने वाले बालिग पत्थरबाज किसी भी सूरत में गिरफ्तारी से बच नहीं सकेंगे। किसी एक फुटेज में पथराव करते हुए दिखाई देने वाले नाबालिगों से पूछताछ करके हिदायत देकर छोड़ा जाएगा। क्योंकि, हो सकता है कि वह बहकाने में आ गए हों और उनकी यह पहली गलती हो।अजय कुमारएसएसपी प्रयागराज

Posted By: Inextlive