गेस्ट हाउस संचालक का बेटा सकुशल बरामद, अपहर्ता गिरफ्तार, कर्जमुक्ति के लिए अपहरण का सहारा
प्रयागराज (ब्यूरो)। घर वालों को बेटे के अपहरण की खबर तब हुई जब सर्वेश के जरिए अपहृत वासु के फोन से बीस लाख की रंगदारी मांगी गई। रुपये नहीं देने पर वासु के कत्ल की धमकी से परिवार सहम गया और शिकायत पुलिस से किया। पुलिस एक्टिव हुई तो सर्वेश को उसके किराए वाले फ्लैट से गिरफ्तार करके वासू को सुरक्षित बरामद किया गया। पुलिस दावा है कि फ्लैट में रहे शातिर सर्वेश के भागे हुए दोस्तों की तलाश चल रही है। यह सनसनीखेज वारदात घटना धूमनगंज थाना क्षेत्र के मुण्डेरा में मंगलवार रात हुई।
स्टाफ के बहन की थी शादी
अपहृत 19 वर्षीय वासु सिंह पटेल मुण्डेरा निवासी कुसुम वाटिका गेस्टहाउस के मालिक भीम सिंह पटेल का बेटा है। वासु एरिया के एसपी कान्वेंट स्कूल में इंटर का छात्र है। गेस्ट हाउस में मंगलवार रात पंकज कुशवाहा की बहन की बारात आई थी। पंकज कुसुम वाटिका में लाइटिंग का काम करता है। चूंकि, गेस्ट हाउस के स्टाप के घर की शादी थी लिहाजा मालिक भीम सिंह पटेल व उनका बेटा वासु व बेटी बंदना पटेल एवं पत्नी कुसुम पटेल सहित पूरा परिवार शरीक था। रात करीब दस बजे गेस्ट हाउस के मालिक का बेटा वासु सिंह पटेल लापता हो गया। काफी खोजबीन के बावजूद जब उसका कुछ पता नहीं चला तो परिवार के लोग परेशान हो गए। नाते रिश्तेदारों के यहां भी पता किए। जब कहीं कुछ मालूम नहीं चला तो सभी सन्नाटे में आ गए। मामले की जानकारी उसके पिता भीम सिंह द्वारा पुलिस को दी गई। पुलिस पहुंची और कुछ संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की। तब तक धूमनगंज थाना प्रभारी संग सीओ व पुलिस उपायुक्त नगर एवं पुलिस उपायुक्त क्राइम सहित सहायक पुलिस आयुक्त धूमनगंज मौके पर जा पहुंचे। फौरन अधिकारियों द्वारा एसओजी व क्राइम ब्रांच की टीमें भी एक्टिव कर दी गईं। इस बीच अपहरण किए गए वासु के फोन उसके पिता भीम के मोबाइल पर कॉल आई। उसके हेलो बोलते ही सामने से बेटे की जगह किसी दूसरे की आवाज सुनाई दी। सामने अपहरणकर्ता था। उसने 20 लाख रुपये का बंदोबस्त करने की डिमांड कर दी। ऐसा न करने पर बेटे को जान से मार देने की धमकी दी गयी। यह सुनकर परिवार के पैरों तले से जमीन खिसक गयी। यह बात भी भीम ने पुलिस को बताई।
पुलिस ने चेक किये फुटेज
पुलिस नंबर को ट्रेस करते हुए गेस्ट हाउस से लेकर आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की छानबीन की गई। फुटेज फुटे में एक स्विफ्ट डिजायर कार दिखाई दी। गेस्ट हाउस से लेकर वासु का अपहरण करके जिधर से भी कार गई कैमरे से पुलिस ट्रेस करती रही। सर्विलांस से वासु के मोबाइल नंबर की लोकेशन मंगलम बिहार अपार्टमेंट राजरूपपुर में ट्रेस हुई। पुलिस टीम मंगलम बिहार अपार्टमेंट जा पहुंची। इस बीच अपार्टमेंट से किसी महिला ने फ्लैट से वासू के चीखने की आवाज सुनी। वह बाहर आई तो बालकनी से वासू उस महिला को पिता का मोबाइल नंबर बताते हुए बचाने की गुहार लगाई। महिला द्वारा उसके पिता को फोन करके जानकारी दी गई कि आप का बेटा अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 409 में हैं। अपार्टमेंट को ट्रेस कर चुकी पुलिस को वासू के पिता के पास महिला द्वारा किए गए कॉल से फ्लैट की सटीक जानकारी हो गई। पुलिस टीम सीधे फ्लैट के दरवाजे पर जा पहुंची। किसी तरह पुलिस दरवाजा खुलवाई तो उसमें रहे दो युवक दूसरे रास्ते से भाग निकले। सर्वेश सिंह पटेल, पुत्र वीरेंद्र सिंह निवासी रामचंद्र मिशन रोड मुण्डेरा चुंगी थाना धूमनगंज पकड़ा गया। सर्वेश को गिरफ्तार करके फ्लैट में रखे गए अपहृत गेस्टहाउस के बेटे वासू को पुलिस सुरक्षित बरामद कर ली।
बेटे को सुरक्षित देख आई जान में जान
पूछताछ में गिरफ्तार सर्वेश द्वारा दोस्तों संग वासू के अपहरण की बात स्वीकार की गई। बेटे को सुरक्षित पाकर भीम सिंह पटेल व उसके परिवार की आंखें खुशी से नम हो गईं। इस तरह पुलिस सक्रियता दिखाते हुए एक बड़ी घटना को होने से बचाने में कामयाब हो गई। तलाशी में पुलस को सर्वे के पास से वासू का मोबाइल व घटना में प्रयुक्त कार को भी अपार्टमेंट से बरामद किया है।
इस तरह किए थे शातिर अपहरण
अपहरण और रंगदारी के इस सनसनीखेज वारदात का चौबीस घंटे के अंदर पुलिस द्वारा खुलासा किया गया।
पुलिस लाइंस सभागार के में पुलिस उपायुक्त नगर व अपराध द्वारा खुलासा किया गया।
अफसरों ने बताया कि गिरफ्तार शातिर सर्वेश ने पूछताछ में बताया कि वह कौशाम्बी के एक कॉलेज में बीएससी का छात्र है।
उसके पिता वीरेंद्र सिंह आर्मी के रिटायर्ड हैं। वह ऑनलाइन महादेवबुक डाट कॉम पर सट्टा खेला करता था।
पिता को ऑनलाइन वर्क करने का झांसा देकर दस लाख रुपये लिया और आनलाइन सट्टा में हार गया।
इतने ही रुपये वह पिता के खाते से बगैर उन्हें बताए निकाला था। इन पैसों को भी वह जुआ में हार गया तो लोगों से लाखों रुपये कर्ज ले बैठा।
इस तरह करीब 37 लाख रुपये वह ऑनलाइन जुआ में हार गया तो कर्ज देने वाले तकादा शुरू कर दिए।
तकादेदार घर न पहुंचे इसके लिए वह दोस्तों संग मिलकर पांच हजार रुपये प्रतिमाह किराए पर मंगल अपार्टमेंट राजरूपपुर में शफीकुर्रहमान पुत्र कबीर अहमद निवासी सुल्तानपुर भावा लकड़ी मण्डी का फ्लैट ले रखा था।
ऑनलाइन सट्आ में हारे हुए कर्ज के रुपयों की भरपाई के लिए ही वह कुसुम वाटिका के मालिक के बेटे वासु का अपहरण करके बीस लाख रुपये की डिमांड किया था।
शातिर सर्वे मोहल्ले का ही था इस लिए उससे वासू पूर्व परिचित और दोस्त भी था।
यही वजह थी कि मंगलवार को सर्वेश स्विफ्ट डिजायर कार लेकर दो दोस्तों संग कुसुम वाटिका पहुंचा।
कार साइड लगवाने के बहाने सर्वेश ने फोन करके वासू को गेस्ट हाउस के पीछे बुला लिया।
जैसे ही वासू गेस्ट हाउस के पीछे पहुंचा तो सर्वेश व उसके दोस्त मुंह दबाकर कार में बैठा लिए।
अफसरों के मुताबिक अपहरण व फिरौती की इस घटना की जांच में पता चला कि शातिर कार में वासू को बैठाने के बाद सीट से गला और मुंह बांध दिए थे। अपहरण बाद से उसे लेकर वह झूंसी की तरफ जा रहे थे। शास्त्री ब्रिज पर चेकिंग देखकर कर गाड़ी घुमा दिए और फाफामऊ की ओर चल दिए। यहां भी फाफामऊ गंगा ब्रिज के पास जोधवल चौकी पर चेकिंग चल रही थी। यह देखकर उन्हें लगा कि पुलिस एक्टिव है। इस लिए सर्वेश व उसके भागे हुए दोनों दोस्त वासू को लेकर किराए वाले फ्लैट मगल बिहार अपार्टमेंट चले गए और यहां से पुलिस उसे गिरफ्तार कर ली। पुलिस की तारीफ कर रहा परिवार
अपहृत इंटर के छात्र वासू सिंह पटेल की सकुशल बरामदगी के बाद उसका पिता भीम सिंह पटेल व मां कुसुम पटेल एवं बहन बंदना पटेल की आंखें खुशी से छलक आईं। सभी बेटे को सकुशल पाकर पुलिस की तारीफ करते नहीं थक रहे। भीम सिंह पटेल ने कहा कि हमें उम्मीद नहीं थी कि मोहल्ले का ही सर्वेश ऐसा कुछ करेगा। पुलिस के द्वारा बहुत अच्छी मदद की गई। हमारे में पुलिस की तारीफ के लिए शब्द नहीं हैं। मां कुसुम ने कहा कि पुलिस इतनी सक्रियता से मदद नहीं करती तो मेरा बेटा हाथ नहीं आता। क्या मांगे गए रुपये देने के बाद भी अपहरणकर्ता उसे जिंदा नहीं छोड़ते। पुलिस को बहुत-बहुत धन्यवाद। इस घटना के खुलासे पर पुलिस कमिश्नर द्वारा पूरी टीम को 25 हजार रुपये के इनाम दिया गया है। अपहरण और बीस लाख फिरौती की सूचना एसओजी व थाना पुलिस व सर्विलांस की टीमें एक्टिव की गई थीं। पूरी टीम मिलकर शानदार काम की जिसका परिणाम रहा कि घटना का चौबीस घंटे के अंदर खुलासा किया गया।
संतोष कुमार मीना पुलिस उपायुक्त नगर