कॉलेज गोइंग स्टूडेंट में वैक्सीनेशन का जबर्दस्त क्रेज
18 से 44 साल के लाभाíथयों में वैक्सीनेशन का भी दिख रहा क्रेज
कॉलेज गोइंग स्टूडेंटृस समझ गए हैं वैक्सीनेशन का लाभ कोरोना से बचाव के लिए लोग क्या क्या नहीं कर रहे। कोई काढ़ा पी रहा है तो कोई इम्युनिट बूस्ट करने वाली दवाएं ले रहा है। लेकिन 18 से 25 साल के बीच का युवा वर्ग केवल कोरोना वैक्सीनेाश्न पर फोकस कर रहा है। यह लोग मोबाइल पर अपना स्लॉट बुक कराकर कोरोना का टीका लगवाने में व्यस्त हैं। इसका उदाहरण स्वास्थ्य विभाग के अंाकड़ों में दर्ज है। जो यह बताते हैं कि किस तरह से कॉलेज गोइंग स्टूडेंट कोराना वैक्सीनेशन के लिए क्रेजी हो रहे हैं। 18 दिन में 32 हजार ने लगवाया टीका- स्वास्थ्य विभाग के आंकडे़ बताते हैं कि 11 से 18 मई के बीच कुल 59 हजार लोगों ने टीकाकारण करवाया है। इसमें से अकेले 32 हजार लाभार्थी 18 से 44 साल के बीच वाले हैं।
- इससे भी अहम कि इनमें 70 प्रतिशत लाभार्थी 26 साल से नीचे वाले हैं। - यह कॉलेज गोइंग स्टूडेंट है और जल्द से जल्द टीकाकरण करवाना चाहते हैं। - वही 27 हजार लाभार्थी 45 साल से अधिक एज वाले हैं और इनमें से भी 12 हजार सेकंड डोज वाले हैं।- आपको बता दें कि 18 से 44 साल वालो में केवल पहली डोज वाले ही इसमें शमिल हैं। इससे पता चलता है कि टीकाकरण को लेकर युवा कितने सजग हो चुके हैं।
सबसे ज्यादा जिज्ञासु भी हैं युवा इतना ही नहीं, युवा वर्ग कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर खासा जिज्ञासाु भी बना है.उनके द्वारा स्लॉट बुक कराने की होड इतनी है कि संडे को एक घंटे में सप्ताह भर के स्लॉट बुक हो रहे हैं। इसके अलावा कंटोल रूम में सबसे ज्यादा सवाल पूछने वालों में भी युवा ही शामिल हैं। उनका कहना है कि वह किसी भी हाल में अपना टीाकरण करवाना चाहते हैं। जिससे वह कोरोना महामारी का सामना कर सकें। युवाओं को हर हाल में टीकाकरण करवाना चाहिए। इससे सोसायटी को सही मैसेज देने के साथ वैक्सीनेशन की सार्थकता भी सामने आएगी। पूजा कपूर कोरोना की तीसरी लहर आने से पहले युवा अकिध से अधिक संख्या में टीका लगवाने की कोशिश में हैं। इससे वह खुद को सुरक्षित रख सकते हैं। रिषभ अस्पतालों में टीका लगवाने वालों में युवाओं की संख्या सबसे ज्यादा है। हम लोग जान गए हैं कि कोरोना से जीतना है तो हर हाल में टीकाकरण करवाना होगा। गुरनीत सिंहआज के समय देखा जाए तो टीकाकरण् बहुत जरूरी है। कोरोना ने बहुत लोगों की जान ली है। अब अगर खुद को सुरक्षित रखना है तो कोरोना का टीका लगवाना होगा।
सैफ लड़कियां भी कोरोना वैक्सीेनेशन को लेकर जागरुक हो गई हैं। मोबाइल पर स्लॉट बुक हाते ही अपने नजदीकी सेंटर्स पर पहली डोज लगवा रही हैं सोनाली अग्रहरि