खुशखबरी, जिले में पहली डोज का लक्ष्य पार
प्रयागराज (ब्यूरो)। पहली डोज के लक्ष्य को प्राप्त करने में स्वास्थ्य विभाग के पसीने छूट गए हैं। यह आसानी से नही अचीव हुआ है। पिछले साल 16 जनवरी से टीकाकरण की शुरुआत हुई थी और इसके बाद यह लक्ष्य पाने में एक साल 24 दिन का समय लगा है। बता दें कि जिले का पहली डोज का लक्ष्य 4515219 रखा गया था और शुक्रवार तक हुए टीकाकरण में एचीवमेंट 4519068 तक पहुंच गया है। इस साल जनवरी में सर्वाधिक 21.08 लाख लोगों को वैकसीन की डोज दी गई है जो किसी भी माह के वैकसीनेशन का सर्वाधिक है।
जल्द से जल्द लगवाएं दूसरी डोज
पहले डोज में एचीवमेंट प्राप्त करने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग का फोकस जिले में दूसरी डोज पर आ गया है। अब तक 67.58 फीसदी लोगेां को दूसरी डोज दी जा चुकी है। हालांकि वैक्सीन की दूसरी डोज के पिछडऩे का सबसे बड़ा कारण ड्यू पेंडेंसी होना है। वर्तमान में जिले में 391649 ऐेसे लोग हैं जिनकी दूसरी डोज लगने का समय हो चुका है लेकिन वह अभी तक केंद्रों तक नही पहुंचे हैं। इसके अलावा 203895 ऐसे लोग हैं जिनकी पहली डोज लगे 120 दिन से ज्यादा हो गए हैं और इनको बार-बार बुलाने पर भी यह सेंटर तक नही आ रहे हैं। इनमें इक्का दुक्का ही दूसरी डोज लगवा रहे हैं। यह लोग दूसरी डोज के लक्ष्य के पूरा होने में बड़ी रुकावट बन सकते हैं।
पहली डोज- 100.09 फीसदी
दूसरी डोज- 67.58 फीसदी
किशोरो को पहली डोज- 78.53 फीसदी
किशोरों की दूसरी डोज- 5.45 फीसदी
सीनियर सिटीजन पहली डोज- 91.53 फीसदी
सीनियर सिटीजन दूसरी डोज- 63.91 फीसदी
बूस्टर डोज- 74.77 फीसदी स्टेट में कहा है प्रयागराज
प्रदेश स्तरीय वैकसीनेशन में देखा जाए तो प्रयागराज की रैंक काफी नीचे है। पहली डोज में 16वां रैंक, दूसरी डोज में 9वीं रैंक मिली है। किशोरो में पहली और दूसरी डोज में मिलाकर 31वीं रैंक मिली है। इसी तरह सीनियर सिटीजंस में पहली और दूसरी डोज मिलाकर 24वीं रैंक प्राप्त हुई है। वही बूस्टर डोज लगाने में हमें 14वीं रैंक दी गई है। हमारा जिला जनसंख्या में सबसे ज्यादा है। लखनऊ को 39 लाख का लक्ष्य मिला था और हमें 45 लाख वैकसीनेशन का। इसलिए हमें थोड़ा अधिक समय लग गया। शुरुआत में वैक्सीनेशन भी काफी स्लो चला था। अब जाकर गति आई है। जिसका असर देखने को मिल रहा है।
डॉ। तीरथ लाल वैक्सीनेशन प्रभारी कोरोना वैक्सीनेशन, प्रयागराज