डीएम संजय कुमार खत्री ने शुक्रवार को संचारी रोग नियंत्रण दस्तक अभियान की समीक्षा बैठक की. उन्होंने बताया कि माइक्रो प्लान के तहत ग्रामों में आशा बहुएं एवं एएनएम को ग्रामों में जाकर लोगो को जागरूक करें तथा जो संचारी रोगो के लक्षणों को चिन्हित करेगी. अभियान एक से 31 जुलाई के बीच चलाया जाएगा. दस्तक अभियान के तहत फ्र ंट लाइन वर्कस आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्री प्रत्येक घर पर दस्तक देकर मच्छर जनित दूषित पेयजल से होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए जागरूक करेंगी.


प्रयागराज (ब्यूरो)। ऐसे रोग जो एक रोगग्रस्त व्यक्ति से दूसरे स्वस्थ्य व्यक्ति में दूषित भोजन, जल के प्रयोग से तथा कीटों, जानवरों के सम्पर्क में आने से फैले है, संचारी या संक्रामक रोग कहलाते है। गम्भीर संचारी रोगों में मलेरिया से फाइलेरिया, स्क्रबटाइफस एवं फ्लेग, डेंगू संचारी रोग से कालाजार, इन्फ्लुएंजा तथा हैजा, चिकनगुनिया, जेई/एईएस, क्षयरोग, चेचक इत्यादि रोग होते हैं। पंचायती राज विभाग एवं नगर निगम द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों एवं नगरीय क्षेत्रों में मकानों में शौचालय का निर्माण, मच्छरों का प्रजनन रोकने के लिए अपशिष्ट जल निकासी हेतु पक्की नालियों का निर्माण एवं नालियों की नियमित सफाई एवं कचरा निस्तारण एवं प्रबंधन की समुचित व्यवस्था की जायेगी। इसके साथ ही ग्राम स्तर पर ग्राम प्रधान की अध्यक्षता में गठित विलेज हेल्थ सेनीटेशन एन्ड न्यूटीशन कमेटी साफ-सफाई एवं नियमित फागिंग एवं एन्टीलार्वल स्प्रे करायेंगे।

Posted By: Inextlive