वॉटर टैक्स की वसूली पर जीएम जलकल का घेराव
पार्षदों का आरोप, मनमाने ढंग से वसूला जा रहा वॉटर टैक्स
नये स्लैब रेट आने के बाद ही लिया जाए लोगों से जलकर नया स्लैब रेट बनाने के बाद जलकर की वसूली करने, बकाये पर कोरोना काल में सभी का ब्याज माफ करने की मांग को लेकर सर्वदलीय पार्षद पूर्व पार्षद संघर्ष समिति के बैनर तले बुधवार को पार्षदों पूर्व पार्षदों ने महाप्रबंधक कार्यालय में जीएम जलकल हरिश्चंद्र वाल्मीकि का घेराव किया। पूर्व वरिष्ठ पार्षद शिवसेवक सिंह ने महाप्रबंधक हरिश्चंद्र वाल्मीकि को अवगत कराया कि पिछले माह चार जून समिति के प्रतिनिधि मंडल ने उन्हें एक ज्ञापन देकर लागू गृह मूल्यांकन 2014-15 के अनुसार नया स्लैब रेट बनाकर जलकर निर्धारित करने की मांग की थी। मनमाने ढंग से की जा रही वसूलीपार्षदों का आरोप है कि कोरोना काल में मनमाने ढंग से जबरदस्ती पिछले साल की तरह जलकर में वृद्धि करके नियम विरुद्ध वसूली की जा रही है। नियम विरुद्ध की जा रही बढ़े जलकर की वसूली तत्काल प्रभाव से रोका जाय। नियम विरुद्ध बढ़ाये गये जलकर को वापस लिया जाय और नया स्लैब रेट अतिशीघ्र बनाकर जलकर की वसूली की जाय। क्योंकि वर्तमान समय में जिस 25 वर्ष पुराने स्लैब रेट और वर्ष 2014 के गृह मूल्यांकन के अनुसार जलकर लागू करने पर कमजोर वर्ग के अल्प आय वाले ईडब्ल्यूएस कालोनी के मकानों का जलकर और बड़े बड़े भवनों का जलकर एक समान हो गया है। ईडब्ल्यूएस कालोनी के भवन का गृह मूल्यांकन कम से कम 8000 के ऊपर निर्धारित है। इनका स्लैब रेट 01 से 360, 361से 2000, 2001 से 3500, 3501 से 5000, 5000 से अधिक पांच श्रेणी में सभी भवनों को बांट कर जलकर लिया जा रहा है।
टैक्स स्लैब में हैं विसंगतियां दो लाख आवासीय भवनों में चार श्रेणी के स्लैब रेट में केवल साठ हजार मकान है और अंतिम श्रेणी वाले एक कटेगरी में एक लाख चालीस हजार मकान है। विसंगतियां ज्यादा है। इस मौके पर शिवसेवक सिंह के अलावा वरिष्ठ पार्षद अशोक सिंह, कमलेश सिंह, आनंद घिल्डि़याल, अनीश अहमद, सुशील कुमार, पूर्व पार्षद चंद्र प्रकाश गंगा, बखत राम, अशोक कुमार, दिनेश कुमार गुप्ता छेदी, रंजन कुमार आदि मौजूद रहे।