दस लाख दे देना, वरना मार दिए जाओगे
प्रयागराज ब्यूरो । अगर जिंदा रहना है तो दस लाख रुपये दे देना। वरना मार दिए जाओगे। ये कोई फिल्मी डॉयलाग नहीं है। ये धमकी अतीक के शूटर के नाम पर एक शख्स को दी गई है। तमंचा सटाकर उसे धमकाया भी गया। शूटरों को पचास हजार रुपये देकर अपनी जान बचाई। अतीक गैंग का खौफ इस कदर है कि धमकी से परेशान शख्स कई दिनों तक रिपोर्ट लिखाने भी नहीं गया। मगर जैसे तैसे हिम्मत जुटाकर परेशान शख्स ने अतीक गैंग के शूटर समेत पांच के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। धूमनगंज पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।
25 अप्रैल को दी धमकी
चकिया के रहने वाले परवेज का कई व्यवसाय है। परवेज रात में अपनी बहन से मिलकर घर लौट रहे थे। रास्ते में फैजान, आजम अली, असलम अली, और अकरम अली ने परवेज को रोक लिया। फैजान ने तमंचा निकाल कर परवेज को सटा दिया। तमंचा देखते ही परवेज को पसीना छूट गया। परवेज इन सभी से वाकिफ था। वह जान बख्शने के लिए गिड़गिड़ाने लगा। आरोप है कि फैजान ने परवेज को दस लाख रुपये देने के लिए कहा। बोला, अगर जिंदा रहना है और धंधा करना है तो दस लाख दे देना। वरना जान से मार दिए जाओगे। फैजान की धमकी सुन परवेज कांप गया। उसने अपने पास रखे पचास हजार रुपये फैजान को दे दिया।
पचास हजार रुपये परवेज से लेकर जाते वक्त फैजान ने बताया कि उसे तोता भाई ने भेजा है। गौरतलब है कि जुल्फीकार उर्फ तोता इन दिनों जेल में बंद है। उसके खिलाफ दो दर्जन से ज्यादा मामले धूमनगंज, करेली, कर्नलगंज समेत कई थाने में दर्ज हैं। तोता एक समय अतीक गैंग का मेन शूटर हुआ करता था। कई मामले दर्ज होने पर उसे जेल जाना पड़ा। जिससे उसकी आपराधिक गतिविधियों में कमी आई, मगर उसके नाम का सिक्का अभी भी चल रहा है।
धूमनगंज थाने में दर्ज कराया केस
परवेज ने आखिरकार धमकाने वालों के खिलाफ केस दर्ज करा दिया। परवेज की तहरीर पर पुलिस ने फैजान और तीनों सगे भाई आजम अली, असलम अली और अकरम अली के अलावा जुल्फीकार उर्फ तोता के खिलाफ भी केस दर्ज किया है। इसमें से फैजान असाद कालिया का भाई है। गौरतलब है कि असाद कालिया का नाम अतीक गैंग में प्रमुख रूप से लिया जाता है।
चकिया में रहने वाले परवेज ने धमकाने और दस लाख रंगदारी की तहरीर दी थी। जिस पर जुल्फीकार उर्फ तोता समेत पांच के खिलाफ धूमनगंज थाने में केस दर्ज किया गया है। तोता जेल में बंद है। उसका नाम लेकर धमकी दी गई है। घटना में तोता का क्या रोल है, इसकी भी जांच होगी।
वरुण कुमार, एसीपी धूमनगंज