बालिका का बिसरा प्रिजर्व, हुआ हंगामा
पोस्टमार्टम हाउस से लेकर गांव तक बालिका की मौत पर फूटा आक्रोश
मंगलवार को गांव से थोड़ी दूर खेत किनारे झाड़ी में मिली थी बॉडी PRAYAGRAJ: ग्यारह वर्षीय श्रद्धा की हत्या कैसे हुई यह बात पोस्टमार्टम में भी स्पष्ट नहीं हो सकी। बुधवार को हुए पोस्टमार्टम के दौरान बिसरा प्रिजर्व किया गया है। मंगलवार सुबह उसकी बॉडी सरायइनायत स्थित घरहरा चकिया गांव के पास झाड़ी में मिली थी। कातिलों की गिरफ्तारी न हो पाने से पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे परिजनों में काफी आक्रोश रहा। पुलिस पर सुस्ती का आरोप लगाते हुए परिजनों ने हंगामा किया। बात पुलिस अफसरों को मालूम चली तो वह पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए। अधिकारियों को पता चला कि बालिका के घर पर सैकड़ों लोगों की भीड़ है। किसी तरह शांत हुए घर वाले उसकी बॉडी को लेकर शाम छह बजे घर के लिए रवाना हुए। छह बजे शाम लेकर गए बॉडीबालिका तीन जुलाई को मां शकुंतला के साथ शौंच के लिए खेत की तरफ गई थी। बताते हैं कि खेत में पहुंचने के बाद बालिका आम के बाग की तरफ चली गई। जबकि उसकी मां खेत की ओर। मां लौटी तो बालिका बाग में कहीं दिखाई नहीं दी। उसके घर चले जाने की बात सोचकर मां भी चली आई। घर पर बेटी नहीं पहुंची इस बात से परेशान सभी तलाश में जुट गए। सरायइनायत थाने में गुमशुदगी भी दर्ज करवाई गई। मंगलवार सुबह झाड़ी में मिली क्षतविक्षत उसकी बॉडी को देख ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। देखने से लग रहा था कि उसकी हत्या तीन जुलाई को ही हुई थी। क्योंकि बॉडी काफी पुरानी थी और उसे जानवर भी नोच लिए थे। पोस्टमार्टम में कत्ल कैसे हुआ यह स्पष्ट न होने से परिवारीजन व साथ रहे लोग हंगामा शुरू कर दिए। उधर उसके गांव में भी लोगों का गुस्सा पुलिस के पति काफी रहा। किसी तरह पुलिस अफसर पोस्टमार्टम हाउस में लोगों को समझा बुझा कर शाम करीब छह बजे बजे घर भेजे। हालांकि घर वालों का दावा था कि कातिल के पकड़े जाने के बाद ही वह अंतिम संस्कार करेंगे।
बालिका की बॉडी का बिसरा प्रिजर्व किया गया है। घर वाले कत्ल की कोई वजह भी नहीं बता पा रहे। अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट पहले ही दर्ज है। हंगामा जैसी कोई बात नहीं है, वह नाराज जरूर रहे। सुधीर जायसवाल, एसपी गंगापार