डोंट वरी, बूथ पर मिलेगी वोटर स्लिप
- प्रशासन का दावा कि 85 फीसदी बट चुकी हैं वोटर स्लिप
- चुनाव वाले दिन पोलिंग बूथ पर बीएलओ से मिलें प्रशासन का दावा कि 8भ् फीसदी बट चुकी हैं वोटर स्लिप - चुनाव वाले दिन पोलिंग बूथ पर बीएलओ से मिलें ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in ALLAHABAD: अगर आपको अभी तक वोटर स्लिप नहीं मिली है तो टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। वोटिंग वाले दिन पोलिंग बूथ पर बीएलओ से इसे प्राप्त कर सकते हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी पी गुरु प्रसाद ने कहा है कि जिस वोटर का नाम लिस्ट में है, उनके नाम की फोटोयुक्त वोटर स्लिप बीएलओ को दी जा चुकी हैं। उन्होंने अब तक 8भ् फीसदी स्लिप बांटे जाने का दावा भी किया है। बीएलओ को दी जाएगी सर्टिफाइड लिस्टबूथ वाइज जो बीएलओ वोटर स्लिप नहीं बांट सके हैं, इसकी जानकारी उन्होंने प्रशासन को सौंप दी है। इसके आधार एक सर्टिफिाइड सूची तैयार कर स्लिप बीएलओ को दी जा रही हैं। ये स्लिप सात मई को वोटिंग के दौरान बीएलओ से वोटर प्राप्त कर सकते हैं। आयोग के निर्देश पर बीएलओ वोटिंग में हेल्प डेस्क के रूप में मौजूद रहेंगे। वोटर्स उनसे सभी तरह की जानकारी ले सकते हैं। पी गुरु प्रसाद ने कहा कि वोटर कार्ड नहीं होने पर स्लिप के जरिए आसानी से वोट डाला जा सकता है।
इस बार मिल गई परमिशन चुनाव आयोग ने फिलहाल प्रत्याशियों को प्रत्येक पोलिंग सेंटर के दो सौ मीटर दायरे के बाहर दस बाई दस का टेंट लगाने की परमिशन दे दी है। यहां पर उनके एजेंट कुर्सी मेज लगाकर बैठ सकेंगे। पिछले चुनाव में इसकी परमिशन नहीं दी गई थी। वहीं कोई भी प्रत्याशी अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ सौ मीटर के दायरे में नहीं जा सकेगा। केवल जेड श्रेणी सुरक्षा वालों को ही एक सुरक्षाकर्मी लेकर इस परिधि के भीतर जाने की अनुमति है। प्रत्याशियों को विधानसभा वाइज एक-एक गाड़ी का पास दिया जा रहा है। बता दें कि पांच मई की शाम छह बजे से प्रचार पर रोक लगा दी गई है। इसके बाद प्रत्याशी इन्हीं वाहनों से केवल अपने क्षेत्र में भ्रमण कर सकेंगे। फूलपुर के प्रत्याशियों ने नहीं दी सूचीआयोग के निर्देश पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी प्रत्याशियों से उनके क्षेत्र के संवेदनशील बूथों की जानकारी मांगी थी। ताकि, इस आधार पर सुरक्षा व्यवस्था की जा सके। ऑफिसर्स ने बताया कि इलाहाबाद लोकसभा के प्रत्याशियों ने अपनी ओर से सूची सौंप दी है, जबकि फूलपुर के प्रत्याशियों ने अभी सूची नहीं दी है। सूची के आधार पर प्रशासन, पुलिस और प्रेक्षक चर्चा कर इन बूथों पर जरूरत के मुताबिक सुरक्षा उपलब्ध कराने का निर्णय लेंगे।