अस्पतालों में बढ़ते मरीजों व माहौल को पैनिक होने से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने वायरल बुखार और डेंगू को लेकर कई जरूरी दिशा निर्देश जारी किए हैं. जिसमें कहा गया है कि वायरल बुखार के मरीज का प्लेटलेट काउंटर बीस हजार से कम होने पर या ब्लीडिंग उल्टी दस्त अत्यधिक कमजोरी जैसे लक्षणों पर ही भर्ती कराया जाए. बीस हजार से अधिक प्लेटलेट काउंट होने पर चिकित्सकीय परामर्श लेते हुए पैरासिटामाल का उपयोग कर घर पर ही संभव है. डॉक्टर की सलाह के लिए डेंगू हेल्पलाइन नंबर पर कॉल किया जा सकता है.


प्रयागराज ब्यूरो, सीएमओ डा। नानक सरन द्वारा जारी गाइड लाइन में कहा गया है कि डेंगू या वायरल बुखार में एंटी बायटिक की आवश्यकता नही होती है और बुखार के लिए केवल पैरासिटामाल का उपयोग किया जाए। उन्होंने कहा कि एसआरएन, बेली, काल्विन, डफरिन और कैंटोनमेंट अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में बेड मौजूद हैं और भर्ती कराने के लिए 108 नंबर एंबुलेंस का सहारा लिया जाए। साथ ही कहा है कि डेंगू से बचाव के लिए पूरी बांह का कपड़ा पहनने के साथ घरों में मच्छरदानी का उपयोग किया जाए। इन नंबरों पर करें डायलरविवार मच्छर पर वार करते हुए घरों व कार्यस्थलों पर कूलर, पानी की टंकी, टायर, गमला आदि में जलभराव को समाप्त कराया जाए। बेड व प्लेटलेट की उपलब्धता, फागिंग सहित अन्य सहायता के लिए डीएम कार्यालय में स्थापित डेंगू कंट्रोल रूम के हेल्पलाइन नंबर 0532-2641577 व 2641578 पर कॉल किया जा सकता है।


अचानक घटी मरीजों की संख्या

शुक्रवार को अचानक डेंगू के मरीजों की संख्या घट गई। मलेरिया विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट में बताया गया कि केवल 8 मरीज ही सामने आए हैं। इसके तहत अब तक जिले में कुल मरीजों की संख्या 780 हो गई है और इनमें से 736 मरीजों को ठीक किया जा चुका है। विभाग डेंगू से मरने वालों की संख्या तीन बता रहा है।डेंगू या वायरल फीवर को लेकर पैनिक होने की जरूरत नही है। जिनको लक्षण हों उन्हें ही भर्ती कराया जाए। अन्यथा मरीजों का घर पर इलाज संभव है। बीस हजार से नीचे प्लेटलेट होने पर ही मरीज को अस्पताल में भर्ती कराया जाए।डॉ। नानक सरन, सीएमओ प्रयागराज

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