विज्ञान संकाय का गेट हमेशा के लिए बंद
प्रयागराज ब्यूरो । दर्जनों छात्रों संग पहुंचे छात्र नेताओं ने किया जमकर विरोध, पुलिस से झड़प कई हुए जख्मी
दीवार ढहाकर छात्रों ने रोका काम तो दोपहर बाद फोर्स की मौजूदगी में तैयार हुई दीवार
क्कक्र्रङ्घ्रत्रक्र्रछ्व: दीवार उठाकर बंद किए जा रहे विज्ञान संकाय गेट को लेकर शुक्रवार दोपहर बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र उग्र हो गए। यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा बंद कराए जा रहे विज्ञान संकाय गेट को लेकर नाराज छात्र उग्र हो गए। विरोध उतर उतरे दर्जनों की संख्या में छात्र पहुंचे छात्र नेताओं ने करीब चार पांच फिट बन चुकी दीवार को ढहा दिया। दीवार को ढहाने के बाद छात्र विज्ञान संकाय के गेट को नहीं बंद करने की मांग करते हुए हंगामा और प्रदर्शन शुरू कर दिए। छात्रों के उग्र रूप को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा पुलिस अफसरों को खबर दी गई। दोपहर बाद करीब तीन बजे कई थानों की फोर्स के साथ पुलिस अधिकारी विज्ञान संकाय गेट पर पहुंच गए। पुलिस फोर्स की मौजूदगी में दीवार बनाकर गेट बंद कराने का काम फिर शुरू करा दिया गया। फिर विरोध पर उतरे छात्र व छात्र नेताओं से पुलिस के जवानों व अफसरों से जमकर झड़प हुई। इस बीच छात्र नेता सत्यम की आंख में कुछ चला गया और वह जमीन पर गिर पड़े। यह देखकर छात्र सरकार और यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दिए। कई छात्रों को हिरासत में लेकर पुलिस कर्नलगंज थाने चली गई। शाम करीब पांच बजे भारी विरोध के बीच दीवार उठवा कर विश्वविद्यालय प्रशासन ने विज्ञान संकाय के गेट को पूरी तरह से बंद करा दिया।
एयू प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई
शहर के कटरा हनुमान मंदिर वाली रोड की तरफ खुलने वाले विज्ञान संकाय के गेट को बंद कराने की कवायद विश्वविद्यालय काफी समय से कर रहा है। बताते हैं कि यूनिविर्सिटी प्रशासन द्वारा यह कोशिश पिछले वर्ष सितंबर से ही की जा रही है। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा तीन मर्तबा गेट में ताला लगाया गया। तीनों बार मुस्लिम छात्रावास के छात्रों ने इवि के छात्रनेताओं से मिलकर ताला तोड़ दिया था। मुस्लिम छात्रावास का कनेक्शन उमेश पाल मर्डर केस से जुडऩे के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन एक्टिव हो गया। समस्या को हमेशा के लिए खत्म करने के उद्देश्य से विज्ञान संकाय गेट को दीवार खड़ी करके बंद करने का फैसला लिया गया। शुक्रवार सुबह विज्ञान संकाय के गेट पर दीवार खड़ी करके उसे बंद करने का काम शुरू हुआ। विश्वविद्यालय विज्ञान संकाय के गेट को दीवार उठाकर बंद कराए जाने की खबर मिलते ही छात्र नेता नेता सत्यम कुशवाहा और आदर्श भदौरिया दर्जनों छात्रों के साथ विज्ञान संकाय के गेट पर पहुंच गए। पहुंचते ही छात्र दीवार बना रहे मजदूरों को खदेड़ दिए।
छात्र ढहा काम बंद करा दिए
करीब चार से पांच फीट तक बन चुकी दीवार को नाराज छात्र ढहा कर काम बंद करा दिए। यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा दी गई सूचना कर्नलगंज, शिवकुटी, सिविल लाइंस, खुल्दाबाद सहित कई थानों की फोर्स के साथ एसीपी कर्नलगंज व शाहगंज भी पहुंच गए। पुलिस अधिकारियों के द्वारा छात्रों को समझा बुझाकर शांत कराया गया। बताते हैं कि करीब तीन बजे भारी पुलिसबल की मौजूदगी में विज्ञान संकाय गेट को बंद कराने के लिए दीवार बनाने का काम फिर से शुरू करा दिया गया। खबर मिली तो दोबारा पहुंचे छात्र व छात्र नेता विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए। भारी संख्या में पुलिस की मौजूदगी में विज्ञान संकाय के गेट पर ईंट की दीवार बनवा कर बंद करा दिया गया। इससे नाराज छात्रों ने गेट पर जमकर हंगामा किया। इस बीच छात्र नेताओं और पुलिस के बीच हाथापाई शुरू हो गई। छात्रों का आरोप है कि पुलिस की हाथापाई में छात्र नेता सत्यम कुशवाहा और आदर्श भदौरिया चोटिल हो गए। दोनों को एम्बुलेंस बुलाकर बेली हॉस्पिटल ले जाया गया। छात्र नेता सत्यम के द्वारा पुलिस व यूनिवर्सिटी प्रशासन पर मारपीट किए जाने का आरोप लगाया गया है। हालांकि बंद कराए गए विज्ञान संकाय के गेट को लेकर विश्व विद्यालय प्रशासन चुप्पी साधे रहे।
विश्वविद्यालय विज्ञान संकाय के गेट का लाखों रुपये की लागत से दो वर्ष पहले सौंदर्यीकरण कराया गया था। छात्र कहते हैं कि इस गेट से कटरा होते हुए छात्र व कर्मचारी एवं प्रोफेसर भी विश्वविद्यालय में मुख्य परिसर अर्थात सीनेट परिसर आया जाया करते थे। विज्ञान संकाय के गेट पर दीवार बनवा कर बंद किए जाने से अब टीचर्स व कर्मचारियों को काफी घूमकर मुख्य कैंपस में जाना पड़ेगा। साथ ही उनका प्रवेश और निकास अब थार्न हिल रोड से की ओर से होगा।
विज्ञान संकाय गेट को बंद कराने का काम विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा किया गया है। उनकी सूचना पर पुलिस फोर्स के साथ अधिकारी शांति व सुरक्षा में मौजूद थे। छात्र विरोध कर रहे थे, हालांकि समझाने के बाद वे शांत हो गए। हाथापाई जैसी कोई बात नहीं है।
राममोहन राय, थाना प्रभारी कर्नलगंज