एक दशक से पतित पावनी गंगा और उनकी सहायक नदियों पोखरों और तालाबों की निर्मलता और अविरलता के लिए गंगा समग्र प्रयासरत है. जिसमें प्रांत के 26 जिलों में से 17 जिलों की कार्यकारिणी बन गई है. इन जिलों के वार्ड एवं विकास खंडों की भी संगठनात्मक रचना भी हो गई है. यह बातें संगठन मंत्री अम्बरीष कुमार ने देते हुए बताया कि शेष 9 जिलों की कार्यकारिणी की गठन और गंगा के दोनों ओर ग्राम समितियों के गठन का कार्य चल रहा है.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। काशी में बहने वाली 15 से अधिक छोटी-बड़ी नदियों की देख-रेख के लिए नदी समितियों का गठन किया जा रहा है। तालाब व पोखरों के संरक्षण व सुन्दरीकरण के लिए स्थानीय लोगों के सहयोग से यह प्रयास किया जा रहा है। इसी प्रकार फाफामऊ स्थित पडि़ला महादेव सरोवर पर साफ-सफाई और सुन्दरीकरण की योजना बनायी गई है। इसी तरह प्रत्येक जनपद में एक-एक तालाब के सुन्दरीकरण एवं निर्मलीकरण की योजना बनी है। इसमें महीने में एक दिन सभी जिलों में अनिवार्य रूप से सभी कार्यकर्ता किसी न किसी नदी, तालाब या घाट पर जाकर स्वच्छता अभियान चला रहे हैं। प्रांत संगठन मंत्री के अनुसार राष्ट्रीय अध्यक्ष के प्रवास के बाद कार्य की गतिशीलता और अधिक बढ़ जायेगी।

Posted By: Inextlive