पिछले दिनों में उत्तराखंड में हुई भारी बारिस और तबाही का असर धीरे-धीरे मैदानी इलाकों में दिखने लगा है. पिछले कई दिनों से गंगा के जल स्तर में लगातार बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है. यही कारण है कि निचले इलाकों में रहने वाले लोंगों में अभी से दहशत का माहौल बना हुआ है. बुधवार को भी गंगा के जल स्तर में हो रही बढ़ोत्तरी को देखते हुए गंगा घाट पर रहने वाले तीर्थपुरोहित व दुकान अपना सामान समेटते नजर आए. गंगा का जल बुधवार को रामघाट कालीघाट और अक्षयवट मार्ग तक पहुंचने से आस-पास रहने वाले तीर्थपुरोहित अपना सामान समेट कर ऊंचाई वाले स्थान पर शिफ्ट कर दिया.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। गंगा के जल स्तर में हो रही वृद्धि का कोई खास असर फिलहाल नहीं हो रहा है। क्योंकि यमुना का जल स्तर स्थिर होने से जितनी तेजी से गंगा के जल स्तर में वृद्धि हो रही है। उतनी ही तेजी से जल आगे बढ़ रहा है। हालांकि आने वाले दिनों में भी जल स्तर की वृद्धि में कमी आने की उम्मीद नहीं है। क्योकि अभी करीब दो लाख क्यूसेक पानी और नरौरा बांध से छोड़े जाने की संभावना है। इसकी वजह से दो-तीन दिनों तक जलस्तर में वृद्धि जारी रहने की उम्मीद है। सिंचाई विभाग के बाढ़ प्रखंड द्वारा तीन-चार दिनों बाद जलस्तर में कमी होने की उम्मीद जताई गई है।

Posted By: Inextlive