- खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंगा व यमुना

- अलर्ट मोड पर प्रशासन, सुरक्षा के मद्देनजर एनडीआरएफ भी उतारी गई

PRAYAGRAJ: गंगा और यमुना नदी में आई मुसीबतों की बाढ़ से कम होने का नाम नहीं ले रही। सोमवार रात नौ बजे तक दोनों नदियों का जल स्तर खतरे के निशान से काफी ऊपर रहा। हर दो घंटे में कहीं चार तो किसी जगह पांच और छह सेमी की दर से पानी गंगा और यमुना में बढ़ रहा है। नदियों में बढ़ते जल स्तर को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। सुरक्षा के मद्देनजर नदियों में एनडीआरएफ की टीम भी उतार दी गई है।

बाढ़ की भयावह बता रहे आंकड़े

- आंकड़ों पर गौर करें तो सोमवार को फाफामऊ में गंगा का जल स्तर खतरे के निशान 84.73 से ऊपर 85.31 मीटर का रेकार्ड दर्ज किया गया।

- छतनाग घाट पर भी गंगा का जलस्तर खतरे के निशान पर रहा। यहां 64.55 मीटर जल स्तर रेकार्ड किया गया।

- नैनी में यमुना नदी का जल स्तर खतरे का निशान पार करके 85.18 मीटर रहा। जबकि खतरे का निशान मात्र 84.73 मीटर है।

- सोमवार रात नौ बजे तक फाफामऊ में प्रति दो घंटे में चार सेमी की दर से पानी बढ़ रहा था।

- जबकि छतनाग में यह पानी बढ़ने का आंकड़ा दो घंटे में छह सेमी रहा। - नैनी यमुना नदी में दो घंटे में पांच सेमी की दर से पानी की ग्रोथ दर्ज की है।

- सोमवार को दोनों नदियों में एनडीआरएफ की टीम उतार दी गई। इसके पहले एसडीआरएफ के जवान ही सुरक्षा की कमान संभाले हुए थे।

डीआईजी ने कई थानों को किया अलर्ट

गंगा और यमुना में आई बढ़ से प्रभावित शहरी इलाकों को देखते हुए डीआईजी/ एसएपी ने सम्बंधित थानों की फोर्स को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। दारागंज, कीडगंज, शिवकुटी व कर्नलगंज, कैंट और धूमनगंज के थाना प्रभारियों पर विशेष रूप से खबरदार किया गया है। निर्देश दिए गए हैं कि वह बाढ़ प्रभावित इलाकों में नजर रखें। गोताखोर और स्थानीय नाविकों के साथ बात चीत के जरिए उन्हें भी प्रभावित इलाकों में जरूरत पड़ने पर लोगों की मदद के लिए तैयार रहने को कहें।

बाढ़ के मद्देनजर सम्बंधित थाना प्रभारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस व अन्य टीमें मिलकर बराबर बाढ़ क्षेत्र में नजर बनाए हुए हैं। गोताखोरों को भी अलर्ट किया गया है। लोगों से अपील है कि वह बाढ़ में लापरवाही न बरतें। बाढ़ में नहाने या स्टंट से बचें।

सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी, डीआईजी/एसएसपी

Posted By: Inextlive