गंगा पुस्तक परिक्रमा पहुंची प्रयाग
प्रयागराज ब्यूरो, डीएम ने कहा कि सभी को पढऩे के लिए पुस्तकों का खजाना उपलब्ध करवाने के अतिरिक्त छात्रों और युवाओं को हमारे जीवन पर मां गंगा के सांस्कृतिक और पर्यावरणीय पहलुओं के बारे में भी जागरूक करेगी। देश में मां गंगा के सांस्कृतिक महत्व और इसके संरक्षण की आवश्यकता पर विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए न्यास पर्यावरणविदों, आध्यात्मिक विभूतियों और शिक्षाविदों को भी आमंत्रित कर इस यात्रा में जोड़ रहा है जिससे लोगों में अपनी इस पवित्र नदी के संमृद्ध इतिहास के सम्बन्ध में अधिकाधिक जागृति हो। गंगा पुस्तक प्रदर्शनी प्रयागराज से आगे बढ़कर मिर्जापुर, वाराणसी, छपरा, पटना, बेगूसराय, सुल्तानगंज, भागलपुर, साहिबगंज, बहरामपुर, कोलकाता से होकर 22 दिसंबर, 2022 को हल्दिया में अपनी यात्रा समाप्त करेगी। इस पुस्तक प्रदर्शनी में हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत और उर्दू में विभिन्न आयु वर्ग हेतु पुस्तकों के अलावा मां गंगा और भारतीय नदियों और जल निकायों के आस पास विकसित पारिस्थितिकी तंत्र पर पुस्तकें प्रदर्शन एवं विक्रय के लिए उपलब्ध हैं। गंगा पुस्तक परिक्रमा किताबों की दुनिया के माध्यम से गंगा की साहित्यिक विरासत से जुडऩे की इच्छा रखने वाले हर व्यक्ति के लिए आकर्षण के केंद्र है।