खतरे मोल लेकर काम करती हैं महिलाएं
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पब्लिक का अट्रैक्शन पाने के लिए कॉल सेंटर्स में महिलाओं को रखने को दी जाती है तवज्जो डील फाइनल होने पर कमीशन के चक्कर में दांव पर लग जाती है इज्जत काल सेंटर रीयल इस्टेट बिजनेस का हो या फिर ऐसे ही किसी अन्य धंधे का महिलाएं यहां नियुक्ति में प्रायोरिटी पाती हैं। बदले में उन्हें मिलता है खतरा जो कई बार उनके लिए बड़ी मुसीबत बन जाता है। शुक्रवार की रात सिविल लाइंस में सामने आई घटना इसकी तस्दीक करती है। लड़कियों का इंप्रेशन होता है बेहतरपब्लिक इंटरैक्शन के प्लेटफॉर्म पर युवतियों को नियुक्ति में प्रायोरिटी देने के पीछे बड़ा कारण उनकी सिंसियरिटी और लुक होता है। पंक्चुअलिटी के मामले में भी महिलाएं, पुरुषों की तुलना में ज्यादा बेहतर होती हैं। इसीलिए प्राइवेट संस्थान इन्हें ज्यादा तवज्जो देते हैं। इलाहाबाद में प्रापर्टी डीलिंग से जुड़ी कई कंपनियों के ऑफिस हैं। साइट अंचल के एरिया में डीलिंग ऑफिस पॉश इलाके में है। यहां काम करने वाली महिलाओं की जिम्मेदारी होती है कि वह प्रापर्टी के लिए कॉल करने वालों को अटेंड करें। उन्हें उन लोगों को कॉल करने की भी जिम्मेदारी दी जाती है जो प्रापर्टी में इंट्रेस्टेड होते हैं। प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनियां भी इस तरह के इम्प्लाईज को तवज्जो देती हैं।
लालच में फंसकर गंवाई इज्जत
शुक्रवार को गैंगरेप की घटना की सामने आने के बाद जैसा की कविता ने पुलिस को बताया, उसे कार से साइट पर ले जाने वाले लोगों ने प्रापर्टी में पूरा इंट्रेस्ट शो किया था। डील आलमोस्ट फाइनल स्टेज पर थी। साइट विजिट हो जाने पर बुकिंग हो जाती। इस पर उसे अतिरिक्त कमीशन मिलता। इसी चक्कर में वह उनके साथ चली गई। शाम को तीन बजे वह कार में बैठी और करीब 11 बजे तक दोनों ने उसे अपनी कार में ही रखा। जैसा कि वह बताती है बीच में ज्यादातर समय वह होश में नहीं थी। होश आने पर उसने सामने 100 नंबर की गाड़ी खड़ी देखी तो दरवाजा खोलकर कूद गई। शोच मचाने पर पुलिस गाड़ी ने कार का पीछा कर लिया। इसके बाद पूरा मामला खुला।