साइबर क्रिमिनल्स के नए ट्रेंड्स का खेल
सोशल मीडिया पर लुभावने दावे पर विश्वास से पहले करें अच्छी तरह पड़ताल
पुलिस को पीछे देख साइबर क्रिमिनल हर रोज खोज रहे ठगी के नए तरीके PRAYAGRAJ: सोशल मीडिया पर पीछा कर रही पुलिस को देखते हुए साइबर शातिर खुद को अपडेट कर करने में जुटे हैं। पुलिस इनके एक पैतरे की कट तलाश करती है, तो शातिर दूसरे रास्ते खोज ले रहे हैं। पब्लिक के अकाउंट और जेब से रुपये खींचने का शातिर कई हाईटेक फार्मूला इजाद कर चुके हैं। शातिरों द्वारा साइबर क्राइम के लिए अपनाए गए कई नए तरीके सामने आ चुके हैं। कुछ का तो स्वयं पुलिस के द्वारा खुलासा किया गया। साइबर शातिरों का जाल में फंसाने का ये है तरीका - साइबर क्राइम थाने के एक्सपर्ट शातिरों द्वारा खोजे जा रहे तरीकों पर नजर गड़ाए हुए है।- एक्सपर्ट कहते हैं कि इन दिनों शातिरों द्वारा सोशल मीडिया पर कई तरह के प्रलोभन भरे पोस्ट वायरल किए जा रहे हैं।
- इस पोस्ट में उनके जरिए नौकरी से लेकर सामान उपलब्ध कराने तक के दावे किए जाते हैं। - इनके चंगुल में पोस्ट देखकर ज्यादातर बेरोजगारी की मार झेल रहे युवक व युवतियां फंस जाते हैं।- फंसने वालों को इंटरव्यू के बाद नौकरी दिलाने के नाम पर रुपये की मांग की जाती है। - कुछ साइबर शातिर नामी कंपनियों से मिलते जुलते नाम का इस्तेमाल कर फेक प्रोडक्ट वायरल कर देते हैं।
- ऑनलाइन सेल और होल डिलेवरी के नाम रुपये खाते में मंगाने के बाद खरीदार को सामान ही नहीं दिए जाते। - जब तक लोगों को इनके फ्राड की बात मालूम चलती है वह किसी दूसरे फंडे का इस्तेमाल कर चुके हैं। - एक्सपर्ट बताते हैं कि शादी विवाह जैसे केस में भी साइबर शातिरों द्वारा बड़े स्तर पर फ्राड किए जाते हैं। - लड़की को लड़के और लड़के को लड़की की फेक तस्वीरें भेज कर बात आगे बढ़ाने के लिए रजिस्ट्रेशन के नाम पर भी वसूली का काम हो रहा है। - इतना ही नहीं, स्टेटस पर लगाकर असलहों की सप्लाई तक इनके जरिए की जा रही है। - साइबर क्राइम की दुनिया में बैठे क्रिमिनल, सुविधाजनक इलाज के भी दावे कर करते सोशल मीडिया पर दिखाई दे रहे हैं। - बड़ी सी बड़ी बीमारी का इलाज सस्ते में वह भी नामी हॉस्पिटलों में कराने के द्वारा किए जा रहे हैं। - पुलिस की तलाश में इससे भी चौंकाने वाले शातिरों के तरीके पकड़ में आए हैं।- सोशल मीडिया के माध्यम से सस्ते व्याज दर पर लोन और अपार्टमेंट के साथ प्रॉपर्टी भी इनके जरिए बेचने के झांसे दिए जा रहे हैं।
टूर पैकेज से दूर रहें साइबर एक्सपर्ट कहते हैं कि टूर पैकेज के नाम पर भी पब्लिक से साइबर ठगी की जा रही है। ट्रेन से लेकर प्लेन तक के टिकट से लेकर होटल और गाड़ी तक बुक कराने के पैकेज का कम पैसे में इनके जरिए झांसा दिया दिए जा रहे हैं। वह इस काम को बनाई गई फेक साइट के जरिए अंजाम देते हैं। हर काम के लिए रुपये अकाउंट में पहले मंगाए जाते हैं। रुपये देते ही वे फोन ही उठाना बंद कर देते हैं। इस तरह बरतें सावधानी साइबर शातिरों के हर पैतरे पर नजर रखने वाले एक्सपर्ट पुलिस के जवान कहते हैं कि सतर्कता ही इनसे बचाव का सही जरिया है। साइबर क्राइम से खुद को बचाने के लिए एक्सपर्ट के जरिए कई तरीके बताए गए। कहना है कि सोशल मीडिया हो या फिर कोई भी साइट पर किए गए हर दावे सही हैं इस बात की पड़ताल स्वयं करनी चाहिए।किसी भी प्रलोभन पर बगैर पड़ताल के एक भी रुपया किसी के खाते में ट्रांसफर न करें और न ही अपने खाते की जानकारी दें।
फोन पर दिए जाने वाले प्रलोभन को कई स्वीकार न करें और पूछी जाने वाली किसी भी प्रकार की जानकारी न दें। सस्ते ब्याज दर पर बैंक लोन और प्लाट या मकान दिलवाने के दावे की भी हकीकत पड़ताल करें। इलाज के नाम पर इन दिनों बढ़ी साइबर ठगी से बचने के लिए बताए गए हॉस्पिटल में सीधे संपर्क करके दावे की सच्चाई पता करें। खुद को सेना का जवान बताकर सामान बेचने वालों के कहने पर कभी भी रुपये उनके अकाउंट में ट्रांसफर न करें दुकानदार हैं तो सामान आर्डर देने वाले यदि कहें कि अकाउंट में रुपये ट्रांसफर कर देता हूं तो प्राप्त लिंक या मैसेज को लेकर सतर्क रहें साइबर शातिरों की चाल पर पुलिस की नजर है। उनके द्वारा अपनाए जा रहे नए-नए तरीकों के बारे में भी पता लगाए जा रहे हैं। लोग सतर्क रहें, साइबर क्राइम से बचने का यही एक तरीका है। कवीन्द्र प्रताप सिंह, आईजी प्रयागराज रेंज