विकास भवन के समाज कल्याण विभाग और पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के लाभार्थी चक्कर काट काटकर परेशान हैं. उनको इस साल दशमोत्तर छात्रवृत्ति का इंतजार है. लेकिन बजट की कमी से सरकार इसे जारी नहीं कर रही है. हजारों लाभार्थियों का भविष्य अधर में पड़ गया है. फीस रिफंड नही होने से उनके पास नेक्स्ट इंस्टालमेंट जमा करने में परेशानी हो रही है.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। सामान्य-बैकवर्ड को अधिक परेशानी बताया जा रहा है कि बजट की कमी से हजारो लाभार्थियों के खाते में छात्रवृत्ति नही पहुंच सकी है। सबसे ज्यादा सामान्य और पिछड़ा वर्ग के छात्रवृत्ति बाधित हुई है। इनमें बीकॉम, एमकॉम, बीएसएसी, एमएसएसी, पालिटेक्निक, बीटेक समेत तमाम कोर्सेज के छात्र शामिल हैं। इनके ऑनलाइन आवेदन में शासन से अनअवेबिलिटी आफ फंड लिखकर आ रहा है। इससे परेशान होकर छात्र विकास भवन का चक्कर काट रहे हैं। इसके उलट अनुसूचित जाति वर्ग में 90 फीसदी को छात्रवृत्ति मिल चुकी है।

65643 सामान्य वर्ग में कुल लाभार्थी
35053 कितनों को मिली छात्रवृत्ति
1.5 लाख पिछड़ा वर्ग में कुल लाभार्थी
74469 को मिली चुकी है स्कॉलरशिप
65020 अनुसूचित जाति वर्ग में कुल लाभार्थी
59321 को वितरित की जा चुकी है स्कॉलरशिप

इनका करियर दांव पर
दशमोत्तर छात्रवृत्ति को फीस रिफंड भी जाता है। इसमें जो भी संस्थान की फीस होती है, उतना पैसा सरकार खाते में जमा करा देती है। इससे छात्रों को अगले साल एडमिशन लेने में परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है। इस बार बहुत से लाभार्थी बजट की कमी से दिक्कत में आ गए हैं। ईश्वर शरण में पढऩे वाले एमकॉम के छात्र सचिन मिश्रा की छात्रवृत्ति नही आई है। इसी तरह आईटीआई में कोर्स कर रहे शिवम सिंह की छात्रवृत्ति इस साल फंस गई है। करछना के रहने वाले पालिटेक्निक छात्र राजेश कुमार के पास भी इस साल फीस जमा कराने का पैसा नही है। वह खाते में पैसा आने का इंतजार कर रहे हैं।
आईईआरटी का रिजल्ट अपलोड नहीं!
आईईआरटी के छात्र भी काफी परेशान हैं। उनका भी इस साल रिफंड या छात्रवृत्ति नही आई है। वह भी विकास भवन का चक्कर काट रहे हैं। कर्मचारियों का कहना है कि इस बार संस्थान ने अपना रिजल्ट आनलाइन अपलोड नही किया है। ऐसे में शासन की ओर से यहां के छात्रों की छात्रवृत्ति रिलीज नही की गई है। रिजल्ट अपलोड होते ही सभी के खातों में पैसा आ जाएगा।

लखनऊ से ही होगा वेरिफिकेशन
हजारों छात्र ऐसे हैं जिनका बैंक एकाउंट नंबर गलत होने से पैसा खाते में नही आया है। यह लोग भी बहुत परेशान हैं।
विभागीय कर्मचारियों का कहना है कि अब आनलाइन गलतियों में सुधार वेरिफिकेशन भी शासन स्तर पर ही होता है। लोकली उसमें कुछ भी किया जाना संभव नही है। ऐसे में जिन छात्रों ने अपने एकाउंट नंबर में सुधार कर दिया है या ब्लॉक खातों को चालू करा दिया है, वह अब शासन की ओर से इसके वेरिफाई होने का इंतजार कर रहे हैं।

पचास फीसदी लाभार्थियों को छात्रवृत्ति मिल चुकी है। इस बार बजट का थोड़ा इश्यू है। उम्मीद है कि जल्द ही छात्रों की मुश्किलें आसान हो जाएंगी। हम लोग भी शासन से छात्रवृत्ति जारी किए जाने का इंतजार कर रहे हैं।
प्रवीण कुमार सिंह जिला समाज कल्याण अधिकारी प्रयागराज

Posted By: Inextlive