- सीजन में भी नहीं मिल रहे आम के उचित दाम, व्यापारी हो रहे परेशान

- पिछले साल की तुलना में इस बार रेट में भी आई गिरावट

प्रयागराज

फलों के राजा आम को सीजन में भी खरीदार नहीं मिल रहे हैं। मंडी में जितनी आवक है उसके आधा भी खरीदार नहीं हैं। जिसके चलते फल व्यापारी काफी परेशान हैं। उनका कहना है कि आंशिक लॉकडाउन का सीधा असर आम बेचने वालों पर दिख रहा है। वहीं मंडी में बेचने का समय निर्धारित होने से इसक असर पड़ रहा है। 11 बजते ही सभी व्यापारी अपना सामान समेटना शुरू कर देते हैं। समय कम के चलते भी फल काफी ज्यादा मंडी में डंप हो रहा है। माल अधिक न निकलने के चलते रेट में भी गिरावट करनी पड़ रही है। ताकि ज्यादा से ज्यादा माल खराब होने से पहले निकल सके। ऐसे में अब लगी हुई कीमत ही निकालना फल व्यापारियों के लिए मुश्किल हो रहा है।

बाहर के व्यापारी नहीं उठा रहे माल

इन दिनों मुंडेरा मंडी के अंदर फल व्यापारी काफी परेशान हैं। मंडी के अंदर फलों की आवक अधिक है लेकिन खरीदार काफी कम हैं। व्यापारियों की माने आसपास के जिले के लोग तक आम खरीदने आते थे लेकिन इन दिनों बाहर से कोई भी व्यापारी माल खरीदने तक नहीं आ रहा है.फोन करके कम रेट पर माल देने की बात कही जा रही है फिर भी उतनी संख्या में व्यापारी मंडी में नहीं पहुंच रहे हैं.जिसके चलते पिछले साल की तुलना 10 से 20 रुपये तक माल में गिरावट करनी पड़ी है। इस बार दशहरी आम 25 से 30 रूपए मंडी में बिक रहा है। वही बैंगन फली 30 से 35 रुपए किलो में बेचा जा रहा है। जबकि पिछले साल दशहरी आम 40 रुपए किलो से नीचे बिका ही नहीं था। वही बैंगन फली भी 55 से 60 रुपए किलो तक बिका था। ऐसी स्थिति में इस कारोबार से जुड़े लेबर तक परेशान हैं।

आखिर मंडी से बाहर क्यों है महंगा

मंडी में फल काफी सस्ता लेकिन बाहर महंगा है। इस पर व्यापारियों ने बताया कि

कोरोना के चलते ज्यादातर लोग मंडी में खरीदारी करने नहीं आ रहे हैं। मंडी में थोक विक्रेताओं को ही अनुमति दी गई है। जिसके चलते मंडी से माल कम रेट पर खरीदने के बाद घरों तक व ठेले पर अधिक दाम पर बेच रहे हैं। इस समय लोग भी भीड़ भाड़ की जगह से जाने से बच रहे हैं। हर कोई आसानी से घरों के आसपास या फिर घर के बाहर उपलब्ध फलों को खरीद रहे हैं। लेकिन आलम यह है कि बाहर ठेले व फुटकर वाले किसी तरह से कमा ले रहे। लेकिन मंडी के अंदर किसान व थोक विक्रेता उचित दाम नहीं मिल पा रहा है। माल ज्यादा खराब न हो जाए इसके चलते रेट भी दिन पर दिन गिराना पड़ रहा है। फल व्यापारियों की मानें तो एक हफ्ते के बाद रेट में और गिरावट आएगी। आम 20 से 22 रुपए तक पहुंचेगा।

कुछ दिन पहले जब दशहरी आम की आवक शुरू हुई तो ऐसा लगा कि फल मार्केट उठेगा। लेकिन स्थिति आज भी वैसे ही है। आवक अधिक है लेकिन खरीदार कम हैं। इन सब के पीछे का कारण है कोरोना और लॉकडाउन। अब दाम निकालना भी मुश्किल हो रहा है।

नईम अहमद फल थोक विक्रेता

पिछले साल की तुलना में रेट में गिरावट होने के बाद भी माल नहीं निकल पा रहा है। जितनी उम्मीद की गई थी। उसका 30 प्रतिशत भी माल नहीं निकल रहा है। फोन करके आसपास के फल व्यापारियों को बुलाना पड़ रहा है। आने वाले एक हफ्ते में रेट में और गिरावट आएगी।

प्रतीक पांडेय,फल थोक विक्रेता

मंडी में बिक्री का समय कम होने के चलते आम अधिक नहीं निकल पा रहा है।

पुलिस की कार्रवाई से भी ज्यादातर लोग बच रहे हैं। मंडी में बैंगन फली आम का टाइम खत्म होने पर आया है। लेकिन माल फिर भी बचा हुआ है। अब दशहरी बिकना शुरू हुआ है तो उसके भी ग्राहक नहीं मिल रहे हैं।

मयंक फल थोक विक्रेता

Posted By: Inextlive