फिट हैं फ्रंट लाइन अधिकारी, संभाल रहे मोर्चा
दैनिक जागरण आई नेक्स्ट से फ्रंट लाइन अधिकारियों ने कोरोना संक्रमण से बचने का राज किया शेयर
कोरोना की पहली लहर उतनी खतरनाक नहीं थी जितनी दूसरी है। बहुत से लोग हैं जो पहली लहर में संक्रमित होने से बच गए थे तो दूसरी लहर में पॉजिटिव हो गए। इन सबके बीच कुछ ऐसे भी हैं जो लगातार फ्रंट लाइन में काम कर रहे हैं और दोनों लहर में खुद को संक्रमित होने से बचाकर रखे हुए हैं। इनकी चालाकी और समझदारी से कोरोना इनको अभी तक छू नही सका है। यह लोग दूसरों के लिए किसी सबक से कम नहीं हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने ऐसे ही फ्रंट लाइन अधिकारियों से बात कर उनके फिट होने का राज जाना। 1- सुरक्षा से नहीं किया समझौताकोरोना के पिछले और इस सीजन में बेली हॉस्पिटल को कोरोना लेवल टू अस्पताल बनाया गया। यहां हजारों मरीज भर्ती हुए और उनके इलाज और देखरेख की जिम्मेदारी उठाने वाले अधीक्षक डॉ एमके अखौरी आज भी फिट बने हैं। वह कहते हैं कि मैंने कभी खुद की सुरक्षा से समझौता नहीं किया। रोजाना काढे़ का सेवन करता हूं। दिन में तीन बार नींबू पानी और बाहर से घर जाने के बाद पानी की भाप लेता हूं। सुबह से शाम तक पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में रहने के बाद लापरवाही का मौका ही नहीं बचता। 35 दिन पहले एक मरीज के कांटेक्ट में आने के बाद एहतियातन आरटीपीसीआर जांच कराई थी। जो निगेटिव आई थी। घर से बाहर निकलने पर डबल मास्क लगाने के साथ भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचता हूं। सबसे अहम चीज सोशल डिसटेंसिंग है जिसका सभी को पालन करन चाहिए।
2- डरना नहीं है, बस काम करना हैपिछले कोरोना सीजन में बेली और अब काल्विन अस्पताल का सीएमएस का पद संभालने वाली डॉ सुषमा श्रीवास्तव भी खुद को फिट रखने में कोई कसर नहीं छोड़ती हैं। वह खुद को कोरोना संक्रमण से बचे होने का भगवान का आशीर्वाद और लोगों की दुआ मांगती हैं। वह कहती हैं कि हम जिस पेशे में है उसे ईमानदारी से करना जरूरी है। बाकी वह कोरोना के आने से पहले से नींबू पानी का सेवन करती आ रही हैं। कहती हैं कि इसमें मौजूद विटामिन सी शरीर को मजबूत बनाता है। कोरोना आने के बाद वह नियमित रूप से काढ़ा पीने लगी हैं। फरवरी में ही उन्होंने कोरोना वैक्सीन लगवा ली थी। इससे उनको सुरक्षा मिली है। और मनोबल मजबूत हुआ है। वह कहती हैं कि हर हाल में मास्क को नहीं उतारना है। खाने में सलाद का सेवन जरूर करना चाहिए हरी सब्जियों को खाने में शामिल करें।
3- जिम्मेदारियों ने कोरोना से बचाकर रखा भोजन में ताकतवर चीजों का सेवन करें योगा करें। खुाद को फिट रखने की पूरी कोशिश करें। इसके बाद आप निश्चित तौर पर कोरोना संक्रमण से बचाकर रख सकेंगे। यह कहना है समाज कल्याण अधिकारी और वर्तमान में आक्सीजन सप्लाई इंचार्ज प्रवीण कुमार सिंह का। वह कहते हैं कि पिछले एक साल में कभी मुझे कोरोना जैसे लक्षण महसूस ही नहीं हुए। जबकि जिम्मेदारियां काफी हावी रहीं। काम में खुद को इतना मशगूल कर दिया कि छोटी मोटी दिक्कतों पर ध्यान ही नहीं गया। पिछले कोरोना सीजन में कोटवा और एसआरएन हॉस्पिटल का नोडल बनाया गया था। इस बार आक्सीजन आपूíत को ठीक करने की जिम्मेदारी मिली है। बस एक चीज है जो कहना चाहूंगा कि हमेशा मानसिक रूप से मजबूत बने रहिए। डरिए मत अगर कोरोना के लक्षण आते भी हैं तो नहीं घबराने पर खुद ब खुद हल्के हो जाएंगे। हमेशा मास्क लगाए ंऔर दूसरों से छह फिट की दूरी बनाएं रहें। इससे आपको कभी कोराना परेशान नही कर पाएगा। 4- बचकर निकले, फिर काम पर लग गएकोरोना की दूसरी लहर में मरीजों को रेमडेसिविर और फेबिफ्लू दवाओं की डोज उपलब्ध कराने का जिम्मा उठाने वाले ड्रग इंस्पेक्टर गोविंद गुप्ता भी उनमे से हैं जो दोनों सीजन में जी जान से जुटे रहे और खुद को कोरोना संक्रमण से भी बचाकर रखा है। होली के बाद उनकी वाइफ पॉजिटिव हो गई लेकिन उनकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आई थी। वह कहते हैं कि किसी भी हाल में घबराना नहीं चाहिए। ताजा और शुद्ध भोजन करना चाहिए। पानी की खूब डोज लीजिए। दिन में कम से कम 6 से 8 लीटर पानी पीने से बॉडी मजबूत बनी रहती है। रोजाना फलों और सलाद का सेवन भी जरूरी है। गोविंद गुप्ता रोजाना दो गिलास नींबू पानी जरूर पीते हैं। वह कहते हैं कि इसमें विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में मिल जाता है। लोगों को संक्रमण से बचना है तो मास्क जरूर लगाना होगा। कोरोना से बचाव का यही एकमात्र सबसे प्रभावी उपाय है। इसके अलावा सोशल डिसटेंसिंग का जरूर पालन करना चाहिए।
5- दिन में तीन बार काढ़ा और सलाद है सेहत का राजहोलागढ में तैनात डॉ। अनुपम द्विवेदी को इस समय कोरोना कंट्रोल रूम का चार्ज दिया गया है। यहां से बैठकर वह शहर में होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों का हालचाल लेने के साथ उनको दवा पहुंचाने का काम देख रहे हैं। पिछले सीजन में उनकी डयूटी एल वन हास्पिटल में लगी थी और तब उनको मरीजों के बीच में जाना पड़ता था। वह कहते हैं कि नियम और संयम के चलते अभी तक कोरोना संक्रमण से बचा हुआ हूं। रूटीन एकदम फिट करके रख हुआ है। सुबह नाश्ता करने के बाद आता हूं और टिफिन में सलाद और फल लेकर आता हूं। दोपहर में हल्का खाना खाने के साथ फल और सलाद जरूर लेता हूं। यही रूटीन रात में भी फालो करता हूं। लेकिन सबसे अहम है दिन में तीन बार काढे का सेवन करना और सलाद में नींबू और गाजर आदि की मात्रा अधिक रखना इतना करने के बाद खुद को कोरोना से बचाना आसान होता है।