चार बार बढ़ाई डेट फिर भी लास्ट इयर से पीछे
प्रयागराज (ब्यूरो)। यूपी बोर्ड के 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में शामिल होने के लिए ऑन लाइन आवेदन के लिए बोर्ड की ओर से चार बार डेट बढ़ाई गई थी। बोर्ड को उम्मीद थी कि डेट बढ़ाने से परीक्षा में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स की संख्या में भी इजाफा होगा। वहीं स्कूलों की ओर से भी डेढ़ बढ़ाने की मांग चल रही थी। जिसको देखते हुए बोर्ड की ओर से लगातार डेट बढ़ाई गई। 20 नवम्बर आन लाइन आवेदन की लास्ट डेट बोर्ड ने रखी थी। उसके बाद भी स्टूडेंट्स का आंकड़ा लास्ट इयर के आंकड़े को नहीं टच कर पाया। जबकि बोर्ड को उम्मीद थी कि डेट में इजाफा होने से लास्ट इयर के आंकड़े को स्टूडेंट्स संख्या पार कर जाएगी।
ऐतिहासिक रिजल्ट का भी दिखा असर
देश के अन्य बोर्ड की तर्ज पर यूपी बोर्ड की ओर से भी परीक्षा सत्र 2020-21 की बोर्ड परीक्षा में सभी को पास कर दिया गया। जिसके कारण बोर्ड के इतिहास में पहली बार 99 प्रतिशत रिजल्ट गया था। बोर्ड के अधिकारियों की माने तो इसका भी बड़ा असर इस बार बोर्ड के लिए रजिस्ट्रेशन होने वाले स्टूडेंट्स की संख्या पर पड़ा है। क्योकि लास्ट इयर तक बड़ी संख्या में फेल होने वाले स्टूडेंट्स भी दूसरी बार बोर्ड परीक्षा में शामिल होने के लिए आवेदन करते थे। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो सका। बोर्ड की ओर से सभी के पास किए जाने के कारण इस बार फेल होने वाले स्टूडेंट्स की संख्या लगभग खत्म हो गई।
दिव्यकांत शुक्ला सचिव, यूपी बोर्ड