नौ माह में चार मासूमों का 'सौदा'
चुराए गए बच्चों को बरामद कर कई परिवारों की खुशियां लौटा चुकी है पुलिस
सिटी में एक्टिव इस गैंग की जड़ खोजने में जुटी पुलिस का एक्शन प्लान तैयार PRAYAGRAJ: मासूम लाडलों की सुरक्षा को लेकर खुद सतर्क रहिये। क्योंकि बच्चा चोरी करने वाले गैंग के गुर्गो का मूवमेंट सिटी में बढ़ गया है। चुराए गए बच्चों को बरामद कर पुलिस परिवारों की खुशियां लौटा चुकी है। करीब नौ महीने में शहर के अंदर गैंग के गुर्गे चार बच्चों की चोरी कर चुके हैं। गिरफ्तार किए गए गुर्गो से बरामद बच्चे उसके परिजनों को सौंपे जा चुके हैं। हालात को देखते हुए पुलिस गैंग के जड़ तक पहुंचे की कोशिश में जुट गई है। इसके लिए एक एक्शन प्लान विभाग द्वारा तैयार किया गया है। सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो गैंग के गुर्गे तक पुलिस जल्द ही पहुंच सकती है। पुरुष संग महिलाएं भी हैं शामिलबच्चा चोरी की शहर में एक दो नहीं कई घटनाएं हो चुकी हैं। चोरी किए गए मासूमों का सौदा गैंग के गुर्गे नि:संतानों से करते हैं। गिरफ्तार किए गए चोरों ने बच्चों के सौदे की बात खुद भी कबूल की है। यह काम पुरुष ही नहीं महिलाएं भी कर रही हैं। गैंग का ज्यादातर मूवमेंट कीडगंज एरिया में हैं। इसके बाद यह रेलवे स्टेशन और मलिन बस्तियों के आसपास भी एक्टिव हैं। कीडगंज में बच्चा चोरी की दो सनसनीखेज घटनाएं सामने आ चुकी हैं। हालांकि शिकायत बाद पुलिस ने चोरों को गिरफ्तार कर बच्चे बरामद कर परिवार को सौंप दिया है। माना जा रहा है कि गिरफ्तार शातिर बच्चा चोर किसी गैंग के सक्रिय मेंबर हैं। पकड़े गए चोरों ने पूछताछ में कई नाम कबूल किए हैं, जो इस धंधे में संलिप्त हैं। अब पुलिस प्रकाश में आए इन शातिरों की टोह में लग गई है। पुलिस को मालूम चला है कि बच्चों को चुरा कर बेचने वालों में ज्यादातर चित्रकूट और आजमगढ़ के शातिर शामिल हैं।
केस 1 तीन सितंबर 2019 को सूबेदारगंज रेलवे स्टेशन के पास से ढाई साल की बच्ची को एक महिला चुराकर भाग रही थी। स्टेशन पर संदिग्ध नजर आने पर जीआरपी ने पकड़ा था। जीआरपी की पूछताछ में चोर महिला अपना नाम गुंजा निवासी कानपुर के नौबस्ता बताई थी। छानबीन में मालूम चला था कि चुराई गई बरामद बच्ची लखीपुर की सुरेशा की बेटी थी। वह पति व बेटी संग यहां लाइनशाह बाबा का दर्शन करने आई थी। गिरफ्तार महिला ने खुद कबूल किया था कि वह बच्ची को बेचने के लिए चुराई थी। केस-2पंद्रह अक्टूबर 2020 को कीडगंज एरिया के रामबाग फुटपाथ से मासूम सना उर्फ शहनाज को गैंग के गुर्गे चुरा लिए थे। सना जानसेनगंज के ट्राली चालक रिजवान की बेटी थी। रिजवान बेटी को लेकर फुटपाथ पर सो रहा था। उसी समय उसे चुराया गया था। आठ दिन बाद हंडिया के नहरपुर का नईम अली उर्फ बब्बू व गोइयकला थाना बरगढ़ जिला चित्रकूट का रामसूरत को परेड से गिरफ्तार कर बच्ची बरामद की गई थी। पूछताछ में वह बताया था कि एक डॉक्टर दंपत्ति के हाथ 60 हजार में बच्ची का सौदा एक हॉस्पिटल की दाई के जरिए तय हुआ था।
केस-3 नवंबर 2020 में ही मेजा निवासी गोलू की बीस दिन की बेटी कुशी को रेलवे स्टेशन गेट नंबर तीन से चोरी हो गई थी। गेट के पास वह पत्नी नेहा और बेटी के साथ त्रिपाल डाल कर रहता था। बेटी के चोरी होने की बात वह पुलिस को बताया। कहा था कि पत्नी खाना बना रही थी। इस बीच लेटी हुई बेटी को कोई चुरा ले गया। तलाश में जुटी पुलिस ने बगल रहने वाले अंकित को बच्ची के साथ करेली क्षेत्र से गिरफ्तार किया था। अंकित सुल्तानपुर जिले का रहने वाला था। केस-4पंद्रह जून 2021 को सात माह के बच्चे के साथ एक महिला को कीडगंज पुलिस ने बैरहना के गोरा कब्रिस्तान के पास से गिरफ्तार किया था। पुलिस को उसने बताया कि 50 हजार रुपये में बच्ची का सौदा की थी। पूछताछ बाद पुलिस ने बताया था कि कीडगंज कृष्णानगर के दुकानदार सुनील कुमार सोनी, उसकी पत्नी मंजू को कोई बच्चा नहीं था। आजमगढ़ की शशिकला व पिंक कॉलोनी सर्कुलर रोड की शोभा से उसकी मुलाकात एक बारात में हुई थी। शोभा ने कहा था कि आजमगढ़ की शशिकला बच्चा दिला देगी। शशिकला से संपर्क कर वही बच्चे की डील करवाई थी। पुलिस अब उसक बच्चे के परिवार का पता लगा रही है।
बच्चा चोरी करने वाले शातिरों पर पुलिस की पैनी नजर है। इस गुनाह में शामिल कुछ लोगों के नाम प्रकाश में हैं। सभी गैर जनपद के बताए गए हैं। इनकी गिरफ्तारी के लिए जल्द उन जिलों में टीम भेजी जाएगी। दिनेश सिंह, एसपी सिटी