वार्ड ब्वाय की हत्या में पत्नी समेत चार गिरफ्तार
प्रयागराज (ब्यूरो)। पुलिस लाइन में सनसनीखेज घटना का खुलासा करते हुए नगर पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि वार्ड ब्वाय हत्या मामले में जार्जटाउन के नया गांव अल्लापुर निवासी गोलू उर्फ सुरेन्द्र, कैण्ट थाना क्षेत्र के आरए बाजार निवासी अजीत कुमार, कर्नलगंज के पुराना कटरा निवासी विशाल कुमार भारतीया उर्फ चिराग एवं मृतक की पत्नी को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में सामने आया कि पंकज का अपनी पत्नी कुसुम के साथ रिश्ते अच्छे नहीं थे। इसी बीच पंकज का दोस्त गोलू उसके घर आने जाने लगा। इस बीच उसने पंकज की पत्नी से मधुर संबंध बनाना शुरु कर दिया। दोनों जनवरी माह से एक दूसरे के करीब आ गए। धीरे-धीरे दोनों के रिश्ते नजदीक होते चले गए। इस बीच दोनों ने पंकज को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। बस वक्त का इंतजार कर रहे थे।
होली का दिन चुना
गौरतलब है कि 18 मार्च होली के दिन ही मोती लाल नेहरू मेडिकल कालेज परिसर स्थित कर्मचारी आवास के अन्दर वार्ड ब्वाय पंकज कुमार पटेल की हत्या की गई थी। इस सम्बन्ध में मृतक की पत्नी की तहरीर पर अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया गया था। जांच के दौरान घटनास्थल के आस-पास स्थित सीसीटीवी फुटेज के आधार पर प्रथम संदिग्ध जार्जटाउन थाना क्षेत्र के नया गांव अल्लापुर निवासी गोलू उर्फ सुरेन्द्र पुत्र पतंगीलाल को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ में पता चला कि पंकज शराब पीकर अक्सर पत्नी के साथ मारपीट करने लगा था। जिससे वह परेशान हो गई थी। तब गोलू के साथ मिलकर उसे रास्ते से हटाने की तैयारी हुई। उसने अपने दोस्तों का सहारा लिया। सभी लोगों ने हत्या करने के लिए होली का दिन चुना गया। गोलू ने अपने आरए बाजार न्यू कैंट निवासी अजीत कुमार व पुराना कटरा के विशाल भारतीय उर्फ चिराग से पंकज से परिचय कराते हुए उसकी पहचान कराई।
पहचान के डर से नकली बाल लगाकर पहुंचे सभी
होली से पहले कुसुम अपनी दो बच्चियों को लेकर मायके फाफामऊ चली गई। इसके बाद होली के दिन दोपहर करीब 12 बजे गोलू, अजीत व विशाल विग लगाकर (नकली बाल) सर्वेंट क्वार्टर गए। जहां शराब पिलाने के बाद अजीत ने चापड़ से पंकज को गला रेतकर मार डाला। फिर तीनों वहां से भाग निकले। बालसन चौराहे पर पहुंचकर गोलू ने कुसुम को बताया कि काम हो गया और सभी ने खून लगे कपड़े फाड़ तारों पर फेंक दिए। अगले दिन पत्नी ने पंकज के पास फोन करने और न उठने का बहाना कर गोलू को वहां भेजा, जिसके बाद घटना का पता चला। मगर शुरूआत से ही गोलू संदिग्ध था, जिसने कड़ाई से पूछताछ में सारे राज खोल दिए।
सभी अभियुक्त दिल्ली भागने की तैयारी में थे, इससे पहले ही सीओ अजीत सिंह, थानाध्यक्ष जार्जटाउन बृजेश सिंह ने अभियुक्तों को दबोच लिया। तब जाकर इस खुलासा करने में सफलता मिली है।
दिनेश सिंह, एसपी सिटी