मानव तस्करी में मौलाना समेत चार को जेल
प्रयागराज (ब्यूरो)। बच्चों को जंक्शन पर उतारे जाने के बाद जीआरपी द्वारा सभी अभिभावकों को सूचित किया गया। जिसके बाद शनिवार को कुछ अभिभावक सीधे प्रयागराज जंक्शन पहुंच, जीआरपी पुलिस से संपर्क किया गया। जीआरपी द्वारा बच्चों को बाल संप्रेक्षण गृह भेजे जाने की बात कही गई। जिसके अभिभावक संप्रेक्षण गृह पहुंच गए। अभिभावकों ने जीआरपी को बताया कि उन्हें नहीं मालूम कि कौन और कब उनके बेटों को गांव से लाया था। कुछ ने अभियुक्तों से जानकारी होने की बात से भी इन्कार किया। वहीं उच्च अधिकारी के निर्देशन पर आरपीएफ के दारोगा ओम प्रकाश की तहरीर पर जीआरपी ने नाबालिगों का शोषण करने के उद्देश्य से जबरन ले जाने सहित अन्य धाराओं में मुकदमा कायम किया। शनिवार को सीतापुर के नीमसार लकडियामऊ निवासी मौलवी मोहम्मद अब्दुल रब, पररिया, सोनबरसा, सहरसा बिहार के मो। वासिल, कटिहार जिले के बरसोई थाना क्षेत्र स्थित सोनातोला निवासी सनाउल्ला व पश्चिम बंगाल के अलीद्वारपुर जयगांव, हासीमारा के रहने वाले बबलू सोरेन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
17 थे बालिग, पूछताछ कर छोड़ा
अधिकारियों का कहना है कि प्रयागराज जंक्शन पर कुल 42 लोगों को ट्रेन से उतारा गया था। इसमें 21 नाबालिग और 17 बालिग थे। बालिग लड़कों को पूछताछ के बार उनके घर भेज दिया गया है। गुरुवार दोपहर बचपन बचाओ आंदोलन संस्था की ओर से आरपीएफ कंट्रोल रूम में मानव तस्करी की सूचना दी गई थी। उसी आधार पर आरपीएफ ने बिहार और पश्चिम बंगाल निवासी 21 नाबालिग सहित अन्य को ट्रेन से उतारा गया था।
अजीत कुमार शुक्ला, जीआरपी के कार्यवाहक थानाध्यक्ष