चार घंटे की बारिश में डूबा आधा शहर
पहली बरसात ने आईनेक्स्ट की आशंका पर लगा दी मुहर
गंदगी से पटे नाले व खोद कर छोड़ी गई सड़कें बन गई विलेन पानी के प्रेशर के कारण गिर गया छोटा बघाड़ा का नवनिर्मित नाला ALLAHABAD: करीब एक माह से आईनेक्स्ट आगाह कर रहा था कि शहर को डूबने से बचा लो। गंदगी से पटे नालों को साफ कर लो, खोद कर छोड़ी गई सड़कों को दुरुस्त कर लो, जल निकासी की उचित व्यवस्था कर लो। मेयर तो एक्टिव रहीं लेकिन नगर निगम के अधिकारी सोते रहे। नतीजा मानसून की पहली बारिश में ही आधा शहर डूबने उतराने लगा। चारों तरफ हाहाकार मच गया। घुटने तक जमा पानी ने लोगों को घरों में कैद कर दिया तो खोदी गई सड़कें धंसने से यातायात बाधित हो गया। विडंबना यह कि इस ध्वस्त व्यवस्था के साथ स्मार्ट सिटी का ख्वाब देख रहे हैं। दरक गया राम प्रिया नालाजलजमाव का कहर वार्ड नंबर 14 एलनगंज के रामप्रिया नाला पर टूटा। पानी का जबर्दस्त प्रेशर पड़ते ही करीब दो महीने पहले ही 20 लाख रुपये के लागत से बनवाई गई रामप्रिया नाले की दीवारें टूट कर धराशायी हो गई और रामप्रिया, एलनगंज व बघाड़ा के सैकड़ों घरों में पानी घुस गया। घरों में पानी घुसते ही हड़कंप मच गया। लोग अपना सामान बचाने लगे। करीब दो घंटे बाद किसी तरह पानी निकलने पर लोग घरों से बाहर निकले।
कंप्लेन पर चल रही थी जांच पार्षद लाज सोनकर ने बताया कि करीब 300 मीटर लंबे नाले की दीवारों के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया। जिसकी जांच चल रही है। स्थिति ये है कि नाला निर्माण 20 लाख रुपये खर्च हो गया और नाले की दीवार में पीछे की तरफ सरिया ही नहीं लगाई गई है। रद्दी बालू व सीमेंट का इस्तेमाल किया गया। जिसकी वजह से नाले की दीवार पानी का प्रेशर नहीं झेल सकी और टूट गई। बाहर गया सीवर का ढक्कन बारिश से सुबह करीब छह बजे कसारी-मसारी के जाफरी कॉलोनी व आमिर कॉलोनी के कई घरों में जहां पानी घुस गया, वहीं पानी के प्रेशर के कारण सीवर लाइन का ढक्कन अचानक से निकल काफी दूर जा गिरा। जिसके बाद सीवर लाइन से काफी प्रेशर से पानी की मोटी धारा निकली जो पूरे कॉलोनी को जलमग्न कर गई। सीवर लाइन चोक होने और जलनिकासी न हो पाने के कारण सीवर ने बैक फ्लो मारा। घरों में हो गए कैदनाला निर्माण न होने, सीवर लाइन न बिछाए जाने व जलनिकासी की बेहतर व्यवस्था न से बुधवार को पहली बारिश हुई तो आरटीओ ऑफिस के पास का नाला थोड़ी देर में ही भर गया। आस-पास की कॉलोनियों में पानी घुस गया। जिसके बाद थोड़ी देर में ही घुटने से उपर पानी जमा हो गया। जिसकी वजह से हजारों लोग दोपहर तक घर से बाहर नहीं निकल सके थे।
रामबाग बचा न बाई का बाग बारिश का कहर पुराने शहर के रामबाग, बाई का बाग, मुट्टीगंज, चौक व नखास कोहना आदि इलाकों में दिखाई दिया। चोक होने की वजह से रामबाग का बड़ा नाला तो सड़क की लेवल में आ गया, जिसकी वजह से नाले का पता ही नहीं चल रहा था। वहीं बाई का बाग की कई गलियों में घंटों घुटने से उपर तक पानी लगा रहा। मुट्ठीगंज की चौड़ी-चौड़ी सड़कें भी पानी से भरी रहीं। यहां जलजमाव, घरों में घुसा पानी भुलई का पुरा शिवकुटी, बाघम्बरी हाउसिंग स्कीम अल्लापुर, शिव नगर अल्लापुर कॉलोनी, एलआईसी कॉलोनी, टैगोर टाउन, हासिमपुर रोड, विवेकानंद पार्क, रामलीला पार्क अलोपीबाग, जार्ज टाउन, कसारी-मसारी का जाफरी कॉलोनी, आमिर कॉलोनी, बेनीगंज-बाबा मार्केट, बसंत बिहार कॉलोनी, सामने आई ये कमियां भारी बारिश के कारण डूबा हुआ था इलाका वहीं, बंद था मोरी गेट और नहीं चल रहे थे पम्पबक्सी बांध पम्पिंग स्टेशन के पम्प भी नहीं कर रहे थे काम
अल्लापुर और बक्सी बांध पम्पिंग स्टेशन में विद्युत आपूर्ति रही ठप साफ नहीं कराया गया है स्लूज गेट का नाला