नशीली दवा और इंजेक्शन बेचने वाले गैंग का नैनी पुलिस ने राजफाश किया है. गिरोह के चार बदमाशों को शुक्रवार सुबह पुराने यमुना पुल के पास से गिरफ्तार किया गया. इनके पास से लगभग दो लाख की नशीली दवा बरामद की गई. 40500 रुपये भी मिले. पूछताछ में पता चला कि दवाओं को मप्र के रीवां ले जाया जा रहा था. इसमें दो शख्स चाचा-भतीजे है. पुलिस अब इनके गैंग के अन्य सदस्यों के बारे में भी सुराग हासिल करने जुटी हुई है.


प्रयागराज ब्यूरो । पुराने यमुना पुल के पास शुक्रवार सुबह चार संदिग्ध लोगों की मौजूदगी खबर इंस्पेक्टर नैनी बृजेश सिंह को मिली। वह बताए गए स्थान पर पहुंचे और घेराबंदी कर चारों को पकड़ लिया। उनके पास से पेटी में भरे सामानों को देखा गया तो उसमें दवाएं थी। पूछने पर चारों गोलमोल जवाब देने लगे। संदेह होने पर सभी को थाने ले जाया गया। औषधि विभाग के अधिकारियों को जानकारी दी गई तो वह नैनी थाने पहुंचे। दवाओं को देखा गया तो पता चला कि वह नशीली थी। इसकी बिक्री प्रतिबंध है। पुलिस ने पूछताछ शुरू की तो बताया गया कि दवाओं को अतरसुइया क्षेत्र से लाया गया है। उसे मप्र के रीवां क्षेत्र में ले जाया जा रहा था। वहां इसकी बिक्री पर अच्छे दाम मिल जाते थे।

निकलवाई जा रही सीडीआर
इंस्पेक्टर बृजेश सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों में पंकज उर्फ बंटूल रावत, राहुल सिंह, देवेश उर्फ गोलू गुप्ता व अभिषेक रावत निवासी मीरापुर, अतरसुइया शामिल हैं। इसमें अभिषेक पंकज का भतीजा है। इनके पास से चार पेटी में 405 शीशी नशीली दवा, तीन पेटी इंजेक्शन और 40,500 रुपये आदि बरामद किए गए। बरामद दवाओं को कीमत करीब दो लाख रुपये है। पूछताछ में कई और लोगों के नाम सामने आए हैं। जिसके खिलाफ साक्ष्य एकत्र करने के लिए गिरफ्तार आरोपितों के मोबाइल नंबर की सीडीआर निकलवाई जा रही है।

Posted By: Inextlive