खाने को मिलेगा फोर्टिफाइड तेल और दूध
प्रयागराज ब्यूरो । प्रयागराज- रीजन में खाद्य तेल और दूध के जितने भी मैनुफैक्चरर्स और पैकेजर्स हैं, वह आने वाले समय में फोर्टिफाइड आइटम ही बेचेंगे। इसके लिए एफएसएसएआई ने गाइड लाइन जारी कर दी है। खाद्य व्यापारियों को इस बारे में जागरुक किया जा रहा है। जिससे लोगों में विटामिन ए और डी की कमी से होने वाली बीमारियों को कम किया जा सके। खाद्य तेल और दूध में यही दोनों विटामिन मिलाए जाने हैं। विभाग को सौंपी गई जिम्मेदारी
इस समय बाजार में दर्जनों ब्रांड के खाद्य तेल और दूध बिक रहा है। प्रयागराज मंडल में प्रयागराज, कौशांबी, प्रतापगढ़ और फतेहपुर में ऐसी कई यूनिट लगी हैं जहां खाद्य तेल और दूध की पैकेजिंग और उत्पादन दोनों होता है। लेकिन यह कंपनियां ऐज इट इज इनको बाजार में उतार देती हैं। लेकिन एफएसएसएआई ने तय किया है यह दोनों आइटम अब फोर्टिफिकेशन के साथ ही बेचे जाएंगे। इसके लिए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग को जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिससे वह इन कंपनियों को फोर्टिफिकेशन के लिए तैयार कर सकें।थोड़ा सी मात्रा देगी भरपूर पोषण
इस संबंध में शुक्रवार को शहर में एक वर्कशाप का आयोजन किया गया। जिसमें भारत सरकार की ओर से चयनित एजेंसी कर्नाटका हेल्थ प्रमोशन ट्रस्ट की ओर से कंपनियों के ओनर्स और खाद्य व्यापारियों को बताया गया कि विटामिन ए और डी की थोड़ी सी मात्रा मिलाने से जनता की सेहत पर कितना प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने बताया कि गवर्नमेंट द्वारा एप्रूव्ड कंपनियों द्वारा विटामिन ए और डी के फोर्टिफिकेंट काफी कम दामों में बेचे जाएंगे। इनकी लागत पैसों में होगी। इसे लेकर अपने उत्पाद में निश्चित मात्रा में मिला देना हे। फिर पैक करके बेचना है। बताया गया कि 500 लीटर उत्पाद में 500 एमएल फोर्टिफिकेंट मिलाने से वह सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर हो जाएगा। यह फोर्टिफिकेंट पौधों से तैयार किए गए हैं जो पूरी तरह से मानव शरीर के लिए सुुरक्षित हैं।पराग डेयरी ने शुरू किया काम
एफएसएसएआई के फोर्टिफिकेशन प्लानिंग को पराय डेयरी ने एडापट कर लिया है। अधिकारियों ने बताया कि पराग की ओर से शुरुआत में निश्चित मात्रा दूध में यह फोर्टिफिकेंट मिलाया जा रहा है। इसके अलावा वर्कशॉप में मौजूद मंगलम, श्याम डेयरी, कौशांबी नादुल डेयरी ने भी फोर्टिफाइड दूध बेचने के लिए हामी भरी है। इसके अलावा खाद्य तेलों की कंपनियों ने भी फोर्टिफाइड तेल बेचने के लिए स्वीकृति दी है। हालांकि फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थ बेचने पर चीजों का दाम थोड़ा सा बढ़ सकता है लेकिन इससे पब्लिक की सेहत को कहीं अधिक फायदा होगा।क्यों जरूरी है विटामिन ए और डी इस समय भारत में एक बड़ी जनसंख्या है जो विटामिन ए और डी की कमी से जूझ रही है। विटामिन ए की कमी से जहां आंखों की रौशनी जाने का खतरा होता है वहीं विटामिन डी की कमी से हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। खासकर महिलाओं में कैल्शियम की अधिक कमी देखी जाती है। यही कारण है कि डॉक्टर महिलाओं को अब फोर्टिफाइड मिल्क पीने की सलाह देती हैं। वहीं एफएसएसएआई ने अब फोर्टिफाइड आटा, दाल, चावल और नमक आदि को भी बाजार में उतार दिया है। ऐसे में खाद्य तेल और दूध को भी इसमें शामिल किया जा रहा है।बहुत से ऐसे खाद्य तेल और दूध के ब्रांड हैं जो प्रयागराज मंडल में मैनुफैक्चर हो रहे हैं या पैकेजिंग की जा रही है। अगर इनमें फोर्टिफिकेंट मिला दिया जाए तो यह अधिक पोषित हो जाएंगे। इनके सेवन से पब्लिक की सेहत में जबरदस्त सुधार देखने को मिलेगा।संजय पांडेय, एसीएफ, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग प्रयागराज