ऋचा ने कहा, मैं मानसिक अवसाद में
-पीएम को पत्र लिखकर कहा, कुछ भी हुआ तो कुलपति जिम्मेदार
ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो। रतन लाल हांगलू के कथित अश्लील वाट्सएप चैट और ऑडियो टेप के वायरल होने के बाद से लड़ाई लड़ रही पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह को धमकी मिलने लगी है। ऋचा का कहना है कि मुझे रोज मेरी पीएचडी निरस्त कर दिए जाने की धमकी विवि प्रशासन द्वारा दी जा रही है। बताया कि पिछले एक साल से मेरी पीएचडी फेलोशिप को बंद कर दिया गया है। पावर का कर रहे मिसयूजऋचा ने प्रधानमंत्री को फैक्स भेजकर जानकारी दी है कि मैं मानसिक अवसाद में जाने की स्थिति में हूं। क्योंकि विवि द्वारा नोटिस और पुलिस में निराधार एफआईआर कर मेरे भविष्य को बर्बाद करने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे में मुझे कुछ भी होता है तो उसकी जिम्मेदारी विवि प्रशासन और प्रो। रतन लाल हांगलू की होगी। फिलहाल ऋचा विवि के महिला छात्रावास में रह रही हैं।
वर्तमान छात्रसंघ उपाध्यक्ष ने भी संभाला मोर्चाउधर विवि कुलपति के खिलाफ आन्दोलनरत छात्रों ने देर शाम कुलपति कार्यालय के नीचे मोमबत्ती जलाकर विरोध किया। इसकी अगुवाई एनएसयूआई से छात्रसंघ उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए अखिलेश यादव ने की। इसमें बाबुल सिंह, निखिल श्रीवास्तव, आनंद सिंह निक्कु, अरविन्द सरोज, जितेन्द्र धनराज, अनुभव सिंह छोटू आदि शामिल हुए।
आय से अधिक संपत्ति की हो जांच वहीं नव गठित समाजवादी सेकुलर मोर्चा के युवजन सभा के प्रदेश महामंत्री व पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष दिनेश यादव ने सभा की। इसमें तय किया गया कि कार्यवाहक कुलपति द्वारा गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट को सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज किया जाएगा। हाईकोर्ट के एडवोकेट धीरेन्द्र कुमार ने कहा कि इसके लिए सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर की जाएगी। उधर, वीसी की चैटिंग को वायरल करने के बाद चर्चा में आए पूर्व छात्रनेता अविनाश दुबे ने प्रदेश के लोकायुक्त को पत्र लिखकर विवि में 14 वर्षो से एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक कार्यालय संभाल रहे शिक्षक के आय से अधिक संपत्ति के जांच की मांग की है।