टिक-टॉक के मोह में भूल रहे वर्दी की मर्यादा
प्रयागराज (ब्यूरो)। टिक-टॉक की दीवानगी लोगों के बीच सिर चढ़कर बोल रही है। खासकर पुलिसकर्मियों के बीच। प्रयागराज जिले के अलग-अलग थाने व अफसरों के साथ अटैच आधा दर्जन के करीब ऐसे पुलिस कर्मी है। जिनका वर्दी पहन कर टिक-टॉक बनाने का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। कुछ मामलों में अधिकारियों ने संज्ञान भी लिया है। जिससे उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं। अफसरों के हिदायत के बाद भी पुलिसकर्मी भूलचूक से आखिरकार बना ही दे रहे हैं। इसके पीछे की वजह जानने के लिए दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट की टीम ने मनोचिकित्सक डा। राकेश कुमार पासवान से बातचीत की। उन्होंने बताया कि यह एक तरह का नशा होता है। सोशल मीडिया पर लोगों के बीच अपनी अलग पहचान बनना व अपने व्यूअर और फॉलोवर्स को बढऩे के चलते अक्सर लोग बिना सोचे समझे कुछ भी पोस्ट कर देते है। उनका लगता है कि उनके इस अंदाज को सोशल मीडिया प्रेमी बेहद पंसद करेंगे। अगर गलती से लाइक और शेयर की संख्या बढ़ गई तो यह नशा सिर चढ़ कर बोलने लगता है। इसके कई एग्जांपल सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर अपलोड वीडियो है।
इस तरह का दिखने को मिला वीडियो
दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट की टीम ने जब वर्दी में पहने पुलिसकर्मियों का वीडियो वाली शिकायत व ट्वीट तलाशा तो कई वीडियो देखने को मिला। जिले का एक सिपाही सिविल लाइंस सुभाष चौराहा व मॉल के बीच सड़क पर आधी रात वर्दी पहन कर ठुमका लगाता दिखाई पड़ा। वहीं एक सिपाही चारपाई पर सरकारी बंदूक लेकर बंदूक संबंधित सांग डालकर दुनिया को मैसेज दे रहा है कि इसके आगे कोई नहीं टिक सकता है। एक ने तो स्टाइलिश पुलिस लिखकर तीन सरकारी बंदूक दिखाते हुये गाने के साथ पोस्ट किया गया था। एक सिपाही तो ट्रक पर चढ़कर ले ले मजा रे गाने पर वीडियो बनाकर अपलोड किया था। इसी तरह एक महिला सिपाही ऑफिस के परिसर में वीडियो बनाकर अपलोड किया गया था।
केके सिंह नाम का व्यक्ति ने कमेंट करके बताया कि ये कोई अपराध नहीं है। वहीं सौरभ ने लिखा कि वर्दी का ख्याल तो कम से कम रखें। वहीं एक महिला ने कमेंट कर लिखा था कि जो करना है सादे वर्दी में करें कोई रोक-टोक नहीं है। मगर वर्दी की मर्यादा न भूल जाये।
यह भी है एक बड़ा कारण
फेसबुक, इंस्टाग्राम व तमाम सोशल प्लेटफार्म पर देखा जाये तो आपको हल्का सा रोल करते ही वीडियो दिखाई पडऩा लगता है। उस वीडियो में लोगों के कमेंट व लोकप्रियता को देख, अन्य के अंदर भी जोश आ जाता है। यही कारण है कि लोग भी सब कुछ भूल जाते हैं।