दयानंद मार्ग भी हो चुका है जाम फ्री
धोबीघाट चौराहे से इंदिरा गांधी चौराहे के बीच दो चौराहों पर अब बंद करा दिये गये हैं सिग्नल
सिगनल्स के जाम लगने के कारण से दयानंद मार्ग भी मुक्त हो चुका है। धोबी घाट से इंदिरा गांधी चौराहे के बीच दो चौराहों पर लगाये गये सिग्नल्स को बंद कर दिया जाना इसका कारण है। ऐसा किसी के आदेश पर किया गया है, इस पर खुलकर कोई बताने को तैयार नहीं है। लेकिन, माना जा रहा है कि दो बड़े अफसरों के ऑफिस इसी रोड पर होने के चलते यह फैसला लिया गया है। मैं चाहे जो करूं मेरी मर्जीप्रयागराज को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में स्मार्ट सिटी मिशन की ओर से 34 चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल लगाए गए। सिगनल्स को सिस्टमेटिक तरीके से मैनेज न किये जाने का नतीजा है कि सिग्नल जाम लगने का कारण बनने लगे हैं। यह मुद्दा सांसद की मौजूदगी में हुई मिटिंग में भी उठ चुका है। सिगनल्स के जाम का कारण बनने को देखते हुए जल्द ही व्यवस्था दुरुस्त करने का भरोसा दिलाया गया है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने पब्लिक की बात अफसरों तक पहुंचाने के लिए सिग्नल और गैर सिग्नल एरिया का सच सामने लाने के लिए मुहीम चलाने का फैसला लिया है। गुरुवार को रिपोर्टर ने इस रोड को चेक इसलिए किया क्योंकि इस रोड पर सर्किट हाउस होने से वीआईपी मूवमेंट ज्यादा है।
राणा प्रताप चौराहे पर एक्सपेरीमेंट शुरू दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के प्रयास ने रंग दिखाना भी शुरू कर दिया है। गुरुवार को राणा प्रताप और लोक सेवा आयोग चौराहे का सिस्टम ही बदला हुआ नजर आया। यहां सिग्नल्स आटो मोड में काम कर रहे थे। यानी जिस तरफ ट्रैफिक का प्रेशर ज्यादा हुआ उधर का ग्रीन सिग्नल पहले आ गया। हालांकि सिग्नल्स पर चल रही रीवर्स क्लॉक और सिग्नल ग्रीन होने का टाइम मिसमैच हुआ तो सिग्नल रेड होने पर यहां खड़े लोग भी चौंक उठे। हालांकि, वे इस व्यवस्था से संतुष्ट भी दिखे। एजी आफिस चौराहे पर लगाए गए सिग्नल पहले काम कर रहे थे लेकिन इधर कुछ दिनों से इन्हें बंद कर दिया गया। जब से यह बंद हुए हैं चौराहे पर जाम लगना खत्म हो गया। जयप्रकाश गुप्ता जब सिग्नल काम कर रहे थे तब वाहनों की लंबी लाइन लगती थी। इससे हमारी दुकानदारी भी चौपट हो रही थी। लेकिन जब से सिग्नल बंद हुआ है तब से मार्केट की प्राब्लम खत्म हो गई। आकाशपहले पुलिस ने सिग्नल लगा दिए और फिर एक दिन इनको बंद कर दिया। यह केवल यलो ब्लिंक करते हैं। ऐसा क्यों किया यह किसी को नहीं पता है। इंदिरा गांधी चौराहे पर भी सिग्नल बंद कर दिया गया।
राजकुमार सिग्नल का यहां कोई काम नहीं था। इतनी भीड़ नहीं होती थी। फिर भी पुलिस ने लगा दिया। बाद में पता चला कि सिग्नल से जाम लगने लगा तो दोनों को एक साथ बंद कर दिया गया। लल्लन सिग्नल संचालन हमारा काम नहीं है। यह काम पुलिस विभाग का है। यह दोनों सिग्नल क्यों बंद हो गए यह उनके इंटरनल आदेश से हुआ होगा। आपको इसका कारण वही बताएंगे। विपिन कुमार असिस्टेंट मैनेजर, स्मार्ट सिटी मिशन प्रयागराज