श्रद्धालुओं व पर्यटकों को मिलेंगी लक्जरी होटल व रेस्टोरेंट वाली सुविधाइसके लिए देश के किसी भी कोने में रहने वाला शख्स ले सकता है टेंडर

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। तंबुओं के धार्मिक शहर में इस बार मेट्रो शहरों की तरह फूडिंग के लिए होटल और रेस्टोरेंट बनाए जाएंगे। इस हाईटेक होटल और रेस्टोरेंट में सारी व्यवस्थाएं देशी व विदेशी पर्यटकों को ध्यान में रखकर कराई जाएंगी। यहां दी जाने वाली सुविधाओं की शर्तें टेंडर के शपथ पत्र में दर्ज होगा। शर्तें पूरी नहीं करने वालों के टेंडर को मेला प्रशासन द्वारा कैंसिल भी किया जा सकेगा। यहां बनाए जाने वाले फूड की चेकिंग भी अधिकारियों द्वारा की जाएगी। आने वाले विदेशी व देशी मेहमानों की भाषा पर भी गौर किया गया है। इस हाईटेक रेस्टोरेंट व होटल में हिन्दी और अंग्रेजी भाषा के जानकार वेटर भी रखने होंगे। ताकि श्रद्धालुओं व पर्यटकों को आने के बाद अपनी बात रखने में दिक्कत नहीं हो।

10 फूड कोर्ट बनाए जाएंगे महाकुंभ में
85 लाख में प्रति फूड कोर्ट का है रेट
21 फूड स्टाल भी महाकुंभ में बनेंगे
15 लाख में मिलेगा फूड स्टाल का टेंडर

फूड कोर्ट का जानें स्वरूप
महाकुंभ 2025 में बड़ी संख्या में विदेशी श्रद्धालुओं व पर्यटकों के आने की संभावना है। इससे कहीं ज्यादा पर्यटक व श्रद्धालु देश के दूसरे प्रदेशों भी आएंगे। ऐसे में मेला क्षेत्र के अंदर फूडिंग को लेकर मेला प्रशासन ने प्लान तैयार किया है। तम्बुओं के इस शहर में प्रवेश बाद होटल व रेस्टोरेंट जैसी सुविधाएं उन्हें शहर में लौटने पर ही मिलेगी। मगर अब ऐसा नहीं है। क्योंकि मेला प्रशासन द्वारा तम्बुओं के इस धार्मिक शहर में फूड कोर्ट और फूड स्टाल यारी रेस्टोरों बनाने का प्लान है। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। मेला प्रशासन व टेंडर से जुड़े कर्मचारी बताते हैं कि कुल अलग-अलग स्थानों पर 10 फूड कोर्ट बनाए जाएंगे। इस फूड कोर्ट लक्जरी होटलों वाली व्यवस्थाएं मौजूद होंगी। आकर्षक चेयर टेबल से लेकर गर्म पानी व स्वच्छता और लाइटिंग के भी बेस्ट प्रबंधक होंगे। पूरे मेला क्षेत्र में यह दस फूड कोर्ट बनाए जाने का प्लान है। जानकारों की माने तो प्रति फूड कोर्ट का टेंडर करीब 85 लाख में होगा। इसका दायरा काफी बड़ा और फूल पत्ती वाले गमले भी लगाए जाएंगे।

रेस्टोरेंट में होंगे वेटर व मीन्यूकार्ड
मेला प्रशासन के अफसरों की मानें तो फूड स्टॉल का स्वरूप एक ठीक-ठाक रेस्टोरेंट जैसा होगा। यहां भी खाने के लिए चेयर और टेबल के इंतजाम कराए जाएंगे। श्रद्धालु देशी हों या विदेशी उन्हें आर्डर के लिए भाषागत दिक्कतें नहीं होंगी। क्योंकि यहां वेटर हिंदी के साथ अंगे्रजी के भी जानकार होंगे। हर आइटम का रेट चार्ट टेंडर संचालक को टांगना होगा। इसके लिए भी अभी टेंडर 18 सितंबर टेंडर की अंतिम डेट है। बताया गया है कि प्रति फूड स्टॉल के लिए 15 लाख रुपये रेट निर्धारित किया गया है। फूड कोर्ट व स्टाल दोनों के यह रेट बढ़ भी सकते हैं।

फूड कोर्ट और रेस्टोरेंट महाकुंभ में आने वाले विदेशी व देशी श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को देखते हुए प्लान किया गया है। इसके अतिरिक्त स्ट्रीट वेंडर की भी दुकानें लगवाई जाएगी। हालांकि इसके लिए अभी कोई मानक तय नहीं किया गया है।
विजय विश्वास पंत, डीएम महाकुंभ मेला

Posted By: Inextlive