तेज रफ्तार में चल रही रूटीन लाइफ को मंगलवार को कोहरे ने बे्रेक लगा दिया. इस सीजन के पहले दिन छाए कोहरे की वजह से दो फ्लाइट कैंसिल हो गईं. ट्रेनें कई घंटे देरी से स्टेशन पहुंची. बसें रेंगती रहीं स्कूलों में बच्चे देरी से पहुंचे और टीचर्स भी चलने के लिए राह खोजते रहे. विजिबिलिटी जीरो रही. देखा जाए तो कई साल बाद मिड दिसंबर के आसपास इतना घना कोहरा पड़ा जिसका किसी को अंदाजा भी नही था. हालांकि इसी के साथ ठंड ने अपने टॉप गेयर लगाने का इशारा भी कर दिया है.

प्रयागराज ब्यूरो । रोजाना जंक्शन पर समय पर पहुंचने वाली वीआईपी ट्रेनें भी कोहरे के चलते मंगलवार को कई घंटे देरी से पहुुंची। दिल्ली की ओर से आने वाली प्रत्येक ट्रेन घंटों देरी पर चली। वीआइपी ट्रेन प्रयागराज एक्सप्रेस लगभग नौ घंटे देरी से तो हमसफर, स्वतंत्रता सेनानी, पूर्वा समेत दर्जनों ट्रेनें भी आठ से नौ घंटे तक देरी से जंक्शन पहुंची। कोहरे के चलते सुबह आने वाली ट्रेनें शाम को पहुंची। जिसके चलते हजारों पैसेंजर्स को दिक्कत का सामना करना पड़ा। जानकारी के
उड़ान भरने से पहले फ्लाइट कैंसिल
कोहरे के पहले ही दिन दो फ्लाइट्स कैंसिल हो गई। कुछ फ्लाइट्स देरी से उड़ान भर सकी। ट्रेनों का संचालन पूरी तरह से प्रभावित रहा। अचानक से बढ़ी ठंड व घने कोहरे के चलते मंगलवार को सुबह दस बजे प्रयागराज से गोरखपुर जाने वाली और पुणे जाने वाली फ्लाइट्स कैंसिल हो गई। वहीं सुबह के समय तमाम जगहों से आने वाली फ्लाइट्स देरी से पहुंची।
भूख प्यास से परेशान हुए यात्री
हालांकि कोहरे की वजह से लेट हुई ट्रेनों और बसों के यात्रियों को तमाम मुसीबत का सामना करना पड़ा। प्रयागराज एक्सप्रेस के नौ घंटे लेट होने की वजह से इसमें सवार यात्री भूख प्यास से परेशान रहे। दिल्ली से आ रहे सुमित ने बताया कि ट्रेन ठीक से चल नही पा रही थी। कई घंटे स्टेशन से दूर रही इसकी वजह से परिवार के लोग बेहाल रहे। इसी ट्रेन से प्रयागराज आ रहे सोनू का परिवार भी परेशान हो गया। जैसे तैसे वह इलाहाबाद पहुंच सके। इसी तरह लखनऊ से बस से आ रहे यात्रियों को भी दो से तीन घंटे तक परेशान होना पड़ा। यही हाल कानपुर, गोरखपुर, जौनपुर से आने वाली बसों का था। यह बसें अपने निर्धारित समय से कई घंटे देरी से पहुंची हैं।
ड्रेस पहनकर इंतजार करते रहे बच्चे
कोहरे का असर स्कूलो की टाइमिंग पर भ्ीी पड़ा। स्कूल की बसें आधे घंटे देरी से बच्चों को लेने पहुंची। पचास फीसदी बच्चे स्कूलों में सुबह की प्रेयर खत्म होने के बाद पहुंच सके। भीषण ठंड की वजह से कई बच्चों का स्कूल जाना पैरेंट्स ने कैंसिल कर दिया। इसी तरह टीचर्स का यही हाल रहा। मार्निंग में छह से सात बजे तक पहुंचने वाली टीचर्स आठ बजे तक पहुंची। दूर दराज अंचल में तैनात टीचर्स को जीरो विजिबिलिटी होने की वजह से वेहिकल चलाने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा।

ट्रेनों का स्टेटस
ट्रेन - कितने बजे आई - देरी (घंटा)
प्रयागराज एक्सप्रेस - 3:50 8:50
वंदे भारत - 3:33 - 3:24
शिवगंगा - 11:57 - 3:45
हमसफर - 3:03 - 8:48
रीवा एक्सप्रेस - 3:13 - 9:05
स्वतंत्रता सेनानी - 2:56 - 9:36
पूर्वा - 11:36 - 9:57
पुरुषोत्तम एक्सप्रेस - 3:24 - 8:31
ब्रह्मपुत्र मेल - 4:24 - 8:25
मगध - 12:30 - 6:11

फ्लाइट्स का स्टेटस
फ्लाइट - रूट - डिपार्चर/अराइवल - स्टेटस
7313 - प्रयागराज टू इंदौर - 10:15/12:15 - एक घंटा देरी
7937 - प्रयागराज टू गोरखपुर - 10:30/11:25 - कैंसिल
5983 - प्रयागराज टू पुणे - 11:20/13:25 - कैंसिल

बस का स्टेटस
बस - लगने वाला निर्धारित घंटा - देरी (घंटा)
प्रयागराज टू गोरखपुर - 07 घंटा - दस घंटा
प्रयागराज टू वाराणसी - पौने तीन घंटा - चार घंटा
प्रयागराज टू कानपुर - पौने पांच घंटा - छह घंटा
प्रयागराज टू लखनऊ - पौने चार घंटा - छह घंटा


दिल्ली-मुंबई समेत सात फ्लाइटें रद

ठंड के पहले कोहरे का असर ट्रेन, बस के साथ विमान सेवा पर भी पड़ा। दृश्यता कम होने के कारण पं। दीन दयाल उपाध्याय एयरपोर्ट (बमरौली) आने वाली दिल्ली की दो फ्लाइट, मुंबई, गोरखपुर, बेंगलुरु, पुणे व रायपुर की फ्लाइट कैंसिल रही। यह फ्लाइटें प्रयागराज नहीं आई। मंगलवार को रात से लेकर सुबह 11 बजे तक भयंकर कोहरा रहा। इसके कारण 12 बजे के पहले कोई भी फ्लाइट लैंड नहीं हो सकी। दिन में दृश्यता 700 मीटर से भी कम हो गई थी। जिसके कारण इंडिगो व एलाइंस एयर की फ्लाइटों का संचालन प्रभावित हुआ। दिन में 11 बजे तक दृश्यता का आकलन किया गया लेकिन, पर्याप्त दृश्यता न होने के कारण छह शहरों की कुल आठ फ्लाइटों को रद किया गया। फ्लाइटों के रद होने से यात्री परेशान रहे। लखनऊ की फ्लाइट लगभग 43 मिनट देरी से गई। इसके अलावा भुवनेश्वर, देहरादून, विलासपुर, भोपाल की फ्लाइट भी आधे घंटे से लेकर एक घंटा देरी से प्रयागराज आई।
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अभी बढ़ेगा कोहरे का प्रकोप

मौसम विज्ञानी और इलाहाबाद विवि के भूगोल विभाग के प्रो। एसआर सिद्दीकी बताते हैं कि इस बार ठंड का प्रकोप अधिक रहने की संभावना है। उन्होंने कहा कि इसके पहले 2016 में दिसंबर मिड के आसपास घना कोहरा पड़ा था। इसके बाद यह कंटीन्यू हुआ। इस बार भी ऐसा है। अब यह कोहरा 25 दिसंबर तक ऐसे ही रहेगा और 31 दिसंबर के आसपास ठंड के साथ कोहरे का प्रकोप चरम पर रह सकता है। इससे जनजीवन प्रभावित होने के आसार हैं।

Posted By: Inextlive